वही हुआ जो मैं चाहती थी। यह मेरी ही मर्ज़ी थी। फिर भी मुझे अपराधबोध होता है। लव मैटर्स इंडिया आपको दक्षिण कोरिया की दो ऐसी महिलाओं की कहानी बताने जा रहा है जिन्होंने अपनी मर्ज़ी से गर्भ समापन कराने के बाद अपराधबोध महसूस किया और इसे दुनियाभर की महिलाओं के साथ साझा किया।
नमस्ते आंटी जी जी, मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ उसके 'सुरक्षित दिनों' पर सेक्स करना चाहता हूं, क्या आप ये बता सकती हैं कि हम यह कैसे पता कर सकते हैं? चिराग, 23, गुवाहाटी
अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए गर्भनिरोधक का इस्तेमाल एक बेहतरीन उपाय है लेकिन यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकते हैंI किसी भी गर्भनिरोधक का चुनाव करने से पहले इसके घातक परिणामों पर भी एक नज़र डाल लेंI
सेक्स के बाद इमरजेंसी गर्भनिरोधक गोलियां (आई-पिल) लेना समायरा की आदत बन गई थी। कैसे? एक बार जब समायरा और अंगद ने बिना कंडोम के सेक्स किया तो उन्हें इतना मज़ा आया कि उस दिन से उन्होंने कंडोम लगाना ही बंद कर दिया। लेकिन एक दिन समायरा के पेट में तेज दर्द शुरू हुआ, उसके बाद क्या हुआ? चलिए जानते हैं...
गर्भपात एक बहुत ही कठिन विकल्प है। केवल कुछ चीजें ही इसे सहने योग्य बना सकती हैं। उनमें से एक है - मेरे डॉक्टर का पूरा साथ। आज हम आपके लिए ऐसी कुछ बातें लेकर आए हैं जिनके चलते महिलाओं के लिए गर्भपात करवाना बहुत मुश्किल हो जाता है। डॉक्टरों और नर्सों से हमारा अनुरोध है कि वे इस तरह की बातचीत को बदलने में हमारी मदद करें ताकि महिलाओं को सुरक्षित और अच्छी स्वास्थ्य सेवा मिल सके।
सुरक्षित और क़ानूनी गर्भपात की सुलभता के लिए मनाए जाने वाले वैश्विक दिवस (28 सितम्बर) के अवसर पर लव मैटर्स आपके लिए उन शब्दों और शब्दावलियों की एक आसान गाइड लेकर आया है, जिनका प्रयोग गर्भपात के बारे में बात करते हुए ना किया जाए तो बेहतर होगाI इसके साथ ही इन शब्दों के विकल्प भी दिए गए हैं।
सेक्स और रिश्तों पर खुलकर बातें करने वाला भारत का पहला ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लव मैटर्स इंडिया भारत में गर्भपात से जुड़े कलंक को खत्म कर लोगों को सुरक्षित गर्भपात के लिए प्रेरित करने की ओर लक्षित हैI इसे सफल बनाने के लिए हमने एक अभियान शुरू किया है जिसका नाम है #IAmNotAlone - क्या दोगे मेरा साथ?