हां, भारतीय क़ानून के अनुसार गर्भपात ना सिर्फ़ पूरी तरह वैद्य है बल्कि एक महिला को इसके लिए अपने माता-पिता/पति की अनुमति की भी ज़रुरत नहीं हैI सुरक्षित और कानूनी गर्भपात के लिए विश्व दिवस को चिह्नित करने के लिए, हम आज आपके लिए भारत में प्रचलित गर्भपात सम्बंधित पांच मिथकों के ऊपर से पर्दा उठाएंगेI
नमस्ते आंटी जी... मुझे अभी अभी पता चला है कि मैं गर्भवती हूं लेकिन मैं अभी इस ज़िम्मेदारी का भार उठाने के लिए शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से तैयार नहीं हूँI मैं गर्भ समापन करवाना चाहती हूँ और यह भी जानना चाहती हूँ कि क्या इससे आगे बच्चा पैदा करने में कोई समस्या तो नहीं होगीI मधु, 22 साल, XXXX
आंटी जी, मैं और मेरी गर्लफ्रेंड बच्चे को जन्म देने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं थे इसलिए हमने गर्भपात करवाने का फैसला लियाI लेकिन अब हमें बुरा लग रहा हैI क्या हमारा निर्णय गलत था? रवि (22), भोपाल
भारत में गर्भपात को लेकर असली जद्दोजेहद उसकी वैधता को लेकर नहीं है, बल्कि उसकी उपलब्धता को लेकर है। यहाँ चुनौती यह है कि महिलाओं को कैसे बताया जाए कि गर्भपात ना सिर्फ़ वैध है बल्कि यह बेहद सुरक्षित भी है।
'तुम्हारा दिमाग तो ठीक है?' नमित ने गुस्से में चिल्लाते हुए कहा, जब उसे पता चला कि रिद्धि अपनी दोस्त श्वेता के साथ उसके गर्भपात में उसका साथ देने जा रही है I रिद्धि को समझ नहीं आ रहा था क्या करे - अपनी सबसे अच्छे दोस्त की मदद करें या अपने बॉयफ्रेंड की सुने? आप क्या करेंगे? - क्या दोगे साथ?
लावण्या एक आम किशोरी है - मौज-मस्ती करने वाली और चिंता मुक्तI उसे सिर्फ उसक कपड़ों और परीक्षा की चिंता रहती हैI लेकिन एक बात अलग है, वो गर्भवती है, और ज़ाहिर है की वो ये बच्चा नहीं चाहती और गर्भपात ही केवल एक रास्ता हैI
*सुमन और *अभय केवल कामुक सुख के लिए एक रिश्ते में थेI उनका सेक्स जीवन शानदार था और उस मनहूस दिन तक सब अच्छा चल रहा थाI उस दिन जब सुमन ने अभय को रोते हुए फ़ोन किया थाI
सुप्रिया का हर रिश्ता अपमानजनक और हिंसात्मक रहा थाI उनकी वजह से उसे एक, दो नहीं बल्कि चार गर्भपातों से गुज़रना पड़ा थाI उसके बाद उसे एहसास हुआ कि उसे कुछ बदलना होगाI आज उसे किसी भी बात का कोई अफ़सोस नहीं है क्यूंकि इस सबकी वजह से उसने अपनी और अपने शरीर का सम्म्मान करना शुरू किया हैI
पहले प्रसव में हुई जटिलता के अनुभव ने सुभाषिनी को मानसिक रूप से निराशा की अवस्था में ला दिया था। जब उन्हें पता चला कि वो फिर से गर्भवती हैं तो उन्होंने एबॉर्शन का फैसला किया क्योंकि वो फिर से प्रसव की पीड़ा और नींद रहित रातों के लिए तैयार नही थी।