मायरा के नए ऑफिस की शुरुआत एक बुरे सपने की तरह थी I उसके स्तन बड़े होने की वजह से उसे आये दिन उत्पीड़न झेलना पड़ता थाI आइये जाने, कि कैसे उसने इस स्तिथि का सामना कियाI
यदि आप अपने रिश्ते में प्रताड़ना झेल रहे हैं, तो अब आपको इसके बारे में कुछ करना चाहिये। कई बार सकारात्मक रहने से काम चल जाता है, लेकिन अक्सर इसका समाधान रिश्ते का अंत करके ही होता है।
समीर इस सोच के साथ बड़ा हुआ कि महिलाएं पुरुषों के बराबर नहीं होतीं, और उन्हें दबाकर रखना चाहिएI छेड़छाड़ और छींटाकशी को उसने पुरुष होने का अधिकार मान रखा थाI लेकिन अपनी इन् करतूतों पर उसे ज़्यादा दिन तक फक्र नहीं रह सकाI आइये जानते हैं कि उसने ये क्यों बंद कियाI
सवाल: आंटीजी मैं बड़ी असमंजस में हूँ, मुझे समझ नहीं आ रहा कि क्या हो रहा है। आजकल मेरा चचेरा भाई जब मुझसे गले मिलता है तो कुछ अजीब सा लगता है। कुछ अलग...मैं क्या करूँ? शीतल, 19, जयपुर