मेरे नए काम की जगह ऐसी है जहाँ मैं अपने पूरे अस्तित्व के साथ शुरू से ही सहजता से काम कर पा रही हूँ। इसके लिए मैं भारत के पहले एलजीबीटी जॉब मेले राइज़ की शुक्रगुजार हूँ जिसकी वजह से मुझे ऐसी नौकरी मिली जहाँ मैं अपने पूरे वज़ूद के साथ आज़ादी से काम कर सकती हूँ। कुसुम ने अपनी कहानी लवमैटर्स इंडिया के साथ साझा की है।
जब सोनल, एक ट्रांसवुमेन, बैंगलोर में शिफ्ट हुई और उन्होंने एक नई कंपनी में जॉब करना शुरू किआ, तो उन्हें क्या पता था कि उसका एचआर न केवल उनके रहने के लिए घर ढूंढने में मदद करेगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि उनके पास इस्तेमाल करने के लिए जेंडर न्यूट्रल बाथरूम हो। उन्होंने राइज (RISE) जॉब फेयर के माध्यम से एलजीबीटीक्यू संवेदनशील कार्यस्थल पर नौकरी हासिल की और लव मैटर्स के साथ अपनी कहानी साझा की।
देविका कविता लिखती थी और आदित्य संगीतकार था। जब दोनों मिले तो ऐसा लगा की ये जोड़ी ऊपर से ही तय होकर आयी है, पर सिर्फ तब तक जब देविका ने आदित्य की अपने दोस्त से बातचीत सुनी। देविका ने अपनी कहानी राइजिंग फ्लेम से साझा की।
एक साथी खोजना और प्यार में पड़ना जटिल और अद्भुत अनुभव है। हम सभी प्यार पाना चाहते हैं - लेकिन क्या विकलांग लोगों के लिए यह कठिन है? लव मैटर्स इंडिया के इस खूबसूरत वीडियो को देखने के लिए नीचे स्क्रॉल करें।
एक था राजा, एक थी रानी। हम सभी ऐसी कहानियां सुनकर बड़े हुए हैं जहां एक आदमी और एक औरत होती है और फिर दोनों में प्यार हो जाता है। लेकिन ऐसे लोगों के बारे में क्या जो आदमी या औरत जैसा महसूस ही नहीं करते? उन आदमियों का क्या जो आदमियों से प्यार करते हैं या ऐसी औरतें जो औरतों से ही प्यार करती हैं। लेख के अंत में वीडियो देखना न भूलें।
मैं एक 17 वर्षीय लड़का हूं और मेरे हावभाव लड़कियों की तरह होने की वजह से लोग मुझे बहुत चिढ़ाते हैंI आंटी जी प्लीज़ मुझे इन लोगों से बचाइएI अंकुश, 17, चेन्नई
लावण्या पर जब भी कोई भद्दी टिप्पणी करता तो अन्य भाइयों की तरह उसका भाई भी उसके लिए लोगों से लड़ने के लिए तैयार हो जाता। उसने कभी भी उसकी आज़ादी पर पाबंदी नहीं लगाई बल्कि हमेशा उसका बचाव ही किया हैI लावण्या ने लव मैटर्स इंडिया को बताया कि जब उनके भाई विश्रुत को पता चला कि वो उभयलिंगी हैं तो उसने उसला किस तरह साथ दिया।