- मोवंबर (मूंछ + नवंबर) एक स्वास्थ्य अभियान है जो 2004 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में प्रोस्टेट कैंसर और पुरुषों को प्रभावित करने वाले अन्य कैंसर पर जागरूकता और धन जुटाने के लिए एक मजेदार तरीके के रूप में शुरू किया गया था। कुछ साल बाद इस विचार को कनाडा और अमेरिका में कॉपी किया गया और वहाँ से ये आग की तरह पूरी दुनिया में फ़ैल गया। आपको बस अपनी नाक के नीचे शेविंग करना बंद करना है। मोवंबर का सिद्धांत है - “हैविन' फन डूइन' गुड” - यानि की “अच्छा भी हो, और मज़ा भी आये”! यह कैंपेन जागरूकता बढ़ाने, लोगों को स्वस्थ रहने में मदद करने और यह सुनिश्चित करने के लिए है कि वे जानते हैं कि बीमार होने पर उन्हें कहाँ जाना है। ये देखा गया हैं आदमियों को होने वाले कैंसरों के बारें में जानकारी की कमी है। इसमें इलाज शुरू करने में भी ज़्यादा समय लगता है, और अन्य कैंसर की तुलना में दवाइयाँ भी कम उपलब्ध होती है। तो अगर आप देखना चाहते हैं कि मूछें आप पर कैसी लगती हैं, वो समय आ गया है, और वो भी एक अच्छे कारण के लिए!
- प्रोस्टेट कैंसर ही वो मुख्य कैंसर है जिसके बारे में मोवंबर जागरुकता फैलाना चाहता है। यह 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों को प्रभावित करता है, और ये दुनिया में होने वाला सबसे आम कैंसरों में से है। 80 साल की उम्र तक, लगभग 80% पुरुषों में प्रोस्टेट का विकास हो चूका होता है। पर उनमे से ज़्यादातर बहुत धीरे बढ़ने वाले और अहानिकारक होते हैं जिसमे इलाज की ज़रूरत नहीं पड़ती है। प्रोस्टेट कैंसर गोरे या एशियाई पुरुषों की तुलना में काले पुरुषों को ज़्यादा प्रभावित करता है, हालाँकि वैज्ञानिक अभी भी नहीं जानते कि ऐसा क्यों है। पहला लक्षण आमतौर पर पेशाब में परिवर्तन के साथ होता है; अक्सर पेशाब जाना, मूत्र में खून आना, मूत्राशय को पूरी तरह से खाली नहीं कर पाना और पेशाब करते समय दर्द और जलन महसूस होना। दर्दनाक इजैक्युलेशन एक और संकेत हो सकता है। अगर आप इनम से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाएं।
- टेस्टिकुलर और अन्य कैंसर - मोवंबर सिर्फ प्रोस्टेट कैंसर नहीं बल्कि कुछ अन्य कैंसरों पर भी जागरुकता को बढ़ावा देता हैं - वह जो पुरुषों को प्रभावित करते हैं, जैसे अंडकोष या टेस्टिकल का कैंसर जो ज़्यादातर जवान लड़को में होता है। शुक्र है, इस कैंसर पर इलाज का ज़्यादा और जल्दी असर होता है। लिंग का कैंसर अक्सर एड्स और अन्य बीमारियों से जोड़ा होता है। खराब स्वच्छता और अधिक स्मेग्मा इस कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। कुछ स्टडीज़ में इस कैंसर के कम होने की वजह को जन्म के समय कराए गए सरकमसिशन (खतना) से भी जोड़ा गया है। और भले ही कुछ लोगों के लिए ये आश्चर्य की बात हो, पर पुरुषों को स्तन का कैंसर भी होता है। हाँ, पुरुषों को भी स्तन कैंसर हो सकता है। और यह अक्सर देर के चरणों में ही पाया जाता है, क्योंकि पुरुषों को यह महसूस नहीं होता है कि उनकी छाती में में ये परिवर्तन कैंसर हो सकते हैं। पर ऐसा बहुत कम होता है।
- बचाव - साफ सी बात है, मूंछें बढ़ाना आपको कैंसर से बचाने के लिए नहीं है! लेकिन कुछ चीजें हैं जो आप अपने बचाव के लिए कर सकते हैं। हाँ, सभी कैंसर की तरह इससे बचाव का भी कोई पक्का तरीका नहीं है पर अच्छे खाने और व्यायाम से आप अपने जोखिम को कम कर सकते हैं। प्रोस्टेट कैंसर के मामले में, कुछ सबूत बताते हैं कि अक्सर इजैक्युलेशन करने से भी कैंसर का खतरा कम हो सकता है, पर इसका कोई पक्का सबूत नहीं है। लेकिन कोशिश करने में भी क्या हर्ज़ है! अपने शरीर की नियमित रूप से कुछ बदलावों के लिए जाँच करना एक अच्छा सुझाव हो सकता है। तो महीने में एक बार अच्छे से अपने छाती, टेस्टिकल और लिंग में कोई भी बदलाव देखे और महसूस करें। प्रोस्टेट शरीर के अंदर होने की वजह से थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
- परीक्षण और इलाज - अगर आपके शरीर में कुछ बदलाव होते भी हैं, तो आपको उनके बारे में डॉक्टर से बात करने में संकोच नहीं करना चाहिए। वे आपको ठीक से जांच कर सकते हैं और ज़रूरत पड़ने पर ज़रूरी कदम भी उठा सकते हैं। इसलिए आप उसका अपने आप ठीक होने का इंतज़ार ना कर कर, जितना जल्दी डॉक्टर के पास जाएं उतना अच्छा होगा।अधिकांश कैंसर का इलाज एक ही तरीके से किया जाता है। अक्सर यह सर्जरी, रेडिएशन चिकित्सा और कीमो-थरेपी का मिश्रण होता है। कौन सा इलाज कितने समय में काम करता है सिर्फ इस बात पर निर्भर करता है कि कैंसर कितना विकसित है।इसलिए स्वस्थ रहने के लिए, अपना ध्यान रखें, अपने शरीर की नियमित रूप से जाँच करें और कुछ भी असामान्य लगे तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। और इस नवंबर मुछ उगाकर अपनी जागरुकता दिखाइये!
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