छोटी उम्र से जिम्मेदारियां
महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव की रहने वाली 15 साल की कोमल अपने माता-पिता और अपने दो भाई बहनों के साथ रहती थी। अपने भाई बहनों में कोमल सबसे बड़ी थी इसलिए वह समय से पहले काफी जिम्मेदार हो गई थी। उसके पिता की तबीयत हमेशा खराब रहती थी क्योंकि सिगरेट-पान-गुटखा और तंबाकू खाने के कारण उनकी सेहत लगभग खराब हो चुकी थी इसलिए वे कोई काम नहीं करते थे।
घर की पूरी जिम्मेदारी कोमल और उसकी मां पर थी। कोमल की मां घरों में झाड़ू-पोंछा किया करती थी और शाम को समय रहने पर खाना बनाने के लिए कभी-कभी कोमल के साथ सूखी लकड़ियां भी तोड़ने जाया करती थी लेकिन सामान्य दिनों में कोमल मां के ना रहने पर घर का काम करती और शाम को सूखी लकड़ियां तोड़ने जाती।
चूंकि लकड़ियां गांव से सटे एक जंगल वाले इलाके में मिलती थी इसलिए कोमल शाम से पहले निकल जाती ताकि अंधेरा होने से पहले लौट सके। इसी बीच उसने महसूस किया कि उसके ही गांव के रहने वाले एक लड़का चंदन अपने दोस्तों के साथ वहां आया करता था।
कोमल जानती थी कि वह उसका पीछा किया करता है और उसे देखा करता है लेकिन कोमल इन बातों को अक्सर नजरअंदाज कर दिया करती लेकिन एक रोज उस लड़के ने कोमल का हाथ पकड़ लिया और कहने लगा कि वो कोमल को बहुत पसंद करता है और वो उसे ऐसे जंगल से लकड़ियां तोड़ते नहीं देख सकता। वह उसे अपने साथ शहर ले जाना चाहता है ताकि कोमल अच्छे ज़िन्दगी जी सके।
पहले कोमल ने तो उसके लड़के को झिड़क दिया और वहां सो दौड़कर चली गई लेकिन उसी रात वो सोचने लगी की किसी ने तो उसके बारे में सोचा। कितना अच्छा होगा अगर उसकी शादी उस लड़के से हो जाये और वह शहर जा कर अपने बाबा का इलाज भी करवा ले?
किसी को मत बताना
अगले दिन कोमल ने उस लड़के को कहा, ‘मैं भी तुमसे प्यार करती हूं। अगर तुम सच में मुझे अपने साथ शहर लेकर जाओगे तो मेरे पिता का इलाज भी करवा देना।’ ‘बस इतनी-सी बात, जरुर कोमल’ और इतना कहकर उस लड़के ने कोमल को गले से लगा लिया। कोमल भी बहुत खुश हो गई लेकिन इतने में उस लड़के ने कहा, ‘मगर अभी ये बात किसी को मत बताना। कुछ समय बीत जाने दो उसके बाद मैं सबको बता दूंगा।’
उसके बाद दो दोनों का मिलना बिल्कुल सामान्य हो गया। धीरे-धीरे चंदन और कोमल एक दूसरे के करीब आने लगे और चंदन ने धीरे-धीरे कोमल को सेक्स के लिए मना लिया फिर वो हर रोज कोमल के साथ सेक्स करता। भले कोमल दर्द में होती लेकिन वो उससे कहता ऐसे वाले प्यार में दर्द होता है कोमल और मैं तो तुमसे बहुत प्यार करता हूं इसलिए दर्द भी थोड़ा ज्यादा होगा ना और कोमल चुप हो जाती।
प्यार, सेक्स, धोखा
कुछ समय बाद कोमल की तबीयत बिगड़ने लगी और उसको उलटी और जी मचलना जैसा लगने लगा। उसके पीरियड्स आना रुक गए। इसी बीच उसे पता चला कि चंदन अब गांव छोड़कर शहर जा चुका है और उसकी शादी भी हो गई है। कोमल अंदर से टूट गई और उधर उसकी मां को भी एहसास हो गया कि आजकल कोमल माहवारी का कपड़ा भी नहीं मांग रही और उसका शरीर, खासकर पेट फूलता जा रहा है। तब उसकी मां नो जोर देकर पूछा, तब कोमल ने रोते हुए सारी बात बताई।
उसकी मां बहुत डर गई कि अब ये बात फैल जाएगी, कोई काम नहीं देगा। वह इस डर से सरकारी अस्पताल नहीं जाना चाहती थी कि कहीं वे किसी अविवाहित, 18 साल से काम लड़की का गर्भपात न होने दें तो? उसने सोचा कि यह अवैध था।
एहसान कर रहा है
डरी सहमी वो एक प्राइवेट अस्पताल गई और गर्भपात कराने के खर्च के बारे में पता किया जो कोमल के परिवार के लिए बहुत बड़ा खर्च था डॉक्टर ने यह कहते हुए अत्यधिक राशि का खर्चा लगाया कि वह एक अविवाहित, कम उम्र की लड़की का गर्भपात करके उन पर एहसान कर रहा है, क्योंकि इसकी अनुमति नहीं है।
उसकी मां के पास अबॉर्शन कराने के अलावा और कोई चारा नहीं था। उसने साहूकार से बहुत अधिक ब्याज दर पर ऋण लिया और कोमल का गर्भपात करा दिया। धन की कमी के कारण उसे कोई देखभाल नहीं दी गई। उसके बाद कोमल का शरीर बहुत कमजोर हो गया।
कोमल और उसकी माँ ऋण के भुगतान के लिए अतिरिक्त पारियों में काम कर रहे हैं, जो कभी न खत्म होने वाला लगता है। गर्भपात कराने के बाद उसका तबीयत बहुत ज्यादा खराब होने लगा और मां कुछ ना देखी ना सोची और उसकी शादी जल्दी करवा दी इससे लड़की का शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ा और कर्जा लेने की वजह से उस परिवार का और भी की स्थिति खराब हो गई।
संपादक की टिप्पणी: 18 से कम उम्र कि लड़कियों के अबॉर्शन के लिए माता या पिता की मंज़ूरी लगती है। क्यूंकि कोमल की माँ कोमल के साथ थी और उनको ये अबॉर्शन मंज़ूर था, इसलिए अबॉर्शन गैर कानूनी नहीं था।
इस कहानी को चश्मदीद गवाहों के बताए गए बयानों के आधार पर संकलित किया गया है। इसलिए सभी विवरणों की पुष्टि करना मुश्किल है। यह कहानी ग्लोबल डे फॉर सेफ अबॉर्शन 2022 के लिए ग्रामीण भारत में गर्भपात के अनुभवों का दस्तावेजीकरण करने वाली लव मैटर इंडिया की स्टोरी सीरिज का एक हिस्सा है। कोमल की कहानी से पता चलता है कि खतरनाक परिस्थितियों में प्रेगनेंट होने के कारण गर्भपात कराना कई महिलाओं की ज़रूरत होती है। महिलाओं के लिए वैध विकल्प उपलब्ध होने के बावजूद भी उन सेवाओं तक उनकी पहुंच आसान नहीं होती है।
तस्वीर में मॉडल का इस्तेमाल किया गया है।नाम बदल दिए गए हैं।
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