विनीता को पता था कि अंकुर से उन्हें शायद ‘आई लव यू टू’ सुनने को कभी नहीं मिलेगा। लेकिन फिर भी वह उसे दिल से चाहती थीं। क्या यह उसकी बेवकूफी थी? उन्होंने लव मैटर्स इंडिया से अपनी कहानी साझा की।
अधिकांश पुरुषों का मानना है कि ऐसी महिलाएं जो स्त्री और पुरुष दोनों की तरफ आकर्षित होती हैं, हमेशा शारीरिक संबंध बनाने के लिए तैयार रहती हैं। क्या आपको लगता है कि इस धारणा में कोई सच्चाई है? आइये जाने क्या है सच क्यूंकि महिलाओं कि एक बड़ी तादाद को इन बातो से बहुत चोट पहुंचती हैI
जब मेरे पापा को मेरे बॉयफ्रेंड के बारे में पता चला तो उन्होंने मुझे बहुत माराI शायद मुझसे भारी भूल हो गयी हैI मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मुझे क्या करना चाहिए? गीतिका, 19 वर्ष, सहारनपुर
यौनसंचारित रोग (एसटीडी) और यौनसंचारित संक्रमण (एसटीआई)
बहुत से लोग एड्स से डरते है। उनके पास डरने की वजह भी है। लेकिन जहाँ डर होता है, वहां उस डर से जुडी कई गलतफहमियां भी प्रचलित हो जाती हैं। हम यहाँ उन् गलतफहमियों को दूर करने का प्रयास करेंगे, और साथ ही इस सम्बन्ध में आपकी जानकारी और आत्मविश्वास को बढ़ाने की भी।
क्या हो अगर आपको यौन रोग हो जाएI वो भी एक ऐसे समाज में जहाँ सेक्स के बारे में बात करना भी पाप हो? रांची में रहने वाले 20 वर्षीय अमित ने उस रात एक वैश्या के साथ अपना कौमार्य तो खो दिया, लेकिन उस घटना ने उसे आत्महत्या तक पहुंचा दियाI आगे पढ़ें कि क्या अमित बच पाया...
हर तीन में से एक महिला ने अपने जीवनकाल में हिंसा का अनुभव किया हैI जब हम महिलाओं के विरूद्ध हिंसा के बारे में सोचते हैं, तो अकसर हम अजनबियों द्वारा महिलाओं का बलात्कार किया जाना या उनके ससुराल वालों द्वारा उन्हें जला दिए जाने को ही हिंसात्मक व्यवहार का दर्जा देते हैंI हालांकि यह सच है, लेकिन हिंसा रोज़ होने वाली कुछ 'सामान्य' परिस्तिथियों में भी हो सकती है, जिसे हम अकसर अनदेखा कर देते हैं, क्यूंकि शायद वो हमें महत्त्वहीन लगती हैI लेकिन ऐसा नहीं हैI हमारे ऐसा करने से अनजाने में हम एक ऐसी सभ्यता बनाने में योगदान दे रहे हैं जिसमें महिलाओं के विरूद्ध हिंसा बढ़ती जा रही है और इसलिए हम सभी की ज़िम्मेदारी बनती है कि इसे बदलने में भी अपनी भूमिका निभाएंI इस हिंसा की संस्कृति को खत्म करने के लिए हम ऐसे शुरआत कर सकते हैंI