Flickr/craigCloutier

"हेलो, सेक्स चाहिए?" - यह सिर्फ सुंदर लड़कों के लिए काम करता है।

"हेलो! क्या तुम आज की रात मेरे साथ गुज़ारना चाहोगी?"जो लड़का इस लाइन का इस्तेमाल किसी लड़की पर करता है, समझो उसको तो वाट लग गई।

लेकिन यही लाइन अगर कोई लड़की किसी लड़के को कहे तो कोई भी लड़का इस चांस को हाथ से नहीं जाने देगा और दोनों हाथों से इस मौके को (और लड़की को भी) पकड़ लेगा।

यह बड़ी ज़ाहिर सी बात है, है ना? इस बात की सचाई को सामने लाने के लिए डेनिश शोधकर्ताओं ने 'कामुक निमंत्रण' पे आधारित परिक्षण का सहारा लिया।

शोधकर्ताओं ने कोपनहेगन विश्वविध्यालय में मनोविज्ञान पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बलि का बकरा बनाने के लिए चुना।  उन्होंने उनके आकर्षण को एक से दस के स्केल पर नापा।  फिर उन्होंने उन विद्यार्थियों को सड़कों पर  जाकर अजनबियों से तीन अलग अलग लाइन कहने को कहा।

 

प्यार दिखाना

लड़कों और लड़कियों की दो अलग अलग टीम बनाकर, विद्यार्थियों को बहुत सारे लोगों से यह तीनो लाइने कहनी थी और उनका जवाब और प्रतिक्रिया को जानना था।

उन सबने सबसे पहले अपना नाम बताया और कहा, "माफ़ कीजियेगा, मैं आपको इस तरह परेशान कर रहा हूँ, लेकिन मैं बहुत दिनों से आपको नोटिस कर रहा हूँ, मुझे आप बहुत आकर्षक लगते/लगती हैं।"

इसके आगे उन्होंने इन तीन सवालों का इस्तेमाल किया:

• "क्या तुम मेरे साथ डेट पर चलोगी?'
• “क्या तुम मेरे साथ मेरे घर पर चलोगी?”
• “क्या तुम मेरे साथ रात गुज़ारोगी?”

जैसा की सोचा गया था, जब लड़कियों ने "मेरे साथ रात गुजारोगे" वाली लाइन का इस्तेमाल किया तो उनको जवाब और प्रतिक्रिया लड़कों से बेहतर मिली। ज़्यादातर लड़कियां इस बात से बहुत उत्साहित नहीं हुई की लड़का उन्हें आकर रात गुजरने के लिए कह रहा है। उन्हें डेट पर ले जाने वाली बात ज़्यादा सही लगी। या शायद "मेरे साथ मेरे घर चलोगी वाली बात"। संक्षेप्त में, लड़कियां प्यार दिखाने वाली बातें सुनना चाहती थी।

 

आकर्षक

लड़के और लड़कियां जो की पहले से ही किसी रिश्ते में थे, वो अधिकतर पीछे हट गए। लेकिन, लड़के फिर भी चांस लेने को तैयार थे और अपने साथी को धोखा देने के लिए भी।

 

लेकिन एक तुरुप का पत्ता था जिसमे की लड़कों के पास ज़्यादा अच्छा चांस था लड़की के साथ सफलता पाने का: यह था उनका आकर्षक होना। लेकिन जिन लड़कों ने सेक्स के लिए हाँ कही उन्हें लड़की के आकर्षक होने या ना होने से कुछ ख़ास मतलब नहीं था। लेकिन अगर कोई आकर्षक लड़का रात साथ गुजरने की बात कह रहा था, तो लड़कियां भी चांस ले रही थी।

परिणाम

गर्ट मार्टिन हालदा और हेनरिक होघ-ओलेसेंक, इन दोनों शोधकर्ताओं का मानना है की ये सब जानकारी हमें उसी जगह ले जाती है जहाँ से शुरुवात हुई थी। महिलाएं अनजाने में भी हमेशा अच्छे दिखाने वाले लड़कों के बारे में सोचती रहती हैं। आकर्षक लड़का आखिर एक तरीका भी है यह जताने का की उस लड़के ने इन्हें जीत लिया।

तो परिणाम क्या? अगर आप लड़के हैं और कुछ मौज- मस्ती की ख़ोज में हैं, तो आपकी ये घीसी पिटी लाइने काफी नहीं होगी - हाँ अगर आप किसी फिल्म स्टार की तरह खूबसूरत और आकर्षक हैं तो बात अलग है। दूसरी तरफ, अगर आप लड़की हैं, तो आप सीधे बात पर आ सकती हैं - लड़के इतना ज़्यादा मीन-मेख नहीं निकालते। और यह बात जानने के लिए आपको शायद डेनिश शोधकर्ताओं की ज़रूरत तो नहीं है!

 

फोटो: Flickr/ क्रैग क्लोऊतिएर