हम में से अधिकतर लोग घर से ज़्यादा समय अक्सर ऑफिस में गुज़रते हैंI स्टेपलर और प्रिंटर्स के बीच यदि किसी से आँखें लड़ जाएं तो इसमें कोई अजूबा नहीं हैI लेकिन ऑफिस के इस रोमांस को सही अंजाम देने के लिए प्रस्तुत हैं हमारी कुछ टिप्सI
क्या तुम्हे चोट लगी जब तुम स्वर्ग से गिरी? क्यूंकि तुम हो तो एकदम परी जैसी! क्या आप झेंप रहे हैं? अरे हम तो ऐसी लाइन सुन कर मुँह छिपाने की जगह ही ढूढेंगे! अधिकतर ऐसी पिकअप लाइन्स (फ़्लर्ट या रोमांटिक बातचीत शुरू करने वाले वाक्य) काम नहीं करतीI तो राज़ क्या है? हमने लोगो से पूछा और कुछ सफल और कुछ असफल किस्सों की दास्ताँ आपने लिए लाये हैंI
हमने एचआईवी/एड्स को लेकर प्रचलित मिथ्याओं को तोड़ना शुरू किया कुछ हफ्ते पहलेI लेकिन बहुत सारे और भी मिथ्या और गलत धारणाएं हैं जो इससे जुडी हैंI तो इस हफ्ते हम और भी मिथ्या तोड़ेंगे और आप तक पहुचाएंगे सही जानकारीI हम चाहते हैं की आपको वो सारी जानकारी दे सकें जो आपको सुरकहित रखने में पुरी मदद करेI
सब कुछ खो गया, ज़िन्दगी बर्बाद हो गयी और अब शायद खुशियां कभी नहीं लौटेंगी- ब्रेकअप के बाद मन के भाव कुछ ऐसे ही होते हैं, है न? ऐसा लगता है की इस दर्द से आप कभी नहीं उबर पाएंगेI लेकिन आस मत छोड़िये- पेश हैं आपके लिए हमारी कुछ टिप्स...
बिस्तर में नाखुश युगल - अगर आपका साथी आपसे ज़्यादा या कम सेक्स की चाह रखे तो क्या? ये काफी अजीब बात हो सकती है, और काफी दुखदायी भी, लेकिन इसका मतलब ये नहीं की रिश्ता ख़त्म ही हो जाये - अगर दोनों युगल साथ में इस उलझन का हल निकाले तो स्तिथि संभल सकती हैI
यदि आपको सेक्स की ज़रूरत महसूस नहीं होती और किसी के लिए आकर्षण भी नहीं है तो आप एसेक्शुअल हैंI यह स्थिति खुद अपनी मर्ज़ी से सेक्स न करने का फैसला करने से भिन्न हैI असेक्सुअलिटी दुर्लभ स्थिति भी है- केवल एक प्रतिशत लोग एसेक्शुअल हैंI
बच्चे को जन्म देना एक जादुई एहसास है। लेकिन कई बार फिर से सेक्स की शुरुवात करना ज़रा मुश्किल प्रतीत होता है। काफी युगलों को अंदाज़ा नहीं होता की फिर से प्यार की शुरवात का सही समय कब है, और किन बातों का ध्यान रखना है।
'दूरियां दिलों को करीब लाती हैं।' लेकिन क्या यह वाकई सच है? दूरियों के रिश्ते अक्सर हमारा इम्तेहान लेते हैं। लेकिन फ़िक्र मत कीजिये. हमारे इन 'क्या करें' और 'क्या नहीं करें' टिप्स की मदद से आप इस इम्तेहान को पास कर पाएंगे!
जब बात महिलाओं और सेक्स की आती है तो जी-स्पॉट केक पर चेरी के समान है। इसे सहलाने से महिलाओं को बेहतरीन ओर्गास्म हो सकते हैं। लेकिन एक छोटी सी समस्या है। कुछ ही लोग इसे ढूँढ पाते हैं। कुछ का कहना है की ये होता ही नहीं है। आइये इस बारे में कुछ तथ्य जानते हैं!
आज भी, बहुत साड़ी सभ्यताओं में लड़की का शादी तक वर्जिन होना (कुंवारापन ना खोना) बहुत ज़रूरी माना जाता है। और वर्जिनिटी से जुड़े हुए बहुत सारे मिथ्या है, जिनके बारे में जानना बहुत ज़रूरी है। तो पढ़िए इस हफ्ते कि 'पांच बड़े तथ्यों' में वर्जिनिटी के बारे में।
'किसी के लिंग के आधार के बिना उससे प्यार करने वाला' द्विलैंगिकता कि अच्छी परिभाषा है। लेकिन इससे जुडी कई गलतफहमिया हैं: क्या वो अपना मन एक लिंग के लिए नहीं बना सकते? क्या वो छुपे हुए समलैंगिक ही हैं? ऐसी ही कुछ प्रचलित गलत धारणाओ का अंत हम इस हफ्ते करेंगे!