यह ठंड के कारण हुए छालों या फफोलों की तरह दिखते हैं। जब की यह विषाणु तेज़ी से फैलता है, फिर भी जिन लोगों को यह होता है, उनमें से अधिकांश को छाले नहीं पड़ते हैं।
यदि आप जेनिटल हर्पीज़ से संक्रमित हैं तो आपके लिंग, योनि या गुदा के आस-पास छाले हो सकते हैं। जब छाले फूटते हैं तो वहां घाव बन जाते हैं। ये छाले कुछ हफ्तों या महीनों के अंतर पर फिर से निकल सकते हैं।
एक बार जब आप एचएसवी-1 या एचएसवी-2 से संक्रमित हो जाते हैं, तो आप पूरे जीवन भर इनसे संक्रमित रहते हैं। हालांकि यदि आप उन कुछ लोगों में से हैं जिन्हें छाले या घाव हुए हैं, तो उनका निकलना, समय बीतने के साथ कम हो जाता है।
जेनिटल हर्पीज़ का कोई इलाज नहीं है, केवल छालों को दबाया जा सकता है (उनका निकलना कम किया जा सकता है।)
जेनिटल हर्पीज़ कैसे होते हैं?
असुरक्षित मुख, यौन या गुदा मैथुन से आपको जेनिटल हर्पीज़ हो सकते हैं। सुरक्षित सेक्स करने पर भी ये आपको हो सकते हैं, क्योंकि हो सकता है कंडोम, उन सभी जगहों को न ढके जहां छाले हुए हैं। साथ ही आपको उस व्यक्ति से भी जेनिटल हर्पीज़ लग सकते हैं, जिन्हें छाले ना हों परन्तु वे हर्पीज़ सिम्प्लेक्स वायरस से संक्रमित हों।
जेनिटल हर्पीज़ से आप कैसे बच सकते हैं?
आप, निम्नलिखित उपाय कर जेनिटल हर्पीज़ होने का जोखिम कम कर सकते हैं:
1.हमेशा कंडोम का प्रयोग करें।
कंडोम का प्रयोग आपको जेनिटल हर्पीज़ होने और फैलाने के जोखिम को कम कर सकता है। हालांकि विषाणु आपके मुंह और होठों के आस-पास की जगह को भी संक्रमित कर सकता है।
इसलिए यदि आप मुख मैथुन करने जा रहे हैं तो इस बात की जांच कर लें कि कहीं आपके साथी को जेनिटल हर्पीज़ तो नहीं हैं, यदि हैं तो जननांगों की सुरक्षा के लिए कंडोम या डेन्टल डैम का प्रयोग करें। अच्छा रहेगा यदि मुख मैथुन दुबारा करने से पहले तब तक इंतज़ार कर लिया जाए जब तक की सारे लक्षण पूरी तरह समाप्त न हो जाएं।
जब तक आपको जेनिटल हर्पीज़ के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो उनके ठीक हो जाने पर ही सेक्स करें। नहीं तो आपके साथी को वायरस से संक्रमित करने की संभावना अधिक होती है।
जेनिटल हर्पीज़ के लक्षण क्या हैं?
हर्पीज़ सिम्प्लेक्स वायरस से संक्रमित अधिकांश लोगों में जेनिटल हर्पीज़ के कोई लक्षण मौजूद नहीं होते हैं।
यदि आप में जेनिटल हर्पीज़ के कोई लक्षण मौजूद हैं तो वे पुरुषों तथा महिलाओं के लिए एक जैसे ही होते हैं। घाव या फफोले निकलने का एक निश्चित तरीका होता है। जब पहली बार आपको जेनिटल हर्पीज़ संक्रमण के लक्षण नज़र आते हैं, तो ये पहली बार निकले होते हैं, इसके बाद वे कई बार निकलते हैं।
जेनिटल हर्पीज़ के शुरुआती लक्षण
हर्पीज़ सिम्प्लेक्स वायरस द्वारा संक्रमित होने के पहले एक से तीन हफ्तों में आपके अंदर फ्लू जैसे लक्षण नज़र आते हैं। इन लक्षणों में बुखार, थकान, ग्रंथियों में सूजन और आपकी पीठ के निचले हिस्से में दर्द शामिल हो सकता है।
आपके जननांगों, गुदा, नितम्बों या जांघों के ऊपरी हिस्से के आस-पास घाव या छाले भी हो सकते हैं। ये छाले आपको कहां होंगे, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने कैसे सेक्स किया है।
ये छालेः
- जलन, खुजली हो सकती है या छूने पर उनमें चुभन हो सकती है
- छोटे और द्रव या पानी से भरे हुए हो सकते हैं
- अक्सर एक-दो दिन में फूट जाते हैं और छोटे लाल घाव छोड़ जाते हैं
- पेशाब करते समय इनमें दर्द हो सकता है क्योंकि फूटने के बाद वे लाल घाव छोड़ जाते हैं
- दो से चार हफ्तों तक बने रह सकते हैं
आम तौर पर पहली बार छालों के निकलने पर सबसे अधिक दर्द होता है। ये लक्षण अक्सर दो से चार हफ्तों में खत्म हो जाते हैं। कुछ लोगों को ये केवल एक ही बार निकलते हैं, दूसरों को कई और बार भी निकल सकते हैं। हर बार इनका दर्द कम होता जाता है।
चित्रः योनि में गंभीर छाले (जेनिटल हर्पीज़)
चित्रः लिंग पर गंभीर छाले (जेनिटल हर्पीज़)
ध्यान रहे, यदि आपको जेनिटल हर्पीज़ हुए हैं, तो वह दिखाए गए इन चित्रों से बिलकुल अलग भी दिख सकते हैं! कभी-कभार कुछ भी नज़र नहीं आता। यदि आपको कोई शका है, तो डॉक्टर के पास या क्लीनिक जाएं।
जेनिटल हर्पीज़ संक्रमण के बार-बार दिखने वाले लक्षण
जेनिटल हर्पीज़ संक्रमण के बार-बार दिखने वाले लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
- द्रव या पानी से भरे हुए चुभन भरे छाले
- कम और छोटे छाले या घाव
- उनमें से पानी रिसना
- पेशाब करते समय दर्द होना
यदि आपको बार-बार जेनिटल हर्पीज़ निकलते हैं तो वे आम तौर पर थोड़े दिनों, लगभग तीन से पांच दिनों तक रहते हैं। अक्सर आपको कम और छोटे घाव होते हैं।
जब कभी आप थके या तनाव में होते हैं तो छाले फिर से निकलने लगते हैं। जब आपको सर्दी-ज़ुकाम हुआ हो या आपका मासिक हो रहा हो तब भी वे निकल सकते हैं।
समय बीतने के साथ आपको संभवतः लगेगा कि इनका निकलना कम होता जा रहा है। हालांकि इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि अब आप हर्पीज़ सिम्प्लेक्स विषाणु से संक्रमित नहीं हैं। आप अब भी संक्रमित हैं। इसका अर्थ केवल यह है कि आपका शरीर इस संक्रमण को जल्दी दूर कर सकता है।
जेनिटल हर्पीज़ की जांच कैसे कराएं?
आपके डाक्टर आपकी जांच करेंगे और घाव से सैम्पल लेकर जेनिटल हर्पीज़ का पता लगाने के लिए उसे प्रयोगशाला भेज देंगे।
हर्पीज़ सिम्प्लेक्स वायरस का पता लगाने के लिए खून की जांच भी की जा सकती है। हालांकि हर्पीज़ सिम्प्लेक्स वायरस के लिए टेस्ट पॉजि़टिव आने का अर्थ, हमेशा यह नहीं होता है कि आपको जेनिटल हर्पीज़ है। इसीलिए जब आपको छाले या घाव हुए हों तो जेनिटल हर्पीज़ का पता लगाने का सबसे असरदार तरीका घाव के द्रव की जांच करना होता है।
जेनिटल हर्पीज़ से छुटकारा कैसे पाएं?
जेनिटल हर्पीज़ का कोई इलाज नहीं है। केवल छालों या घाव को जल्दी सुखाने या इनसे होने वाली तकलीफ को कम करने के उपाय मौजूद हैं।
निम्नलिखित उपायों से जेनिटल हर्पीज़ से होने वाली तकलीफ या असुविधा को कम किया जा सकता हैः
- बर्फ के पैक को कपड़े में लपेटकर घाव पर 15-20 मिनट तक रखना
- ठंडे, गीले टी-बैग को घाव पर रखना
- ठंडे पानी से नहाना
- स्थानीय सुन्न करने वाले (लोकल एनेस्थेटिक) मलहम लगाना (उदाहरण के तौर पर-लिडोकेन)
- नमक डाले हुए गुनगुने पानी से नहाना
- ढीले कपड़े पहनना
जेनिटल हर्पीज़ के छालों या घाव को जल्दी सुखाने के लिएः आप, एसीक्लोवीर, फेमीसिक्लोवीर, या वैलासिक्लोवीर जैसी विशाणुरोधी (एंटीवायरल) दवाएं ले सकते हैं।
इन दवाओं को आप तभी खरीद सकते हैं जब आपके डाक्टर ने नुस्खा लिखा हो। ये दवाएं निकलने वाले छालों की अवधि को कम कर देती हैं।
किसी केमिस्ट या दवा की दुकान से बिना नुस्खा लिखी दवाएं खरीदने से जेनिटल हर्पीज़ में कोई फायदा नहीं होगा।