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जब एक दोस्त आपको अपनी लैंगिकता की सच्चाई बताये

Submitted by Harish P on बुध, 11/08/2017 - 05:58 बजे
अपनी लैंगिकता को लोगों के सामने लाना विभिन्न कारणों से तनावपूर्ण हो सकता हैI इस चरण में मित्र बहुत मददगार हो सकते हैं। फिर भी, अनजाने में, कभी-कभी, वे उन चीजों को कह सकते हैं जिनसे दिल को ठेस लग सकती हैI आज हम आपके लिए एक मार्गदर्शिका लेकर आये हैं जिसकी मदद से ऐसी नाज़ुक घड़ी में आपकी और आपके मित्र के बीच सहजता बनी रहेI
क्या करें
सुनें

हम समझते हैं कि ना सिर्फ़ आपके दोस्त के लिए बल्कि आपके लिए भी यह एक महत्त्वपूर्ण घटना हैI इसलिए शायद आपके लिए अपनी भावनाओं को काबू में रखना मुश्किल हो सकता हैI फ़िर भी हर छोटी से छोटी बात को ध्यानपूर्वक सुने और समझने की कोशिश करेंI कई बार बड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने से छोटी लेकिन महत्वपूर्ण बातें नज़रअंदाज़ हो जाती हैं! क्या आपका मित्र अपनी कामुकता के साथ सहज हो पाया/पायी है? आपकी मित्र को किस तरह की सहायता की ज़रूरत है, आदि। यह कुछ ऐसी चीजें हैं जो आप सुनकर ही समझ सकते हैं, और अपनी खुद की कल्पना से इन सवालों का जवाब देकर नहीं।

उनसे पूछें कि क्या उन्हें कोई पसंद है

किसी की 'एकदम से पता चली' लैंगिकता को समझ लेना ही 'सहिष्णुता' नहीं हैI इसलिए केवल इस पर ही ना रुकें और उनसे यह भी पूछने की कोशिश करे कि क्या उसे सामान लिंग के लोगों के प्रति आकर्षण होता है? बिना उन्हें ठेस पहुंचाए यह पूछने का प्रयास करें कि उन्हें स्कूल या ऑफिस में कोई अच्छा लगता हैI सच्ची स्वीकृति का अर्थ है कि आप अपने दोस्त की रूमानी रुचियों के बारे में सकारात्मक जिज्ञासा और रुचि दिखाएंI

अब होमोफोबिया के खिलाफ़ सहिष्णुता ना दिखाएं

जब भी आपके मित्र समलैंगिकतापूर्ण मजाक और टिप्पणी करें तो आप उन्हें समझाने का प्रयास करें कि ऐसा करना गलत है और इससे किसी के मन को ठेस पहुँच सकती हैI इससे आपके मित्र का आपके ऊपर विश्वास और सुदृढ़ होगा और आप दोनों के बीच का रिश्ता और भी गहरा हो जाएगाI

कामुकता जीवन का सिर्फ़ एक पहलू है

लैंगिकता किसी के व्यक्तित्व का केवल एक पहलू है और अपने मित्र के सम्पूर्ण अस्तित्व का सार सिर्फ़ इस एक पहलु को ना समझेंI याद रखें कि वह अब भी वो सारी चीज़ें करता/करती रहेगा/रहेगी जो पहले कर रहा/रही था/थीI

 

Thumbs up
क्या ना करें
क्या तुम्हे पूरा विश्वास है? तुम्हे कब एहसास हुआ?

जहाँ तक घिसे पिटे सवालों का ताल्लुक है तो वो इससे घटिया नहीं हो सकताI हर समलैंगिक व्यक्ति ने इस प्रश्न को जीवन में एक बार ज़रूर सुना है। हो सकता है कि वो वास्तव में समलैंगिक ना हो? शायद यह एक भ्रम हो? उसे पहली बार कब एहसास हुआ?

याद रखें कि ऐसा कोई विशेष क्षण नहीं होता जब लोगों को इस बात का एहसास होता हैI

मज़ा आ गया! मैं हमेशा से कोई समलैंगिक दोस्त चाहता/चाहती था/थी

हालांकि यह स्पष्ट रूप से एक सकारात्मक प्रतिक्रिया है, लेकिन इससे सुनने वाले को बहुत अच्छा नहीं लगेगाI यह वैसे ही जैसे यह कहना कि आप एक पालतू कुत्ता चाहते थे और अब आपको एक मिल गया हैI अपने दोस्त की कामुकता को अपनी 'बकेट लिस्ट' (वो बातें जो आप अपने जीवन में करना चाहते हैं) भरने के लिए इस्तेमाल ना करेंI

 

इससे आप दोनों के बीच कुछ भी बदलना नहीं चाहिए

अगर यह सुनने के बाद आप सच में अपने दोस्त के प्रति कुछ अलग महसूस कर रहे हैं तो कोशिश करें कि उसे इस बात का अंदाज़ा ना होI अपने दोस्त को सहज और स्वीकृत महसूस करवाने के लिए यह सबसे महत्त्वपूर्ण बात है जो आप उसके लिए कर सकते हैंI

अपने दोस्त की मर्ज़ी के बिना इस बारे में औरों से बात करना

यह बात औरों के लिए रोमांचक हो सकती है लेकिन दूसरो को बताने से पहले यह जान लेना महत्वपूर्ण है कि आपका मित्र इस बारे में क्या विचार रखता हैI यहां तक ​​कि अपने माता-पिता और अन्य करीबी दोस्तों को भी ना बताएंI हो सकता है कि आपका मित्र अपनी कामुकता को लेकर सहज हो, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि वो इसे दूसरो को पता चलने के बारे में भी सहज हैI

Thumbs down

तस्वीर के लिए मॉडल का इस्तेमाल किया गया है

क्या हाल ही में अपने किसी दोस्त कि कामुकता को लेकर आपने भी किसी चुनौती का सामना किया है? इस पृष्ठ के टिप्पणी अनुभाग में या हमारे फेसबुक पेज के ज़रिये हमसे संपर्क करेंI अगर आपके पास कोई विशिष्ट प्रश्न है, तो कृपया हमारे चर्चा मंच पर जाएंI

लेखक के बारे में: मुंबई के हरीश पेडाप्रोलू एक लेखक और अकादमिक है। वह पिछले 6 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत हैं। वह शोध करने के साथ साथ, विगत 5 वर्षों से विश्वविद्यालय स्तर पर दर्शनशास्त्र भी पढ़ा रहे हैं। उनसे लिंक्डइन, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर संपर्क किया जा सकता है।