Laughing couple
Shutterstock/ India Picture

एक जैसे जोक्स पर हस्ते हो तो बैडरूम में बढ़िया सेक्स?

द्वारा Sarah Moses जनवरी 17, 06:32 पूर्वान्ह
क्या आप और आपके साथी को एक जैसे मज़ाक पसंद आते हैं?

ज़रा सोचिये- अपनी पहली डेट पर आप दोनों एक कॉमेडी फिल्म देखने जाते हैंI अब आपको तो फिल्म इतनी अच्छी लग रही है कि ज़्यादा हंसने से आपके जबड़े दुखने लगे हैं, वहीं बगल में बैठा आपका साथी पत्थर की मूरत बना हुआ हैI यह तो साफ़ है कि उसे फ़िल्म में किये जा रहे मज़ाक पसंद नहीं आ रहे हैं लेकिन अगर कनाडियन शोधकर्ता क्रिस्चियन हान, जो रिश्तो में हास-परिहास पर अध्ययन कर रहे हैं, की माने तो इसका एक मतलब यह भी है कि आप दोनों भी एक दूसरे को कुछ ख़ास पसंद नहीं आये हैंI

"आप को शायद लगता है कि लोगों को सुन्दर लोग पसंद आते हैं, लेकिन अगर आप लोगों से बात करेंगे तो आप जानेंगे कि लगभग सभी को मज़ाकिया लोग पसंद आते हैं", यह कहना था हान का लव मैटर्स से बातचीत के द्वाराI

मेरा मज़ाकिया साथी

लेकिन क्या आपको हर मज़ाकिया व्यक्ति अच्छा लगेगा? शायद वो अच्छा लगेगा जो उन चुटकुलों पर हंसता हो जिन पर आपको भी हंसी आती है I "अगर आप दोनों का 'मज़ाकिया स्वभाव' एक समान हो तो इस बात की संभावना बड़ जाती है कि इससे आप दोनों के बीच का आकर्षण भी बढ़ जाए "I हान समझाते हुए कहते हैंI

हम उन लोगों के प्रति ज़्यादा आकर्षित होते हैं जो मज़ाकिया होते हैं, इस पर तो बहुत अध्ययन हो चुका है लेकिन तब क्या होता है जब दो लोग एक प्रतिबद्ध रिश्ते में होते हैं? हान यह जानना चाहते थे कि क्या लोग सच में केवल इसलिए लोगों के साथ ज़िंदगी बिताने के लिए तैयार हो जाते हैं क्योंकि उन्हें वो मज़ाकिया लगते हैंI

रिश्ते में हास्य को और गहराई से समझने के लिए उसने ऐसे 116 शादीशुदा जोड़े ढूंढ निकाले जो औसतन 13 साल से एक दूसरे के साथ थेI

हास्य की चार शैलियाँ

सबसे पहले तो कुछ सवालों के ज़रिये यह जाना गया कि उन लोगों की हास्य शैली किस प्रकार की थीI पूर्व में की गयी रिसर्च के अनुसार हास्य की चार शैलियाँ होती हैंI अगर मेरा हास्य सकारात्मक है तो मैं ऐसे मज़ाक करूँगा जो मेरे व्यक्तित्व को बढ़ावा देंगे, लेकिन मेरे तरीके में घमंड नहीं होगा,' हान समझाते हुए कहते हैं। एक और शैली है 'अफ्फिलिएटिव हास्य'। 'इस तरह का हास्य रखने वाले लोग आमतौर पर अपने हास्य के ज़रिये लोगों के खराब मूड को सुधारने का प्रयास करते हैं।'

अब कुछ लोगों की हास्य शैली नकारत्मक भी होती है: उनका हास्य बेहद आक्रामक और अपने आप को नुकसान पहुंचाने वाला होता है। हान के अनुसार ऐसे लोग अपने आप को नीचे दिखाकर लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने की कोशिश करते हैं। उदाहरण के तौर पर किसी प्रेसेंटेशन से पहले उनकी शुरुआत कुछ ऐसी होगी, "मेरे ख्याल से मैं आप लोगों का समय बर्बाद करने वाला हूँ - इसलिए मैं तो घर जाकर खूब रोऊंगा और फ़िर सो जाऊंगा, हाहा।" हास्य को इस्तेमाल करने के यह एक बेहद नकारात्मक तरीका है।

वहीं दूसरी और आक्रामक हास्य शैली वाले लोग दूसरों का मज़ाक उड़ाते हैं, 'अब हो सकता है कि यह कई बार अच्छा लगे लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि इससे लोगों के दिल को ठेस पहुंचे।'

तो क्या शादीशुदा जोड़ो की हास्य शैली एक जैसी थी, और क्यों? हान को पता था कि हास्य से कहीं ना कहीं स्वाभिमान भी जुड़ा हुआ है तो उन्होंने हर साथी से यह भी सवाल किया था कि वो अपने आप के बारे में क्या सोचते हैं।

शोध से पता चला कि इस बात में सच्चाई है कि जोड़ो को एक जैसे मज़ाक पसंद आते हैं। हान कहते हैं कि लोग अक्सर ऐसे लोगों के साथ गंभीर रिश्ता बनाना चाहते हैं जिनकी हास्य शैली उनकी शैली से मेल खाती है। गौर करने वाली बात यह है कि यह बात सकारात्मक शैली वाले लोगों में खासकर पाई गई थी।

हँसते हसँते जुड़ गए रस्ते

तो एक रिश्ते में बंधे लोगों की हास्य शैली एक जैसी क्यों थी? और जैसा कि हान का अनुमान था, इसकी वजह कहीं ना कहीं उनके स्वाभिमान का उनकी हास्य शैली से जुड़ा होना थाI अध्ययन के दौरान पता चला कि स्वाभिमान जितना ऊपर होगा उतनी ही संभावना इस बात की होगी कि दोनों साथियो की हास्य शैली एक समान होगीI हान का कहना है कि दरअसल यह एक पुरानी अवधारणा पर आधारित है, 'आप जितना अपने आप को पसंद करेंगे उतनी ही संभावना है कि आप उन लोगों के साथ रहना चाहेंगे जो आप जैसे हैंI'

लेकिन यह भी पाया गया कि जिन लोगों के अंदर स्वाभिमान की कमी थी, उन लोगों की हास्य शैली भी उनके साथी से मेल खाती थीI मतलब साफ़ था - लोग ऐसे लोगों के साथ रहना पसंद करते हैं जिनके साथ वे खुल कर हंस सकते हैंI रिसर्च ने दर्शाया कि इसका सम्बन्ध इस बात से भी है कि एक रिश्ते में कितनी नज़दीकी हैI इतना ही नहीं, समान शैली वाले लोगों को लगता है कि उनके पास एक शानदार साथी है और इसी नज़रिये की वजह से वे लोग अपने रिश्ते के प्रति एक बेहद आशावादी दृष्टिकोण रखते हैंI

सन्दर्भ:

बर्ड्स ऑफ़ फेदर लॉफ टुगेदर : एन इन्वेस्टीगेशन ऑफ़ ह्यूमर स्टाइल सिमिलॅरिटी इन मैरिड कपल्सI यूरोप जॉर्नल ऑफ़ साइकोलॉजी (2016) 12(3):406-19, क्रिस्चियन हान , सह लेखक- लॉरने कैम्पबेल

क्रिस्चियन हान के साथ साक्षात्कार

एक रिश्ते में हास्य कितना महत्त्वपूर्ण है? अपने विचार हमें फेसबुक के ज़रिये बताएं!

क्या आप इस जानकारी को उपयोगी पाते हैं?

Comments
नई टिप्पणी जोड़ें

Comment

  • अनुमति रखने वाले HTML टैगस: <a href hreflang>