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क्या हस्तमैथुन से मेरी सेहत ख़राब हो सकती है?

Submitted by Auntyji on मंगल, 10/09/2012 - 03:08 बजे
आंटी  जी , मुझे  आपकी  मदद  की  सख्त  ज़रुरत  है। मैं 18 साल  का  हूँ  और  दिन  में कम  से  कम  एक  बार हस्त मैथुन करता हूँ। निशांत, हैदराबाद

आंटी जी कहती हैं… पुत्तर, पहले  ना तुस्सी  गहरी  सांस  लो।  अन्दर, बाहर।  और  अब  ना  आप  ध्यान  लगा  के  मेरी  गल  सुनो।  जो  तुस्सी  कर  रहे  हो  ना, वो  दुनिया  की  सबसे  नेचुरल  चीज़  है।

स्वयं-सुख  एक  दम  सुरक्षित, मतलब सबसे सेफ  और  मेरे  ख्याल  में  आपकी  उम्र  में  एक  दम  ओबिविस  चीज़ है।  ज्यादातर  लोग  जिन्ना  सोच  सकदे  हैं  ना, उससे  भी  बहुत  ज़्यादा  आम  चीज़ है ये।  मुझे  तो  लगदा  है  कि आपके  फ्रेंड  को  शक  के  भूत  ने  जकड़  रखा  है और  उसको  खुद  इस पकड़  से  निकलने  की  ज़रुरत  है। तू बोलना उसको मेरे पास थोडा ज्ञान लेने आये।

क़ैद  भावनाएं 

जब  मैं  छोटी  थी  ना, तो  मेरी  मम्मी  जी  बोली, की  बब्ली, किसी  काम  में  बहुत  मज़ा  आये  तो  वो  गलत  नहीं  हो  सकदा।  तो  अपनी  इस आंटी  जी  की  मम्मी  जी  की  बात  सुन, क्रीम  श्रीम  उठाओ, परदे  लगाओ  और  शुरू  हो  जाओ।  यह  दिल  में  क़ैद  भावनाओं  को  निकालने  का  और  दिल  को  शांति  देने  का  अच्छा  तरीका  है।  अपने हाथ  में  ‘पूरी तरह से’ कण्ट्रोल  रखना  हमेशा  बेस्ट  होंदा  है।

और जब तेरी  रिलेशनशिप  शुरू  हो  जाएगी  ना, तब  भी  यह  कला  तेरे  काम  आएगी।

यकीन  मानो  पुत्तर  जी, इसकी  वजह  से  तुवाड्डी  लेडिज  के  साथ  ‘परफोर्मेंस’ में  भी  कोई  असर  नहीं  पड़ने  वाला।  अगर  ऐसा  होता  तो  सारी  दुनिया  की  लेडिज  को  sex toys ही इस्तेमाल  करने  पड़ते।

सुविधाजनक  कला

ओये पुत्तर  जी, फैक्ट  तो  यह  है  की  यह  गुपचुप  सेशन आप  स्टेमिना  बनाने  के  लिए  इस्तेमाल  करो।  ‘इरेक्शन’ (लिंग के तनाव) को  देर  तक  रखने की  कोशिश  करो।  इससे  आप  लेडिज  को  सैटिसफाई , ओये मतलब संतुष्ट करने  का  आसान तरीका सीख  लोगे, और  तुवाड़े शुक्राणु  ख़तम  होना  का  भी  कोई  खतरा  नहीं  है।  खून  और  पसीने  के  तरह, शरीर शुक्राणु  भी  रोज़  रोज़  बनौन्दा  रेंदा  है।  ये  समझ  लो  की  इससे  आपका  सिस्टम  ‘फिट  एंड  फाईन’ चलता  रहेगा। तो  पुत्तर  जी, रुको  मत, लगे  रहो।

और ना दिन  में  एक-दो  बार  करना  कोई  बीमारी  नहीं  है।  कुछ  समझदार  डॉक्टर  तो  यह  भी  कहंदे  है  की लगातार हस्तमैथुन  करने  से  प्रोस्तात्रेहिया टाईप बीमारी  भी  ठीक  हो  सकदी  हैं।  इस बीमारी में ना लिंग से पेशाब के बाद वीर्य निकलता है। तो पुत्तर  जी, प्रोस्तात्रेहिया  की  बीमारी  का  इलाज  करते  रहो। और  हाँ, आप  पूछो  उस  से  पहले  में  ही  गैरेंटी  के  साथ  एक  बात  बता  दूं, हस्तमैथुन  करने  से  अंधे  भी  नहीं  होंदे।

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पहचान की रक्षा के लिए, तस्वीर में व्यक्ति एक मॉडल है और नाम बदल दिए गए हैं।

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