घरेलू हिंसा और दुर्व्यवहार

क्या आप घर पर किसी तरह की हिंसा या दुर्व्यवहार का सामना कर रहे हैं? यहाँ पड़ें और जानकारी लें 

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एक थप्पड़ ही तो था, भूल जाओ!

"मेरा चार साल का रिश्ता ख़त्म होने के बाद मुझे ये बात समझ आई कि दरअसल मैं शुरू से ही एक हिंसात्मक रिश्ते में थी," रीना कहती हैं। उनके इस भयानक अतीत के बारे में जानने के लिए आगे पढ़िए।

मैंने उसके लिए आंसू बहाना बंद कर दिया है

दो दिन पहले तक तो मुझे पता ही नहीं था कि मैं एक हिंसात्मक रिश्ते में हूँ, फिर मैंने आपकी वेबसाइट पर एक लेख पड़ा जिसका शीर्षक था "क्या आप हिंसात्मक रिश्ते मेँ हैं?: 8 संकेत"

प्रताड़ित: भावनात्मक, शारीरिक और यौनिक रूप से

"उसकी सहमति के बिना की गयी मेरी हर बात मानो गलत थी," अपने हिंसात्मक रिश्ते और उस रिश्ते से बाहर निकलने के संघर्ष को याद करते हुए रेशमा बताती हैं। और जानने के लिए आगे पढ़ें....

उसने हंसना क्यों छोड़ दिया?

क्या केवल शारीरिक मारपीट से ही आपको चोट पहुँच सकती है? कोई अगर बुरा भला कहे तो? यह एक मिनट का वीडियो देखने के बाद आप समझेंगे कि कैसे शब्द आपको चोट पंहुचा सकते हैं...

पांच चीजें जो हम फिल्मों में देखते हैं लेकिन सच नहीं हैं!

क्या हमारी संस्कृति हमें यह विश्वास दिलाती है कि हिंसा और बदतमीज़ी एक रिश्ते में सामान्य बात है? ऐसा कतई नही होना चाहिएI आगे है 7 ऐसी बातें जिनके खलाफ हमें आवाज़ उठानी चाहिएI

वो सबके सामने मुझसे बदतमीज़ी करती थी और हाथ भी उठाती थीI

राकेश को एक लडकी से प्यार हुआ लेकिन जल्द ही उसे पता चल गया कि शायद उसने गलत व्यक्ति का चुनाव कर लिया था। उसे यह कड़वा सच स्वीकार करने मेँ थोडा समय लग गया। आइए जानते हैं कि राकेश ने इस प्रताड़ना से भरे रिश्ते का अंत कैसे किया।

क्या आप हिंसात्मक रिश्ते मेँ हैं?: 8 संकेत

हिंसा हमेशा शारीरिक ही हो एसा जरुरी नहीँ है। कई बार रिश्तोँ मेँ शारीरिक हिंसा ना होते हुए भी प्रताड़ना होती है। नियंत्रण, द्वेष, अपमान आदि सभी प्रताड़ना के ही संकेत हैं। लव मैटर्स ऐसे हिंसात्मक रिश्ते को पहचानने मेँ आपकी मदद करेगा।

प्रताड़ित करने वाला पार्टनर

यदि आप अपने रिश्ते में प्रताड़ना झेल रहे हैं तो अब आपको इसके बारे में कुछ करना चाहिये।कई बार सकारत्मक रहने से काम चल जाता है, लेकिन अक्सर इसका समाधान रिश्ते का अंत करके ही होता है।

लड़ाई: क्या करें और क्या नहीं

आप ऐसे कितने दम्पतियों से मिले हैं जिनके बीच कभी भी बहस-बाज़ी नहीं हुई है? शायद कोई याद ना आये आपको! बहुत नीजी रिश्तों झगड़े तो होते ही हैं।इन झगड़ों की वजह कुछ भी हो सकती है - किसी भी तरह की असहमति या असंतुष।