आंटी जी कहती हैं- नमिता बेटा, जब माता पिता ख़ुद ही डॉक्टर बनकर भविष्यवाणी करना शुरु कर देते हैं कि आपके गर्भाशय कब बच्चा पैदा कर सकता है और कब नहीं तो फिर इस बारे में सोचना पड़ता है। है कि नहीं?
जल्दी किसे है?
बताओ- तुम्हारे मम्मी पापा को सिर्फ़ तुम्हारी शादी की ही जल्दबाजी नहीं है बल्कि वे तुम्हें जल्दी बच्चा पैदा करने के लिए भी दबाव डालेंगे। लेकिन अक्सर माता पिता इसे सीधे नहीं बल्कि गोल गोल घुमाकर कहते हैं कि तुम्हारी उम्र अब निकल रही है इसलिए अब तुम्हें शादी कर लेनी चाहिए।
गनीमत है कि वे यह नहीं कह रहे हैं कि जब तुम रिटायर होगी तो हमारे नाती पोते इस या उस सुविधा का लाभ नहीं उठा पाएंगे इसलिए तुम्हें जल्दी बच्चा पैदा कर लेना चाहिए।
हालाँकि यह सच है कि शरीर की प्रजनन क्षमता एक निश्चित आयु (35 वर्ष) के बाद घटने लगती है। लेकिन जब तक आप स्वस्थ और फिट हैं और आपके अंडाशय में पर्याप्त अंडे बन रहे हैं, तब तक आप गर्भधारण कर सकती हैं।
खतरे की घंटी नहीं है
किसी भी चीज को ख़ुद पर हावी मत होने दो। घबराने की कोई बात नहीं। मैं कहती हूँ कि बच्चे देर से पैदा करना ऐसी वज़ह नहीं है जिसके कारण कोई भी काम जल्दी में किया जाए चाहे बात शादी की ही क्यों न हो ।
नमिता बेटा, क्या तुम अभी भी सिर्फ़ इसलिए शादी करना चाहती हो क्योंकि हमारा समाज बच्चा पैदा करने के लिए जल्दी शादी करने को एक योग्यता मानता है।
बच्चे की बात को एक तरफ़ रख दो - तुम जिस चीज़ के लिए तैयार नहीं हो, डर की वजह से उसे करने की ज़ल्दी मत करो। जब तुम्हें सही पार्टनर मिल जाए तो पहले तुम्हें उसे जानने और समझने में ही काफी मेहनत करनी होगी फिर तुम्हें बच्चे के बारे में बात करना चाहिए। तुम्हें उसे और उसके परिवार को जानने समझने के लिए उनके साथ समय बिताना पड़ेगा और इसके साथ ही अपनी रिलेशनशिप, सेक्स लाइफ और पारिवारिक जीवन को भी सही तरीके से निभाना पड़ेगा।
हे भगवान! मैं पहले से ही खुद को थका रही हूं। इसमें कुछ समय लगेगा। नमिता आख़िर तुम्हें बेहतर तरीके से कौन बता सकता है कि तुम्हें कब क्या करना चाहिए -- बच्चे के बारे में सोचने से पहले शायद तुम्हें इसके लिए बहुत तैयारी करनी पड़ेगी।
तैयारी का समय
बच्चे की योजना बनाना कोई बच्चों का खेल नहीं है - इसके लिए तुम्हें बड़ा होना पड़ेगा। सच कहूं तो तैयार और काफी परिपक्व होना पड़ेगा। वो पुरानी अवधारणा कि बच्चे भगवान की देन हैं या बच्चे अपने आप पल जायेंगे’ एक मिथक से ज़्यादा कुछ नहीं है। बच्चों को पालने में बहुत मेहनत लगती है।
नमिता बेटा, मां बनने के बाद तुम्हारी दिनचर्या और रोज़मर्रा के जीवन में कई तरह के बदलाव आएंगे, क्या तुम इसके लिए तैयार हो?
अभी तो तुम यह भी नहीं जानती कि जिस व्यक्ति से तुम शादी करोगी वह जल्दी बच्चा चाहेगा या नहीं। इसके अलावा अभी तुम्हें यह भी नहीं मालूम कि वह तुम्हें प्यार करेगा, एक मदद करने वाले दोस्त की तरह पार्टनर बना रहेगा या फिर इससे पूरी तरह अलग होगा।
अभी तक नहीं
इस सभी मुद्दों पर माता पिता से बात करो और विनम्रता पूर्वक उनसे कुछ दिन शांत रहने के लिए कहो। बच्चा पार्टी की प्लानिंग करने की बज़ाय तुम जो करना चाहती हो उसके लिए उनसे मदद मांगों। उनसे कहो कि तुम्हें यह सोचने में काफ़ी वक्त लगेगा कि तुम्हें किस तरह के व्यक्ति से शादी करनी चाहिए।
सबसे पहले यह करने की आदत डालो नमिता बेटा और फिर बच्चे के बारे में बाद में सोचो, बहुत बाद में। जैसा वे कहते हैं वैसा ही मत करो।
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