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आंटी जी उस लड़के को कैसे पटाऊँ?

Submitted by Auntyji on शुक्र, 01/12/2018 - 03:23 बजे
नमस्ते आंटी जी, मुझे मेरी क्लास का एक लड़का बहुत अच्छा लगता हैI मैं उसे डेट करना चाहती हूँI प्लीज़ थोड़े टिप्स दे दीजिये! परी 18, भावनागरI

आंटी जी कहती हैं, 'तो तू चाहती है कि वो भी तुझे पसंद करने लगे, हैं ना? पुत्तर तू ही बता क्या हम किसी के दिल में ज़बरदस्ती अपने लिए जगह बना सकते हैं? नहीं पुत्तर यह मुश्किल है और मैं बताती हूँ कि ऐसा क्यों नहीं हो सकताI

प्यार में ज़बरदस्ती नहीं होती

अब मुझे तू एक बात बताI क्या तू सारी सब्ज़ियां खाती है? वो भी जो तेरी बेचारी माँ तुझे ज़बरदस्ती खिलाने की कोशिश करती होगी जैसे- तोरी, टिंडा वगैरहI अगर तू वो नहीं खाती तो क्या दुनिया की कोई भी ताक़त तुझे वो सब खाने के लिए मजबूर कर सकती है? मेरे ख्याल से तेरा जवाब होगा, नहींI अब यार जब कोई किसी को तोरी खाने के लिए नहीं मना सकता तो फ़िर प्यार, इश्क़ और मुहब्बत तो एक अलग ही खेत की मूली हैI

यहाँ एक बात और महत्त्वपूर्ण हैI दो लोग एक दूसरे को पसंद करें इसमें दोनों दलों की रज़ामंदी होनी चाहिएI पुत्तर तू भी सोच रही होगी कि कहाँ तू मुझसे उस लड़के को पटाने के टिप्स लेने आयी थी और कहाँ मैं तेरा रहा सहा उत्साह भी तोड़ने की कोशिश कर रही हूँI नहीं पुत्तर ऐसा नहीं है मैं तो बस तुझे सच्चाई से अवगत करा रही थीI लेकिन ऐसा भी नहीं है कि सब कुछ खत्म हो गया हैI हम अभी भी कोशिश कर सकते हैंI हैं ना?

आंटी की टिप नंबर 1 : पहले दोस्त बनो!

परी बेटा सबसे पहले तो उस लड़के को और अच्छे से जानने की कोशिश करI वैसे इससे भी बेहतर तो यह होगा कि वो तुझे और जाने और समझेI उसे भी तो पता चले कि हमारी परी कितनी समझदार और प्यारी हैI जिससे सिर्फ़ तेरा ही नहीं उसका भी मन तुझसे दोस्ती करने का करेI फ़िर देखेंगे कि क्या यह रिश्ता दोस्ती से आगे बढ़ सकता है या नहींI तो पहली टिप यह है - दोस्त बनो और अभी यह बॉयफ्रेंड/गर्लफ्रेंड वाला चक्कर दिल से निकाल दोI

दूसरी टिप - अपने दोस्तों से सावधान रहो

जहाँ तक मैं तुम लोगों को समझती हूँ, अपने इस प्यार के खुमार के चलते तूने ज़रूर अपनी कुछ ख़ास सहेलियों को इस लड़के के बारे में बता दिया होगा, और उन्होंने अपनी कुछ सहेलियों को और शायद उन्होंने अपनी कुछ ख़ास कोI अब भई बात निकलेगी तो बड़ी दूर तलक जाएगी! अब जब तू जैसे ही उस बेचारे को "हाय" भी कहेगी, तेरी पूरी क्लास पीछे से बोलेगी, "आहेम आहेम" - क्यूंकि उन सबको तो अब यह लग रहा होगा कि तुम दोनों का चक्कर भी शुरू हो गयाI

इससे पहले कि तू बात को संभाल सके तुम दोनों सब में मशहूर हो चुके होंगे और तुम दोनों की पसंदीदा मिलने के स्थानों की भी अफवाहें सब की जुबां पर होंगीI तुझे यह तक नहीं समझ आएगा कि यह जो तूने हाय बोला था, यह बाय कैसे बन गया! कहने का मतलब यह कि लोगों की निगाहें अब तक तुम दोनों पर पड़ चुकी होंगीI

इसलिए पुत्तर बड़ा सोच समझकर दोस्ती के लिए कदम उठानाI ऐसा ना हो कि मासूमियत से उठाया गया तेरा वो पहला कदम ही तुम दोनों के लिए शर्मिंदगी और असहजता का सबब बन जाएI क्या तू उस तक पहुँचने का कोई निजी तरीका ढूंढ सकती है - व्हाट्सप्प, फेसबुक जैसा कुछ?

टिप 3: इरादों को स्पष्ट रखें

पुत्तर, सबसे पहले दोस्ती करोI यह वैसे इतना मुश्किल नहीं होना चाहिए क्यूंकि दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए किसी कारण की ज़रुरत नहीं हैI आखिर तुम दोनों एक ही क्लास में हो तो दोस्ती के लिए हाथ बढ़ाना टेढ़ी खीर नहीं होनी चाहिएI

परी, किसी से प्यार होना एक अदभुत एहसास है, लेकिन ज़रूरी नहीं कि सामने वाला भी तुम्हारे बारे में वैसा ही सोचेI इसीलिए मेरा मानना है कि पहले दोस्त बनाओ क्यूंकि अगर वो तेरा बॉयफ्रेंड ना बन सका, कम से कम तुझे एक अच्छा दोस्त तो मिलेगाI हैं ना?

अब बेटा मैं तुझे तोरी खाने के लिए तो नहीं मना सकतीI ना मैं तुझे यह कह सकती हूँ कि पुत्तर तोरी को आलू समझ कर खा लेI तू मेरी बात पर विश्वास नहीं करेगी क्यूंकि तू अपने इरादों में स्पष्ट हैंI इसी तरह तू अपने इरादों को स्पष्ट रखते हुए अपने लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ती रहI सच्चे प्यार को पाने की खोज करनी है, ना कि उसे ज़बरदस्ती अपना बनाने की कोशिश! समझ गयी ना पुत्तर! तेरी आंटी जी की ओर से तुझे ढेरों शुभकामनायेंI

*नाम बदल दिए गए हैं

*तस्वीर के लिए मॉडल का इस्तेमाल किया गया है

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