नवराज ने आपको फ़ेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। आप उससे कभी मिली नहीं हैं, लेकिन आपके कई साझा मित्र हैं और संभवतः इसी कारण से वह आपसे जुड़ना चाहता है। आप उसका अनुरोध स्वीकार करती हैं और फिर आप दोनों चैट करना शुरू करते हैं। शुरूआत काफी अच्छी होती है लेकिन जल्द ही आप कुछ असहज महसूस करने लगती हैं। वह आपसे पूछता है कि क्या आपका कोई बॉयफ्रेंड है जिसने आपसे आपकी नंगी फोटो मांगी हो। आप ना कहती हैं और महज दो सेकेंड बाद ही आपके मैसेंजर में वह अपने लिंग की फोटो भेज देता है।
इसे ऑनलाइन यौन उत्पीड़न कहा जाएगा है और नंगी तस्वीरें मांगना या फिर आपत्तिजनक फोटो भेजना ऑनलाइन यौन उत्पीड़न से जुड़े मामलों के सबसे सामान्य रुपों में से एक है। ब्रिटेन में यह सब होना बहुत आम है क्योंकि यह तथ्य जुलाई में ब्रिटिश साइकोलॉजिकल सोसाइटी के 30वें मनोविज्ञान सम्मेलन में प्रस्तुत ब्रिटेन में हुए एक अध्ययन पर आधारित हैI
उत्पीड़न और धमकी
शोध में इंटरनेेट पर यौन उत्पीड़न का शिकार हुई 13 से 72 वर्ष की उम्र के बीच की 250 से अधिक महिलाओं ने अपना नाम गुप्त रखकर एक ऑनलाइन सर्वेक्षण भरा और अपने खराब अनुभवों को साझा किया।
सर्वेक्षणों से पता चला कि लगभग आधी महिलाएं किसी ना किसी रुप में ऑनलाइन यौन उत्पीड़न का शिकार हुई थीं। 40 प्रतिशत महिलाओं को धमकी भरे संदेश भेजकर डराया धमकाया गया जबकि 38 प्रतिशत महिलाओं को अपमानित किया गया। सर्वेक्षण में शामिल 15 प्रतिशत महिलाओं ने ऑनलाइन उत्पीड़न के सभी तीन रूपों को वास्तविक बताया।
बुरा लगता है लेकिन कोई ना
शोधकर्ता मेगन केनी कहती हैं, 'इन नतीजों से पता चलता है कि सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाली साइबर हिंसा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महिलाओं के लिए एक समस्या है और इसके दुष्परिणाम ऑनलाइन दुनिया के अलावा निजी ज़िंदगी में भी देखने को मिल सकते हैं।'
अध्ययन में शामिल महिलाओं की निजी ज़िंदगी पर भी इसका प्रभाव देखा गया और वे ख़ुद के प्रति एवं यौन उत्पीड़न करने वाले व्यक्ति के प्रति नकारात्मकता की भावनाओं से ग्रस्त पायी गयीं। नतीजतन महिलाओं ने इस स्थिति से निपटने की रणनीति विकसित की जैसे कि इसे हंसी में उड़ा दिया या फिर ऐसे दिखाया जैसे कुछ हुआ ही ना हो।
सुझाव
खैर वापस नवराज की कहानी पर आते हैं। उसने आपको अकेला नहीं छोड़ा और लगातार मैसेज भेजकर परेशान करता रहा। आप उसका मजाक बनाकर इस किस्से को अपने दोस्तों को सुनाती हैं लेकिन इससे आपकी समस्या सुलझने वाली नहीं है। तो फिर आपको क्या करना चाहिए?
यहाँ मेगन केनी के दिए कुछ सुझाव आपके काम सकते हैं:
1.स्क्रीनशॉट लें और तारीखों को नोट करके रखें, जो कुछ भी ज़रूरी लगे उसे सुरक्षित रख लें।
2. आप जिस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रही हैं उसपर उस व्यक्ति को रिपोर्ट करें( यदि यह फेसबुक है तो ‘हाउ टू रिपोर्ट थिंग्स’ खोजें और वहां से रिपोर्ट करें। याद रखें, यहां आपके नाम का खुलासा नहीं होगा जिससे उसे पता भी नहीं चलेगा कि आपने उसे रिपोर्ट किया है।)
3. यदि आप अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं तो वह सभी जानकारी वापस ले लें जो आपने पुलिस को दी थी।
यह लेख पहली बार 29 जून, 2017 को प्रकाशित किया गया था। तस्वीर में मौजूद व्यक्ति एक मॉडल है।
क्या आप कभी ऑनलाइन उत्पीड़न का शिकार हुई हैं? हमसे कुछ बताना या पूछना चाहती हैं ? हमारे चर्चा मंच “लेट्स टॉक” पर आएं।