© Love Matters India

लेस्बियन सेक्स के बारे में 5 मुख्य तथ्य

समलैंगिक महिलाओं के यौन संबंधों के बारे में बहुत सी गलत धारणाएं प्रचलित हैंI तो क्या है सच? हमसे जुड़े और जानें!
  1. समलैंगिक महिलाओं को भेदन की आवश्यकता नहीं होती
    सीधा सा तर्क है- जब इन्हे एक पुरुष साथी की ज़रुरत ही नहीं है तो ना तो इसका मतलब तो यही हुआ कि इन्हे ना तो भेदन में मज़ा आता है और ना ही यह ऐसी कोई भी उम्मीद रखती हैंI यह बात तो सुनने में ही अजीब है, क्यों? प्रवेशित सेक्स के साथ जो आनंद जुड़ा है वह एक शारीरिक प्रतिक्रिया होती है जो खुद को महसूस करवाने से पहले यह मांग नहीं रखती कि आपका लिंग क्या होना चाहिएI इसलिए आप समलैंगिक हो या ना हो, प्रवेशित सेक्स में मज़ा सबको आता हैI लेकिन चूंकि समलैंगिक महिलाओं का यौनिक अभिविन्यास ऐसा होता है कि उन्हें एक महिला के साथ ऐसा करने में अधिक खुशी होने की संभावना है, जो हमें ले चलता है अगले मिथक की ओर...
     
  2. लेस्बियन सेक्स को असली सेक्स (प्रवेशित सेक्स) नहीं कहा जा सकता है 
    दो पुरुषों के बीच यौन सम्बन्ध कैसे होते हैं या हो सकते हैं इस बारे में अधिकतर लोगों को अंदाजा होता है लेकिन अगर बात करें समलैंगिक महिलाओं के बीच यौन संबंधों की तो यह बात कई लोगों के लिए अभी भी रहस्य हैI पॉप संस्कृति और अश्लील फिल्मों में इस को इतने गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है कि लोगों को यही लगता है कि दो महिलाओं के बीच सेक्स, चुंबन, चिपटने, सहलाने और मौखिक सेक्स तक ही सीमित हैI जो कि वास्तव में सच से कोसों दूर है! समलैंगिक महिलाएं के लिए बाजार में इतने विभिन्न सेक्स खिलौने मौजूद हैं कि भेदन के लिए उन्हें किसी पुरुष की आवश्यकता ही नहीं हैI असल में, पुरुषों की ही तरह वे भी कई यौन क्रियाओं में संलग्न हो सकती हैंI
     
  3. लेस्बियन सेक्स में यौन संचारित रोगों का ख़तरा कम होता है
    यह एक बेहद गंभीर गलत धारणा हैI कई एसटीआई (यौन संचारित रोग) जैसे मस्सा, एचपीवी -2, आदि को संचार के  लिए किसी तरलपदार्थ जैसे रक्त या वीर्य की ज़रुरत नहीं होतीI यह जननांगों और फ़टी हुई त्वचा के साथ सीधे संपर्क होने के माध्यम से ही फैल सकते हैंI समलैंगिक महिलाओं को एसटीडी का ख़तरा भी हो सकता है जो सिर्फ़ शारीरिक तरल पदार्थों के माध्यम से ही फैल सकते हैंI समलैंगिक महिलाओं के बीच सेक्स भी कई ऐसे अवसर प्रदान करता है जिनसे ऐसा हो सकता है क्यूंकि योनि स्त्राव, मासिक धर्म रक्त और सेक्स खिलौनों से भी ऐसा होना संभव हैI 2014 की एक रिपोर्ट में भी पाया गया था कि एचआईवी से प्रभावित समलैंगिक और गैर समलैंगिक महिलाओं के प्रतिशत में कोई ख़ास अंतर नहीं थाI
     
  4. समलैंगिक महिलाओं को आक्रामक सेक्स पसंद है
    कई लोग लेस्बियन महिलाओं को दूसरी महिलाओं की तुलना में अधिक मर्दाना और आक्रामक समझते हैंI इसी धारणा की वजह से लोगों को यह लगता है कि लेस्बियन सेक्स हमेशा अधिक कामोत्तेजक और अनियंत्रित होता होगा! लेकिन यहाँ यह बता दें कि तितलियों और मोमबत्तियों की तरह ही महिला समलैंगिक हो या ना हो उसकी किस्में कई प्रकार की होती हैंI अब हो सकता है कि किन्ही महिलाओं को आक्रामक, अनियंत्रित सेक्स पसंद हो तो कुछ को यौन क्रिया के दौरान कोमलता भी पसंद होती हैI अब यहाँ यह बताने की आवश्यकता तो नहीं होनी चाहिए कि एक ही महिला का अलग अलग समय पर सेक्स के प्रति अलग-अलग रवैये से सेक्स कर सकती हैI
     
  5. समलैंगिक महिलाओं की यौन क्रिया में भी एक 'पुरुष' और एक 'महिला' होती है 
    यह एक मिथक है जिससे समलैंगिक जोड़े घिरे रहते हैंI ऐसी बातें उन लोगों की वजह से समाज में प्रचलित होती हैं जो यह समझने में नाकाम होते हैं कि एक ही लिंग के दो लोगों के बीच प्रेम और यौन समबन्ध कैसे हो सकते हैं! लेस्बियन सेक्स के साथ कई घिसीपिटी बातें जुड़ी हुई हैं, जैसे 'बच लेस्बियन' महिला मर्दाना और सेक्स में अधिक सक्रिय होती हैं, और फ़ेम समलैंगिक महिला नरम और आज्ञाकारीI लेकिन यह सब बातें बकवास हैंI!

यह आर्टिकल पहली बार 20 मई 2017 को पब्लिश हुआ था।  

क्या आप लेस्बियन सेक्स से जुड़े कुछ और मिथकों को तोड़ने में हमारी मदद कर सकते हैं? नीचे टिप्पणी लिख कर या फेसबुक के ज़रिये हमें बताएं I अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो हमारे चर्चा मंच का हिस्सा बनेंI