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महिलाओं को कैसे पहुंचाएं ओर्गास्म तक

Submitted by Sarah on मंगल, 02/05/2019 - 12:58 पूर्वान्ह
आमतौर पर अच्छे सेक्स का मतलब ओर्गास्म होता है। लेकिन यदि आपको संभोग के दौरान इसकी अनुभूति नहीं होती है तो इस लेख में पढ़ें कि महिलाओं के चरम सुख के बारे में विज्ञान क्या कहता हैI संकेत- चरम सुख पाने के लिए विषमलिंगी महिलाएं समलैंगिक महिलाओं के कुछ तरीकों को आज़मा सकती हैं।

खोल दें राज़?

शोध में कई बार यह पाया गया है कि जो महिलाएं दूसरी महिलाओं के साथ संभोग करती हैं वे पुरुषों के साथ संभोग करने वाली महिलाओं से कहीं ज़्यादा चरम सुख प्राप्त करती हैं। तो यह कहना गलत नहीं होगा कि यदि आप समलैंगिक हैं तो यह अच्छा ही हैी लेकिन यदि आप ऐसी महिला हैं जो सिर्फ़ पुरुष के साथ संभोग करती हैं तो आपको यह बात गलत या बेढंगी लग सकती है। आप यह भी सोच सकती हैं कि आख़िर इसके लिए आपको क्या करना चाहिए।

जैसा कि आप कल्पना कर सकते हैं, शोधकर्ता भी इसके पीछे के कारणों के बारे में पता लगाने के लिए काफ़ी उत्सुक हैं कि आख़िर ऐसा क्यों हो रहा है? अमेरिका की एक टीम का दावा है कि लड़के और लड़कियां शुरूआत से ही योनि लिंग संभोग और पुरुषों के चरम सुख पर ज्यादा केंद्रित होते हैं

जब किसी महिला के चरम सुख की बात आती है तो सेक्स के दौरान सिर्फ पुरुष पर केंद्रित होना निश्चित रुप से इस मामले में कोई मदद नहीं करता है। जबकि समलैंगिक महिलाओं के यौन संबंधों में यह कारक मायने नहीं रखता है।

इस सिद्धांत के परीक्षण के लिए शोधकर्ताओं ने लगभग 2300 महिलाओं पर शोध किया। प्रतिभागियों ने शोधकर्ताओं को बताया कि उन्होंने लड़के या लड़कियों के साथ कितनी बार संभोग किया और कितनी बार चरम सुख प्राप्त किया।

सही तरीका

शोध में इस बात की पुष्टि हुई कि जिन महिलाओं ने महिलाओं के साथ संभोग किया वास्तव में उन्हें अधिक चरम सुख प्राप्त हुआ। इसके अलावा शोध में यह भी सामने आया कि समलैंगिक महिलाएं वास्तव में विषमलिंगी (स्ट्रेट) महिलाओं की अपेक्षा कम सेक्स करती थीं। समलैंगिक महिलाएं प्रत्यके महीने औसतन दस बार विषमलिंगी महिलाएं 16 बार संभोग करती थीं।

तो क्या इसका अर्थ यह है कि समलैंगिक महिलाएं कुछ अलग करती हैं जो स्ट्रेट लड़कियां नहीं करती हैं? स्वाभाविक रूप से, वे जब सेक्स करती हैं तो उनका ध्यान लिंग पर नहीं रहता है जिस वजह से वे बहुत कुछ अलग कर पाती हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि वे अपने ख़ुद के ऑर्गेज्म पर भी अधिक ध्यान देती हैं।

केवल योनि-लिंग पर ध्यान ना दें

इस अध्ययन का निष्कर्ष बहुत स्पष्ट है। यदि आप महिला हैं और पुरुष के साथ यौन संबंध बनाती हैं, तो ऐसी दो चीज़ें हैं जो आपको चरम सुख तक पहुंचा सकती हैं।

शुरुआत में सिर्फ़ लिंग-योनि संभोग पर ध्यान केंद्रित ना करें। अगर आप बेहतर चरम सुख युक्त सेक्स जीवन चाहती हैं तो आपको बहुत कुछ अलग करना होगा दूसरी बात यह कि संभोग के आनंद पर केंद्रित रहें और अपने पार्टनर को बताएं कि किस चीज़ से आपको मज़ा रहा है और किस चीज़ से नहीं।

संदर्भ : आर विमेंस ऑर्गेज्म हिंडर्ड बाई फैलोसेनेट्रिक इम्पेरेटिव? आर्काइव ऑफ़ सेक्सुअल बिहैवियर 2018 में प्रकाशित

*गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम बदल दिए गये हैं और तस्वीर में मॉडल का इस्तेमाल किया गया है।

क्या आप सेक्स के दौरान हमेशा ऑर्गेज्म हासिल कर पाती हैंनीचे टिप्पणी करके या हमारे फेसबुक पेज पर लव मैटर्स (एलएम) के साथ जुड़कर अपने विचार हम तक पहुंचाएंI यदि आपके पास कोई विशिष्ट प्रश्न है, तो कृपया हमारे चर्चा मंच पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें।