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घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करते समय क्या करें और क्या ना करे
एचपीटी से यह पता चलता है कि महिला के मूत्र में एचसीजी नामक हार्मोन मौजूद है या नहींI एचसीजी एक हार्मोन है जो अंडे के गर्भाशय में प्रत्यारोपित होने के बाद उत्पन्न होता है, और यह तब होता है जब एक महिला गर्भ धारण कर चुकी होती हैI तो अगर आप ने रात में पेशाब ना किया हो तो सुबह के पहले मूत्र में इस हार्मोन की मात्रा सबसे अधिक होने की संभावना होती हैI यही वजह है कि इसका परिणाम सबसे सटीक समझा जाता हैI
ज्यादातर प्रेगनेंसी टेस्ट किट बहुत किफायती हैं और यह सौ रूपये से मिलना शुरू हो जाती हैंI अब तो बाजारों में ऐसे भी कई प्रेगनेंसी किट उपलब्ध हैं जिन्हें सीधे मूत्र की धार के बीच में रखने से ही प्रेगनेंसी टेस्ट किया जा सकता है, इसके लिए अलग बर्तन में मूत्र इकट्ठा करने की जरूरत नहीं होती है लेकिन ये किट सामान्य किट की अपेक्षा अधिक महंगे होते हैं।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि एचपीटी किट तुरंत परिणाम देते हैं और यही इनकी सबसे बड़ी खासियत हैI लेकिन स्ट्रिप या कार्ड पर लाइन दिखने तक इंतजार करना महत्वपूर्ण है। ज़्यादातर प्रेगनेंसी किट आपको अंतिम परिणाम बताने में पांच से दस मिनट तक इंतज़ार करवाते हैंI कुछ ऐसे भी हैं जिनके परिणाम आने में इससे भी ज़्यादा समय लग सकता हैI
प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें
बाजार में उपलब्ध ज़्यादातर प्रेगनेंसी किटों पर यह निर्देश लिखा होता है कि स्टिक को मूत्रधारा के बीच में रखने के बाद इसे एक समतल सतह पर रखें और कुछ मिनट इंतजार करें। जबकि कुछ अन्यों में स्टिक को मूत्र के कप में डुबोने की सलाह दी जाती हैI वहीं कुछ के साथ ड्रॉपर भी दिया जाता हैI हर जांच किट में दिए गए निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर इनका पालन करें। प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए मूत्र की केवल दो-तीन बूंदे ही पर्याप्त होती हैंI
टेस्ट के परिणाम को ऐसे समझें
- अधिकांश टेस्ट कार्ड के दो कोनों पर C और T चिह्नित होता है। C कंट्रोल अर्थात् नियंत्रण को इंगित करता है। ये लाइन हमेशा स्पष्ट रूप से दिखाई देनी चाहिए क्योंकि यह तुलना रेखा है। T टेस्ट सैम्पल को इंगित करता है।
- जिस जगह पर C चिह्नित है यदि वहां पर सिर्फ़ एक गुलाबी या बैंगनी लाइन दिखे तो इसका मतलब है कि प्रेगनेंसी के लिए टेस्ट नकारात्मक है। लेकिन यदि दो गुलाबी या बैंगनी लाइनें दिखाई देती हैं जिनमें से एक C क्षेत्र में जबकि अन्य T क्षेत्र में दिखती हं तो इसका अर्थ यह है कि प्रेगनेंसी के लिए यह टेस्ट सकारात्मक है अर्थात आप गर्भवती हैं।
- यदि कोई लाइन दिखाई नहीं देती है तो टेस्ट सही तरीके से नहीं हुआ है। इस टेस्ट को 72 घंटे बाद नए किट से दोबारा करें।
- यदि 'T' क्षेत्र में बनी लाइन धुंधली दिखाई दे रही हो तो यह एचजीसी हार्मोन के निम्न स्तर के कारण हो सकता है।
- यदि धुंधली लाइन दिखाई देती है तो 72 घंटे के बाद नई किट से यह टेस्ट दोबारा करें।
प्रेगनेंसी टेस्ट में हल्की पॉजिटिव लाइन-/धुंधली लाइन ऐसा क्यों होता है, इसका क्या मतलब है?
जब आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं की कगार पर खड़ी हों और प्रेगनेंसी टेस्ट में ( T मार्क पर) हल्की पॉजिटिव लाइन आये तो ये बड़ा कन्फ्यूजिंग हो सकता है। उस हल्की पॉजिटिव लाइन का क्या मतलब निकाला जाए - आप गर्भवती हैं या नहीं? परेशान न हो। प्रेगनेंसी टेस्ट में हल्की लाइन आना असामान्य नहीं है और इसके पीछे और कई कारण हो सकते हैं।
आमतौर पर ( T मार्क पर) एक हल्की पॉजिटिव लाइन का मतलब है कि आप गर्भवती हैं, लेकिन शायद आप के शरीर में एचसीजी हार्मोन (ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन) की कमी हैं|
गर्भावस्था के बढ़ने के साथ-साथ शरीर में एचसीजी का स्तर बढ़ता है और एक हलकी पॉजिटिव लाइन का मतलब हो सकता है कि अभी आप गर्भावस्था की बहुत शुरुआत में है जब शरीर में एचसीजी का स्तर दो गहरी लाइन बनाने लायक न हुआ हो। इसलिए सही परिणाम के लिए कुछ दिन प्रतीक्षा करें और फिर टेस्ट करें, हो सके तो सुबह की पहले यूरीन से टेस्ट करें इससे परिणाम सही मिलने की संभावना ज्यादा रहती है।
हालाँकि, कभी कभी ये हलकी लाइन टेस्ट में ज्यादा समय लगाने के कारण भी आ सकती है। आमतौर पर, स्ट्रिप पर यूरीन का प्रभाव देखने के लिए 3 से 5 मिनट तक इंतजार करना होता है। लेकिन अगर उससे ज्यादा (10 मिनट से अधिक) समय तक प्रतीक्षा करते हैं, तो टेस्ट के लिए उपयोग किया गया यूरीन वाष्पित हो (उड़) सकता है, जिससे स्ट्रिप पर पानी की एक पतली रेखा रह जाती है। यह अक्सर रंगहीन या हल्की गुलाबी होती है (जोकि दूसरी लाइन से रंग निकलने के परिणामस्वरूप भी हो सकती है)। प्रेगनेंसी टेस्ट स्ट्रिप में वाष्प के कारण आने वाली इस हलकी रेखा का मतलब होता कि आप प्रेग्नेंट नहीं हैं| तो ध्यान दें की क्या आपने टेस्ट निर्धारित समय के अंदर किया है या नहीं|
हल्की पॉजिटिव लाइन का एक और मतलब यह भी हो सकता है कि आप गर्भवती थीं लेकिन अब नहीं हैं। इसके पीछे केमिकल प्रेगनेंसी भी हो सकती जिसमें इम्प्लानटेशन (आरोपण) के तुरंत बाद गर्भपात (मिसकैरेज) हो जाता है। इसके बाद भी अगर आप एक बार फिर प्रेगनेंसी टेस्ट करती हैं तो गलत रिपोर्ट आने की काफी आशंका रहती है क्योंकि शरीर में कुछ HCG हार्मोन बचे रह जाते हैं, जिनके कारण टेस्ट में हलकी पॉजिटिव लाइन दिखाई दे सकती हैं।
तो सबसे बेहतर हैं की इस तरह के टेस्ट के परिणामों से होने वाली गलतफहमी से बचने के लिए एक दो दिन का इंतजार करके टेस्ट फिर से करें| अगर आप पहले भी ऐसे परिणामों से कई बार निकल चुके हैं तो बेहतर होगा की अपने डॉक्टर को दिखा कर सलाह ले लें।
हालांकि ज्यादातर होम प्रेगनेंसी किट 97 से 99 प्रतिशत सटीक परिणाम देते हैं। लेकिन यदि आप पहले से कुछ दवाओं को सेवन कर रही हैं प्रेगनेंसी रिजल्ट पर इसका असर पड़ सकता है। जैसे कि यदि आप चिंता एवं तनाव दूर करने के लिए दवाएं ले रही हों तो इन दवाओं में एचसीजी होता है जो प्रेगनेंट ना होने के बावजूद भी टेस्ट को सकारात्मक दिखा सकता है।
अन्य चीजों की तरह प्रेगनेंटी किट की भी एक्सपायरी डेट होती है। इसलिए मेडिकल स्टोर से किट खरीदते समय लेबल को ध्यान से पढ़ें और इसके बनने और खराब होने की तारीखें देख लें। इससे प्रेगनेंसी रिजल्ट अधिक प्रभावी और सटीक होगा।
असुरक्षित यौन संबंध बनाने के एक दिन बाद ही प्रेगनेंसी की जांच न करें। बेहतर यही होगा कि अपने पार्टनर के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कम से कम दस दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करें। अब ऐसे भी टेस्ट मौजूद हैं जो पीरियड मिस होने के चार दिन पहले तक भी प्रेगनेंसी का सटीक परिणाम देने का दावा करते हैं। आप पीरियड मिस होने के बाद भी इस टेस्ट को कर सकती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि समय के साथ एससीजी का स्तर बढ़ने लगता है और पीरियड रुकने के पहले दिन यह सबसे अधिक होता है।
ज्यादातर महिलाएं प्रेगनेंटी किट पर लिखे निर्देशों की अनदेखा कर देती हैं। लेकिन टेस्ट करने से पहले बेहद सतर्क रहना महत्वपूर्ण होता हैI विभिन्न किट के अलग-अलग इस्तेमाल करने के तरीकों और मानदंडों के साथ आते हैं, इसलिए निर्देशों को दो बार और ध्यानपूर्वक पढ़ेंI साफ़ बर्तन का उपयोग और मूत्र की मात्रा जैसी कुछ ऐसी सावधानियां हैं, जिन्हें टेस्ट से पहले ध्यान में रखना चाहिए।
असुरक्षित यौन संबंध बनाने के 21 दिनों के भीतर दो बार होम प्रेगनेंसी टेस्ट करना बेहतर होता है।नकारात्मक परिणाम आना असंभव नहीं है लेकिन कई बार टेस्ट किया जाना चाहिए क्योंकि यदि पेशाब में एचसीजी होगा तो यह ज़रूर बढ़ेगा! होम खून की जांच, प्रेगनेंसी टेस्ट से ज्यादा सटीक होती हैI तो वो भी एक विकल्प हो सकता हैI
अगर आप प्रेगनेंसी के लिए पहले से तैयार नहीं हो और अनचाहा रिजल्ट सामने आता है तो परेशान ना होयेI बैचेन होने से आपकी परेशानियां केवल बढ़ेंगीI अनचाही प्रेगनेंसी से निपटने के भी कई उपाय हैं। इस स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लेना बहुत जरूरी है। अपने पार्टनर, दोस्तों और परिवार की मदद लें और सोच समझकर निर्णय करें।
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लेखक के बारे में: मुंबई के हरीश पेडाप्रोलू एक लेखक और अकादमिक है। वह पिछले 6 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत हैं। वह शोध करने के साथ साथ, विगत 5 वर्षों से विश्वविद्यालय स्तर पर दर्शनशास्त्र भी पढ़ा रहे हैं। उनसे लिंक्डइन, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर संपर्क किया जा सकता है।