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मज़ाकिया पुरुष बिस्तर में बेहतर

Submitted by Sarah Moses on रवि, 06/28/2015 - 01:34 पूर्वान्ह
क्यों महिलाएं को मसखरे पसंद है? उन्हें सिर्फ हंसना ही पसंद नहीं है, बल्कि रिसर्च दर्शाती है कि यह मसखरे बिस्तर पर जॉनी लीवर से अक्षय कुमार में तब्दील हो जाते हैI

अगर कामोन्माद की बात करे तो यह हर महिला के लिए अलग होता है - कुछ है जिन्हे हर बार सम्भोग करने पर इसकी प्राप्ति होती है, लेकिन कुछ है जिनके साथ ऐसा कभी नहीं होता I वही कुछ ऐसी भी है जिनके साथ 'कभी हाँ कभी ना' वाली स्थिति हैI

एक महिला को चरमआनंद या कामोन्माद की प्राप्ति होना: यह कई बातो पर निर्भर करता हैI

मूड, तनाव, रिश्ता किस और बड़ रहा है और कामुक अनुभवो जैसे कई ऐसे कारण है जो यह तय करते है कि सम्भोग के दौरान एक महिला को चरमोत्कर्ष होगा या नहींI

कुछ कारण ऐसे भी है जिनका ताल्लुक महिला के साथी से हैI औरतो को चरमआनंद की प्राप्ति तब ज़्यादा होती है जब उनका साथी हृष्ट-पुष्ट हो ऐसा रिसर्च का मानना हैI अब इसका कारण यह है कि उस महिला के लिए वो बाकियो की तुलना में ज़्यादा आकर्षक है या दिलेर, इस बारे में कहा नहीं जा सकताI

जितना ज़्यादा विश्वास, उतना ज़्यादा कामोन्माद

पर उन विशेषताओ का क्या जो शारीरिक नहीं है? जैसे कि एक पुरुष का आत्म-विश्वास या उसकी विनोदिताI

इसी बात पर और प्रकाश डालने के लिए कि पुरुषोचित विशेषताओ का एक महिला के चरमआनंद की प्राप्ति से क्या रिश्ता है, अमरीकी शोधकर्ताओं ने 44 छात्राओं को इकठ्ठा किया I वो सभी विश्विद्यालय में पड़ती थी और एक प्रतिबद्ध रिश्ते में थीI उनसे उनके साथी की शारीरिक और मनोवैज्ञानिक खूबियों के बारे में सवाल पूछे गएI उनसे पूछा गया कि वो अपने कामुक जीवन से कितनी संतुष्ट है और कामुक क्रिया के दौरान उन्हें कितनी तेजी से और कितनी बार चरमोत्कर्ष की प्राप्ति हुईI

शोध में यह पाया गया कि एक पुरुष अपने साथी को कितना ज़्यादा यौन सुख दे सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है उसका आत्म-विश्वास कितना बुलंद हैI जिन महिलाओ ने अपने साथी को एक बेधड़क इन्सान होने का दर्जा दिया था, यह वही महिलाये थी जिन्हे सम्भोग के दौरान ज़्यादा सुख का अनुभव हुआ थाI

ज़्यादा हास्य, ज़्यादा सेक्स

लेकिन जब शोधकर्ताओं ने आंकड़ों की गहराई से जांच-पड़ताल करी तो नतीजे अप्रत्याशित थे- किसी पुरुष की मज़ाक करने की आदत का एक महिला के सेक्स जीवन पर ख़ासा प्रभाव निकलाI वो सहभागी जिनके साथी मज़ाकिया थे उनके जीवन में कामोन्माद और सेक्स की कमी नहीं थी, उन महिलाओ की तुलना में जिन्होंने अपने साथी की इस आदत (मज़ाक करने की) को ज़्यादा टटोलने की कोशिश नही करी थीI और तो और यह भी पाया गया कि ऐसे पुरुषो के साथ सेक्स की पहल करने में महिलाओ को हिचकिचाहट भी कम होती हैI

किसी पुरुष की मज़ाक करने की आदत से महिलाओ को कुछ ऐसी जानकारी मिलती है जो उन्हें उस पुरुष की तरफ आकर्षित करती है और वो चाहती है कि ऐसी खूबियां उनकी संतान में भी होI निस्संदेह वो पुरुष जो कोई हास्यप्रद कहानी कहने में माहिर थे उन्हें औरो की तुलना में ज़्यादा बुद्धिमान, मौलिक और लोकप्रिय आंका गयाI शायद तभी ऐसे पुरुषो के साथ महिलाये भी अपने आपको ज़्यादा प्रतिबंध और सुरक्षित महसूस करती हैI

स्त्रोत: क्या कामोत्तेजना की चरम अवस्था एक महिला के द्वारा किये गए पुरुष के चुनाव के बारे में कोई जानकारी देती है? विकासपूरक मनोविज्ञान 12(5): 958-978-, गोर्डोन जी गैलप, जूनियर बेंजामिन, सी एम्पेल, निकोल वेडबर्ग, अरुतजन पोगोस्जन, मनोवैज्ञानिक विभाग, अल्बेनी विश्विद्यालय, न्यू यॉर्क राज्य विश्विद्यालय  

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