साथ ही मेरे मन में इस गर्भपात के विषय को लेकर थोड़ी उदासी भी है...मेरी मदद कीजिये प्लीज। ईशान (23), लखनऊ
आंटीजी कहती हैं...बेटे तुम लोग सावधानी क्यों नहीं बरतते? मुझे पता है कि ये सब आसान नहीं होता। उम्मीद करती हूँ कि सब कुछ ठीक ठाक है और वो स्वस्थ है।
तेरी बात सुनकर जो समझ आता है उसके मुताबिक तुम दोनों अभी भी साथ हो और तू नहीं चाहता कि तेरी गर्लफ्रेंड अभी गर्भवती हो। क्यूंकि हम ये पक्के तौर पर नहीं कह सकते कि अब उसका महावारी चक्र फिर से कब शुरू होगा, तो गर्भ ठहरने की सम्भावना भी बनी रहेगी। गर्भ ठहरने के लिए उसकी अगली माहवारी का इंतज़ार नहीं किया जा सकता, हो सकता है उससे पहले ही गर्भ ठहर जाये। इसलिए सावधानी बरतना आवश्यक है।
तुझे लग रहा होगा कि आंटी जी ने तो डरा दिया। लेकिन ऐसा नहीं है पुत्तर, मैं सिर्फ तेरी और तेरी गर्लफ्रेंड की सावधानी और सुरक्षा के लिए ये सब संभावनाएं बता रही हूँ।
खतरों का खेल
बेटे सेक्स है तो मज़ेदार चीज़, और कई लोगों की नज़र में असुरक्षित सेक्स तो और भी मज़ेदार होता है लेकिन जी, इसके दुष्परिणाम भी काफी खतरनाक हो सकते हैं। हैं ना? मुझे पता है कि तुम दोनों ने भी चिंता और तनाव झेला होगा जब ये समस्या खड़ी हुई होगी।
सुरक्षित, सस्ता और आसानी से उपलब्ध
अपने देश में गर्भपात को सरकार ने 1971 में स्वीकृति दे दी थी जो कि एक विकासशील कदम था-बहुत से देश आज भी (गर्भपात) एबॉर्शन को लेकर दुविधा की स्थिति में हैं। क़ानूनी स्वीकृति होने के बावजूद अक्सर सुरक्षित और किफायती गर्भपात करवाना टेढ़ी खीर साबित होता है।
ऊपर से सामाजिक दबाव भी इसे और मुश्किल बनाता है। आसानी से उपलब्ध, किफायती और सुरक्षित गर्भपात हर महिला का अधिकार है। शरीर महिला का है, तो ये फैसला भी उसका है कि बच्चा उसे रखना है या नहीं। बात खत्म! लेकिन ये फैसला ज़िम्मेदारी से लिया जाना चाहिए।
स्मार्ट, सेक्सी और सुरक्षित
अब ये बात लेडीज के लिए है लेकिन पुरुषों को भी इस पर ध्यान देने की ज़रूरत है। सुनो कुडियों, तुम्हारी एक अतिरिक्त ज़िम्मेदारी भी है। ये शरीर तुम्हारा है और इसलिए फैसला भी तुम्हारा ही है, आई बात समझ? चाहे तुम प्यार में कितनी भी खोयी क्यों न हो, तुम्हे सेक्स के लिए हाँ या ना कहने का पूरा अधिकार है!
लेकिन शरीर तुम्हारा है पुत्तर, इस शरीर के प्रति भी कोई ज़िम्मेदारी बनती है तुम्हारी। जब तुम सेक्स और किसी विशेष प्रकार के सेक्स के लिए हाँ या ना कह सकती हो तो सुरक्षित सेक्स पर भी बल दे सकती हो, जैसे कि कंडोम का इस्तेमाल!
विनम्र निवेदन?
और ईशान, तूने कहा कि तू उदास और निराश है, क्यों? तुझे बोझ सा महसूस हो रहा है कि जो हुआ वो सही नहीं था- लेकिन वो अपने आप तो प्रेग्नेंट नहीं हुई न, कंडोम के इस्तेमाल के बारे में तो तुझे भी पता है या नहीं? गर्भ ठहरना दोनों की ज़िम्मेदारी है।
अगर असुरक्षित सेक्स की पहल तूने की थी, और उसे ऐसा करने के लिए प्यार की दुहाई देकर तूने मजबूर किया था, तो वो तो झल्ली थी ही, लेकिन तुझे क्या हो गया था? अब बुरा महसूस करने से कुछ नहीं होना, बस आगे से ऐसा नहीं होना चाहिए।ये पल ना आये, यही अच्छा है।
अब जो भी हो, तेरा कर्त्तव्य यही हैं कि तू उसका ध्यान रखे और उम्मीद ये है कि उसकी सारी सहेलियां ये स्तम्भ पढ़ें ताकि किसी अनचाही स्थिति में खुद को फंसा हुआ न पाएं।
यह लेख पहली बार 17 मार्च 2015 को प्रकाशित हुआ था।