हर साल हजारों लोग शादी के लिए घर से भाग जाते हैं। हालांकि हर किसी के लिए भागने की वजह अलग-अलग हो सकती है लेकिन वक्त के साथ यह आंकड़ा बढ़ते ही जा रहा है।
शरीर के कुछ अंगों को छूना जैसे- निप्पल, एनाल या माउथ ओर्गास्म तक ले जाने में बहुत सहायक होते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि बिना इन अंगों को छुए भी आप ओर्गास्म पा सकते हैं।
कुछ महिलाओं के लिए कसरत का सुखद दुष्प्रभाव हो सकता है। यह उन्हें ऑर्गेज्म का सुख दे सकता है। हाल ही में एक अमेरिकी अध्ययन में पाया गया कि व्यायाम के दौरान ओर्गास्म होना, कोई अजीब बात नहीं है।
अपने पत्रकारिता के काम के सिलसिले मैं पिछले तीन सप्ताह से भूटान में काम कर रहा हूँ। यह भारत का पड़ोसी देश है लेकिन लोगों के सेक्स को देखने के तरीके में बहुत बड़ा अंतर है। यहां सेक्स करना और इसके बारे में बात करना बिल्कुल सामान्य है।
ऑर्गेज्म तक हर कोई पहुंचना चाहता है लेकिन अधिकांश लोगों को इसके बारे में जानकारी ही नहीं होती, जिस कारण ऑर्गेज्म लोगों के लिए एक रहस्यमयी विषय बन जाता है। क्या सेक्स के दौरान ऑर्गेज्म नहीं होना सामान्य है? क्या महिलाएं स्खलन (ejaculate) करती हैं? क्या पुरुष हमेशा आते ही स्खलित (ejaculate) हो जाते हैं? इससे जुड़ें और अन्य बातों को जानते हैं।
मेरे एक दोस्त ने हाल ही में कहा कि उसे इस बात की परवाह नहीं है कि उसकी होने वाली पत्नी वर्जिन है या नहीं। जहां एक ओर भारतीय कौमार्य को लेकर जुनूनी हैं, वहीं किसी की वर्जिनिटी को लेकर कही गई ये बात बेहद प्रगतिशील लगती है। उसने मुझसे कहा, “मैं कुँवारा नहीं हूँ तो मैं अपने साथी के वर्जिन होने की उम्मीद कैसे कर सकता हूं? यह अनुचित है।"
मुझे विश्वास नहीं था कि एक इंसान सेक्स के बिना जी सकता है लेकिन मेरे एक मित्र ने मुझे विश्वास दिलाया कि लोग वास्तव में अलैंगिक हो सकते हैं। आइए सुनें कि उसे क्या कहना है! उसने कहा, "मैंने अपने जीवन में कभी भी इरेक्शन महसूस नहीं किया या कभी भी कोई यौन इच्छा महसूस नहीं की।”
"मैं कुछ बात बताना चाहती हूँ तेरे को," एक दोस्त ने मुझे हाल ही में कहा, "मैं इस व्यक्ति के साथ ऑर्गेज्म/चरमसुख न मिलते हुए भी उसको झूठ बोल रही हूँ की हो गया। क्या मैं कुछ गलत कर रही हूं? प्लीज कुछ बता न"