कई बार गुदा मैथून से सम्बंधित सही और जरुरी जानकारी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाती। अक्सर इस बारे में बात करने में एक झिझक देखी जाती है। इस बारे में बहुत अधिक रिसर्च जानकारी उपलब्ध नहीं है और इस विषय को डॉक्टर के सामने लाना भी अक्सर लोगों के लिए असहज हो जाता है।
मामले की गहरायी
ख़ास बात सबसे पहले- डॉ हिलमैन ने कांग्रेस के दौरान बताया कि गुदा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हिस्से के केवल निचले 3 सेंटीमीटर तक ही सीमित है और यही वजह है गुदा मैथून में गहरा लिंग भेदन नहीं होता।
इस अंग के इर्द गिर्द अधिक गतिविधि के लिए ज़्यादा जगह नहीं है लेकिन फ़िर भी गुदा शरीर का एक बेहद सेक्स संवेदनशील हिस्सा है। यहाँ और इसके आसपास की त्वचा में सैकड़ों वाहिनियों का संगम होता है और इसलिए यह छुअन, दबाव, और दर्द को लेकर काफी संवेदनशील होता है। इससे ज़्यादा वाहिनियों वाले हिस्से शरीर में केवल सर, पुरुषों में लिंग और महिलाओं में योनि ही होते हैं, डा हिलमैन ने बताया।
मज़ा और रोमांच
लेकिन केवल यही वजह नहीं है जिसके कारण गुदा मैथुन एक आनंद दायक एहसास हो सकता है। महिलाओं में गुदा और योनि के बीच केवल एक पतली दीवार होती है और पुरुषों में गुदा प्रोस्टेट ग्लैंड के बिल्कुल पास होती है जहां पर बहुत सी वाहिनियां आकर मिलती हैं।
लोग अक्सर गुदा मैथुन को केवल 'समलैंगिकता' के नजरिए से ही देखते हैं लेकिन सच यह है कि समलैंगिक सेक्स केवल गुदा मैथुन तक ही सीमित नहीं है। विषमलिंगी लोग भी गुदा मैथुन करते हैं। डाक्टर हिलमैन कहते हैं," गुदा मैथून समलैंगिक समुदाय में तो बखूबी प्रचलित है ही, किन्तु बहुत से विषमलिंगी भी अब इसके मज़े और रोमांच से अछूते नहीं रहे हैं। "
एक बात यह भी है कि गुदा पुरुष के लिंग के लिए योनि की तुलना में ज्यादा कड़क एहसास प्रदान करती है। गुदा के आसपास की त्वचा अनियमित किन्तु कोमल होती है और इसके कारण वह लिंग के साथ अच्छी तरह सट जाती है। गुदा के आसपास की मासपेशियां भी लिंग को जकड़ लेती हैं।
गुदा विकल्प
बहुत से लोग और अधिक मज़े की तलाश में किये प्रयोग के लिए गुदा मैथून की तरफ रुख करते हैं। लेकिन विषमलिंगी युगलों के लिए गुदा मैथून करने की और भी वजह हो सकती हैं। कुछ लोग अपने सेक्स साथी के कौमार्य को बचाये रखने के लिए ऐसा करते हैं। लेकिन इस राह पर निकलने से पहले हमारा सुझाव है कि आप कौमार्य(वर्जिनिटी) से जुड़े हमारे कुछ आम सवाल(FAQs) अवश्य देख लें। कई लोग अनचाहे गर्भ के खतरे से बचने के लिए गुदा मैथून करते हैं। लेकिन हमारा मानना है कि यदि आप सिर्फ़ इस वजह से गुदा मैथून कर रहे हैं तो बेहतर है कि आप गर्भ निरोधन के दूसरे तरीकों के बारे में भी जान लें।
एक और ज़रूरी बात यह है कि चाहे आप सेक्स महिला के साथ कर रहे हों या पुरुष के साथ, जहाँ जहां परिदृश्य में लिंग है वहां कंडोम का प्रयोग होना ही चाहिए। ऐसा इसलिए कि सेक्स संक्रमण का खतरा गुदा मैथून में भी रहता है।
गुदा मैथून दोनों की इच्छा से, सावधानी से और उचित तरलता/चिकनाई के साथ होना चाहिए।
गुदा मैथून केवल लिंग के प्रवेश तक ही नहीं। बहुत से लोग उँगलियाँ, जीभ, सेक्स खिलौने जैसे वाइब्रेटर का भी इस्तेमाल करते हैं। यदि आप भी ऐसा कोई प्रयोग करना चाहें तो अवश्य बिना किसी चिंता के कर सकते हैं। केवल डॉक्टर हिलमैन की इन तीन सलाह को एक बार ज़रूर पढ़ लें:
1. दोनों की सहमति होना ज़रूरी है।
2. शुरुवात सावधानी और सौम्यतापूर्वक करें।
3. उचित मात्रा में लुब्रीकेंट(चिकनायी वाले पदार्थ) का प्रयोग करें। ऐसा करने से आप दर्द को कम और मज़े में वृद्धि कर पाएंगे।
इस बारे में और जानकारी के लिए पढ़े, कैसे करे गुदा मैथुन?
स्त्रोत: 2015 की वर्ल्ड सेक्सोलोजी कांग्रेस में सेक्स विशेषज्ञ डॉ रिचर्ड हिलमैन का व्याख्यान