इनसे रक्षा करना मुश्किल काम नहीं है, लेकिन ज़रूरी है क्यूंकि इनमे से कुछ लाइलाज हैं और मौत का कारण भी बन सकती हैं। आइये इन घातक बिमारियों के बारे में कुछ जानकारी शेयर करते हैं।
- नाम का रहस्य STI और STD में फर्क है। असुरक्षित सेक्स के कारण आपको संक्रमण(STI ) या इन्फेक्शन हो सकता है। और इसी इन्फेक्शन के लक्षण यदि आपको दिखने लगें जैसे की लिंग या योनि से असहज रिसाव होना, तो शायद आपको सेक्स संकर्मित बीमारी(STD ) हो गयी है। तो असल में STI और STD में फर्क सिर्फ इतना है की क्या आपको लक्षण दिखाई दे रहे हैं या नहीं। दोनों ही स्थिति में, यदि इन्फेक्शन हो चूका है तो असुरक्षित सेक्स से आप किसी और व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकते हैं।
- प्रोटेक्शन STDs का प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर बुरे असर से लेकर मृत्यु तक हो सकता है। लेकिन इस सब से बचाव का एक बहुत ही साधारण और आसान उपाय है जिसके बारे में हम सब जानते हैं- कंडोम का प्रयोग! शायद अपने सुना हो की सेक्स के बाद अपने गुप्तांग धोने से आप संक्रमण से बचाव कर सकते हैं, लेकिन ये सच नहीं है। सच ये है की इस से बचाव का एकमात्र तरीका है कंडोम की मदद से सुरक्षित सेक्स। दूसरा तरीका है की आप सेक्स ही न करें! तो आप खुद तय कीजिये की कौनसा तरीका बेहतर है। महिलाओं के पास HP वायरस से सुरक्षा के लिए वैक्सीन लगाने का भी विकल्प है। STD से सर्वाइकल कैंसर भी हो सकता है।
- कारण और उपचार STD की वहज बैक्टीरिया, वायरस या पैरासाइट हो सकते हैं। और ये किसी डायन या राक्षस से नहीं आते। इसका अर्थ ये है की इनके उपचार के लिए भी इन्हें नष्ट करने की दवाई का सहर लिया जाना चाहिए। इनके उपचार से सम्बंधित बहुत सी अफवाहें प्रचलित हैं। जैसे की कुंवारी लड़की से सम्भोग करना, गुप्तांगों को सोडा में डूबकर रखना, या फिर पूजा पाठ करना। एक बात तो तय है, STD का इलाज़ दवा है, दुआ या पूजा पाठ नहीं!
- टेस्ट कराएं! STD से जुडी एक समस्या ये है की शायद आपको पता न चले की आप संक्रमित हैं और आप ये संक्रमण असुरक्षित सेक्स के ज़रिये दूसरों को भी दे रहे हों। लक्षणों के सामने आने में काफी समय भी लग सकता है। जैसे की HIV के केस में आप 10 साल से संक्रमित हो सकते हैं, और शायद आपको पता भी न हो। तो यदि आपका साथी स्वस्थ लगता है, इसका अर्थ ये नहीं की आप दोनों सुरक्षित हैं। तो इसीलिए ये अतिआवश्यक है की यदि आपने असुरक्षित सम्भोग किया है तो आप अपनी शारीरक जांच करवाएं। क्यूंकि इस संकरण के उपचार से आप HIV जैसे दुसरे संक्रमण से तो अपनी रक्षा कर ही सकते हैं।
- काफी लम्बी दूरी...हम सभी भाग्यशाली हैं की मेडिकल साइंस STD के उपचार में काफी कारगर साबित हुआ है। एंटीबायोटिक्स से पहले सिफिलिस जैसे संक्रमण के उपचार के लिए मरकरी, आर्सेनिक और सिल्वर नाइट्रेट जैसे पदार्थों का प्रयोग किया जाता था। तो इस से इलाज तो हो जाता था, लेकिन कुछ हानिकारक प्रभाव पीछे छूट जाते थे जो त्वचा को नुकसान पहुंचाते थे।लेकिन याद रखिये, हर सेक्स संक्रमित बीमारी का इलाज संभव नहीं है। एड्स जानलेवा है। तो ये ज़रूरी है की आप इस सब से अपने आपको बचाए रखें। यदि आप आपके आपको सुरक्षित रखेंगे तो आपको इलाज के बारे में सोचने की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी।
यह लेख पहली बार 9 मार्च, 2013 को प्रकाशित हुआ था।
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