सेक्स और प्यार के बारे में लाखों तथ्य मौजूद हैं। तो सबसे महत्वपूर्ण क्या हैं? हम प्यार, सेक्स और रिश्तों से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी को आपके सामने ऐसे पेश करते हैं कि उन्हें पढ़ना आपके लिए आसान होI
आप सभी ने वियाग्रा जैसी गोलियों के बारे में सुना होगा जो सेक्स का समय बढ़ा देती है, या हमारे देसी जड़ी बूटी शिलाजीत के बारे में जो 'मरदाना ताकत' बढ़ाती है। लेकिन कभी आपने सोचा है कि ये सेक्स परफ़ॉर्मेंस बढ़ाने वाली चीज़ें कितनी सेफ़ हैं? आपको उन्हें लेना चाहिए या नहीं? लव मैटर्स इन सभी सवालों का जवाब लेकर हाज़िर है।
चाहे आपको अकेले मज़ा आता हो फिर पार्टनर के साथ, सेक्स टॉय से आपका मज़ा बहुत ज्यादा बढ़ सकता है। इससे पहले की आप इसका इस्तेमाल करें, हम आपको बता रहे हैं मार्केट में कौन से सेक्स टॉय काफी पापुलर हैं।
स्तनपान इतना महत्वपूर्ण क्यों है? मैं अपने स्तन में दूध बढ़ाने के लिए क्या कर सकती हूं? मेरा बच्चा दूध नहीं पी पा रहा! ऐसे और सवाल हैं? इनका उत्तर जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।
अचानक नीचे वहाँ खुजली की ज़रूरत महसूस होती है? यह आपको इतना परेशान कर रही है कि आप किसी भी चीज़ पर ध्यान नहीं दे पा रहीं हैं। आइए जानें कि क्या कारण हो सकते हैं और इससे कैसे छुटकारा पा सकते हैं।
खुशी और अमन बिस्तर पर एक दूसरे से लिपट रहे थे। धीरे-धीरे उनकी कामोत्तेजना बढ़ने लगी। खुशी के शरीर में हलचल होने लगी और वह सेक्स करने के लिए बेताब थी। पर कुछ ही देर में अमन चरम पर पहुंच जाता है और सब उत्तेजना ख़त्म! क्या आपको ये सब अपने बेडरूम के सीन जैसा लग रहा है? आगे पढ़ें।
इस महीने आपके पीरियड्स मिस हो गए? चिंता हो रही है कि ऐसा क्यों हुआ? घबराएं नहीं! प्रेगनेंसी के अलावा और भी वजह होतीं हैं पीरियड्स लेट होने की। चलिए इस बारें में और पता करते हैं।
वैसे तो महिलाओं की योनि में प्राकृतिक रुप से गीलापन बना रहता है लेकिन हर एक महिला ने अपनी ज़िंदगी में कम से कम एक बार तो योनि में सूखेपन की समस्या ज़रूर महसूस की होगी। योनि में अचानक बिल्कुल सूखापन हो जाने से कई महिलाओं को यह समझ ही नहीं आता कि आख़िर ऐसा क्यों हो रहा है? इस लेख में हम आपको योनि मे सूखापन होने के मुख्य कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं
यूँ तो 2018 में समलैंगिक संबंधों को भारत में वैध करार दिया गया, भारत के LGBTQIA + समुदाय की मुश्किलें पूरी तरह से ख़त्म नहीं हुई हैं। अभी बहुत से मुद्दे हैं जहां उन्हें विषमलैंगिक लोगों के मुकाबले आये दिन भेद-भाव और मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैं। क़ानूनन शादी न कर पाने से लेकर किराये पर घर लेने तक, हर बात के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती हैं। आइए जानते हैं 2018 की उस बड़ी जीत के बाद भारत के LGBTQIA + समुदाय को अब भी किन मुद्दों पर पूर्ण अधिकार या आज़ादी नहीं हैं।
जून पूरी दुनिया में प्राइड मंथ के रूप में मनाया जाता हैं। यह महीना हैं खुशियों का, एकता का और धरती को इंद्रधनुषी रंगो से भरने का। क्या आपने कभी सोचा है कि इसका मतलब क्या है और इसकी शुरूआत कैसे हुई? आइए जानते हैं।
क्या सेक्स से पर्यावरण पर कोई भी प्रभाव पड़ सकता है? जी हां! यदि आपको सेक्स और पर्यावरण दोनों से प्यार है, तो इस पृथ्वी दिवस पर हमारे ईको फ्रेंडली सुझावों पर एक नज़र ज़रुर डालें।