26 वर्षीय शिखा पेशे से लेखिका हैं
निर्णय पर पछतावा
यह मेरे लिए एक नया और अलग अनुभव था जिसके बारे में मुझे मेरे एक दोस्त ने बताया थाI मैं डेटिंग एप्स और ऑनलाइन लोगों से बात करते हुए बोर हो गयी थी और कुछ नया ढूंढ रही थीI
मैं कैफे में घुस तो गयी लेकिन मेरे दिमाग में बार-बार एक ही ख्याल आ रहा था,"क्या मैं यह ठीक कर रही हूँ?"I जब मैंने स्पीड डेटिंग के लिए पंजीकृत किया था तो मुझे पता था कि वहां 10 ऐसे पुरुष होंगे जिन्हें ना तो मैंने पहले कभी देखा होगा और ना ही कभी बात की होगीI लेकिन इन अनजान लोगों को सामने देखकर मेरे पैर काँप रहे थेI अब मुझे अपने फैसले पर पछतावा हो रहा थाI
वैसे प्रक्रिया काफ़ी सरल थी। वहां दस लडकियां और दस लड़के थे जिनका उनकी प्रोफाइल के आधार पर चयन किया गया थाI प्रत्येक व्यक्ति को विपरीत लिंग से लोगों के साथ छह मिनट मिले थे और उन छह मिनट की बातचीत के आधार पर, आपको एक दूसरे का मूल्यांकन करना थाI अगर आप ने किसी को अच्छे अंक दिए और उसे भी आप अच्छे लगे तो आप दोनों अपनी बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ा सकते थेI
अंदर घुसी तो...
अंदर जाने से पहले मैंने 5 मिनट बाहर खड़े होकर लम्बी-लम्बी साँसे लीI अजनबियों से बात करने के ख्याल से ही मेरा दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा थाI अनगिनत सवाल मेरे दिमाग में आ रहे थेI अगर किसी ने भी मुझे पसंद नहीं किया तो? मुझे कोई अच्छा नहीं लगा तो? अगर किसी ने मेरा मज़ाक उड़ाया तो? कोई मेरा पीछे पड़ गया तो?
मेरी बेचैनी बढ़ती जा रही थीI मैं सोच रही थी कि मैं भी कैसी जगह प्यार की तलाश करने आ गयी हूँI मैंने एक और गहरी सांस ली और अपने मन को समझाया कि मेरे काम और जीवनशैली की वजह से वैसे ही मुझे लोगों से मिलने का समय नहीं मिलता तो यह मेरे लिए अच्छा मौक़ा हैI और वैसे भी आयोजकों ने तो कहा ही था कि यह मेरे लिए एक शानदार और अलग अनुभव होगाI
अंदर पहुँचने पर मैंने देखा कि सब लोगों के नाम अलग-अलग टेबल पर रखे हुए थेI मैं अपने नाम वाली टेबल पर जाकर बैठ गयीI आयोजकों ने सबको नियम-कानून अच्छे से समझा दिए थे और जैसे ही घंटी बजी लोगों के चेहरों पर उत्तेजना साफ़ नज़र आ रही थीI मैं भी रोमांचित महसूस कर रही थी लेकिन साथ ही साथ थोड़ी घबराहट भी थीI अपने मनोभावों को छुपाते हुए मैंने एक एक करके लड़को से बात करना शुरू कर दियाI
बहुत मज़ा आया
मुझे तीन लड़के पसंद आये थेI अब मैं बेहतर महसूस कर रही थीI एक बार जब सबकी एक दूसरे से बातचीत ख़त्म हो गयी तो मैं उन लड़को के पास गयी जो मुझे अच्छे लगे थे और हमने अपने काम और अन्य बातों के बारे में कुछ और बातें कीI
हम सभी के विचार इस बारे में एकमत थे कि कैसे बड़े-बड़े शहरों में रहने वाले लोग काम की वजह से हमेशा तनावग्रस्त रहते हैंI हमने ऑनलाइन डेटिंग के बारे में भी अपने विचार साझा करें और सभी लड़कों ने दिल खोल कर अपने विचार व्यक्त किये, सच कहूं तो उनकी यह बात मुझे बहुत अच्छी लगी थीI
उनमें से एक लड़का बड़ा ही सभ्य और शांत स्वाभाव वाला थाI वो एक बैंक में काम कर रहा था और मुझे उसका बात करने का तरीका सबसे पसंद आया थाI उसका हाल ही में ब्रेकअप हुआ था और यही वजह थी कि वो वहां आया थाI बाकी दो लड़के भी दिखने में बहुत सुन्दर थी लेकिन थोड़े शर्मीले थेI
मेरे ख्याल से यह मेरी ज़िंदगी के सबसे बेहतरीन अनुभवों में से एक थाI ऐसा नहीं था कि मुझे किसी को डेट करने की जल्दी थी, इसलिए मैं वहां गयी थीI लेकिन सिंगल लड़को से ऐसे मिलना और बात करना मुझे बहुत अच्छा लगा था I
भारतीय परिदृश्य में नए लोगों से मिलना और उन्हें डेट करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है, खासकर महिलाओं के लिएI अक्सर लड़को से खुल कर बात करना और उनके साथ घूमने जाने वाली लड़कियों को नीची नज़र से देखा जाता हैI तो ऐसे मैं नए लोगों से मिलने में झिझक भी होती हैI लेकिन इस तरह के कार्यक्रम में युवा लोगों को दूसरों से मिलने और उन्हें जानने का अच्छा मौक़ा मिलता हैI मैंने ना सिर्फ़ अच्छा समय बिताया बल्कि बेहद सुरक्षित भी महसूस कियाI
क्या आपने कभी स्पीड डेटिंग की कोशिश की है? आपने अनुभव नीचे टिप्प्पणी कर के बताएं या फेसबुक के ज़रिये हमसे संपर्क करेंI अगर आपके मन में कोई सवाल हों तो हमारे चर्चा मंच का हिस्सा बनेंI