घरों में कैद होना आसान नहीं है। खासतौर पर प्रेमियों के लिए। वैसे तो यह साथ में रहने वाले कपल्स के लिए फिर से एक दूसरे के बेहद करीब आने और प्यार को परवान चढ़ाने का लाजवाब मौका है। लेकिन जिन्होंने अभी-अभी ही डेटिंग शुरू की है और वे घर से बाहर जाकर अपने पार्टनर से मिल नहीं सकते, उनका टाइम ज़रूर खराब चल रहा है। हालांकि इसके अलावा और कोई रास्ता भी नहीं है। ऐसे मुश्किल वक्त में क्या करना चाहिए इससे जुड़े कुछ ख़ास टिप्स हम आपके लिए लाएं हैं।
अरुण ने स्नेहा से जो पैसे उधार मांगें थे, वह कोई छोटी रकम नहीं थी, इसके बावजूद स्नेहा उसे मना नहीं कर पायी। वह अरुण से बेहद प्यार करती थी और किसी भी तरह उसकी मदद करना चाहती थी। इसके लिए स्नेहा ने किसी और से पैसे उधार लेकर अरुण को दिया। लेकिन आगे जो हुआ उसने स्नेहा की ज़िंदगी बदल दी। उन्होंने लव मैटर्स इंडिया के साथ अपनी कहानी साझा की।
हम लड़कियों को प्यार, ज़िंदगी और करियर सब चाहिए और अभी चाहिए ! एक के बदले दूसरी चीज़ नहीं! बस जी, सिनेमा हॉल में मेरे बगल में बैठी लड़की के इस कमेन्ट ने लव आज कल -2 का रिव्यू कर दिया और अपने इम्तियाज़ सर यहीं मात खा गए।
नमस्ते आंटी जी, मेरा बॉयफ्रेंड कहता है कि अगर तुम मुझसे प्यार करती हो तो मेरे साथ सेक्स करके यह साबित करो। मुझे डर लग रहा है लेकिन मैं उसे खोना नहीं चाहती हूं। वह अच्छा लड़का हैI मुझे पता है कि वो मुझसे बहुत प्यार करता है। क्या मुझे अपना प्यार दिखाने के लिए उसके साथ सेक्स करना चाहिए? दृष्टि, 20 वर्ष, पटना
पार्ट टाइम लवर से फुल टाइम डैडी बने 40 साल के जैज (जसविंदर सिंह) की कहानी है फिल्म जवानी जानेमन। फिल्म में पिता और बेटी के बीच उलझे रिश्तों के ताने बाने को बखूबी दिखाया गया है।
नमस्ते आंटी जी, मैं अपने बॉयफ्रेंड को पिछले 3 साल से डेट कर रही हूं। पिछले हफ़्ते हम दोनों की लड़ाई हो गई और उसने अपना सिर दीवार में दे मारा। इससे पहले उसने ऐसा कभी नहीं किया था। मुझे क्या करना चाहिए? कुहिका, 19 वर्ष, सलेम।
जब कोई फिल्म दिसंबर 2012 (दिल्ली बस रेप के विरोध में) के प्रदर्शन के नारों और स्लोगन से शुरू होती है - “न्याय दो, फांसी दो।” - तभी हमें पता चल जाता है कि यह दूसरी मसाला फिल्मों से बहुत अलग है और इसे देखना इतना आसान नहीं होगा।
एक साथ काम करने वाले कबीर और समीरा शराब के नशे में एक दूसरे को चूम बैठे थे। दूसरे दिन पिछली रात की घटना याद कर समीर हवा में उड़ रहा था। उसे अपने और समीरा के बीच बात आगे बढ़ने की संभावना दिखाई दे रही थी लेकिन चीज़ों ने अनचाहा मोड़ ले लिया। कबीर ने लॉ डेवलपमेंट (पीएलडी) के सहयोगियों से अपनी कहानी कुछ इस तरह बयां की-