आंटी जी कहती हैं... अरे बेटा इसमें इतना परेशान होने की क्या बात है? यह कि उसने तुझे टेस्ट के लिए बोला है या फ़िर यह कि उसे लगता है कि तू वर्जिन नहीं है।
फंसा नहीं रहा है
रिया, मुझे नहीं लगता कि वो तुझे फंसा रहा है, बल्कि मुझे तो यह लग रहा है कि उसे तेरी फ़िक्र है। शायद तुझे लगता है कि अगर तू टेस्ट के लिए हाँ कर दे तो उसे विश्वास हो जाएगा कि तू वर्जिन है और अगर मना करेगी तो वो सोचेगा कि तूने शादी से पहले ही सेक्स किया हुआ हैI हैं ना?
इस तरह के रवैये और सोच के लिए तो अब मैं लोगों को कसूरवार भी नहीं मानती क्योंकि पुत्तर इस साल मैंने हर तरह के लोग देख लिए हैंI लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि यह तरीका सही हैI
वैसे इसको इस नज़र से भी देखा जा सकता है कि शायद वो तुझे सुरक्षा के मायने समझाना चाहता हो और तेरा विशवास भी जीतना चाहता होI बेटा कम से कम वो यह तो नहीं पूछ रहा कि "आपकी झिल्ली टूटी तो नहीं है ना?", चोंक मत पुत्तर, क्योंकि कुछ लड़के ऐसे बेहूदे सवाल भी पूछ लेते हैंI
प्रगतिशील सोच
वैसे तू इतना क्यों घबरा रही है पुत्तर? तुझे शायद लग रहा है कि तेरे मंगेतर की सोच कितनी दकियानूसी है, या फ़िर "ऐसे भी कोई पूछता है भला?"
तुझे तो खुश होना चाहिए बेटा, क्योंकि तू जिससे शादी करने जा रही है वो लड़का बड़ा ही दिलेर और स्पष्ट हैI
वो केवल तेरे स्वस्थ और सुरक्षित होने का सबूत चाह रहा है, ना कि तेरे वर्जिन होने काI अब इसमें इतना गलत क्या है?
बेटा तुझे यह टेस्ट ज़रूर करवाना चाहिए क्योंकि उस लड़के को तुझ पर पूरा भरोसा हैI और मुझे तो लगता है कि उसे अपने पर भी पूरा भरोसा है - तभी तो एक परंपरागत सोच से हटकर उसने यह निर्णय लिया हैI
भावात्मक तनाव
बेटा होता क्या है कि एच आई वी या एड्स का टेस्ट करवाना आसान नहीं होता हैI आपके मन में हज़ार तरह के सवाल चल रहे होते हैंI हो सकता है कि आप यौनिक रूप से काफ़ी सक्रिय रहे हों जिसमे कुछ गलत भी नहीं है - अगर आपने नियमित रूप से कंडोम का इस्तेमाल किया हो तोI
किसी भी तरह के संक्रमण और बीमारी के संचार का सबसे आम तरीका है यौन संपर्कI हम सभी जानते हैं और इसलिए एचआईवी के बारे में बात करने का मतलब है कि एक तरह से आप अपने सेक्स जीवन के बारे में बात कर रहे हैंI लेकिन अच्छी खबर यह है कि तेरे ऊपर किसी भी तरह की, कोई भी ज़बरदस्ती नहीं की जा रही हैI
और वो बेचारा कौनसा तेरी कनपटी पर बन्दूक रख कर यह करवा रहा हैI उसने तो बस एक सुझाव दिया है और पूछा है कि क्या यह कर सकते हैं? कितनी अच्छी बात है, है ना?
स्वैच्छिक या अनिवार्य
अगर हमें कुछ भी करने को मज़बूर किया जाए तो वो हमें बिलकुल पसंद नहीं आता, क्यों? ऐसा ही होता है ना? अब अगर तुझे कोक अच्छी लगती हो और मैं ज़बरदस्ती करूँ कि नहीं पेप्सी ही पीनी पड़ेगी तो क्या तुझे मेरा बर्ताव पसंद आएगा? अगर तुझे सुबह सुबह मुर्गे की टांग खाना पसंद हो और मैं तुझे कहूँ कि पूरे दिन शाकाहारी व्यंजन खाने है तो क्या तू मेरी बात मानेगी?
तो जहाँ तक टेस्ट की बात है तो तेरे मंगेतर ने सिर्फ़ सुझाव दिया है और कोई शर्त नहीं रखी है तो शायद तू उसकी बात मान लेI तेरी ख़ुशी दोहरी भी हो सकती है - कि मेरे साथ-साथ आप भी करवालो, यह तो और भी अच्छा हैI है ना?
जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि एचआईवी का टेस्ट आपके चरित्र के लिए कोई प्रमाणपत्र नहीं है बस आपके स्वास्थ्य और सुरक्षा की बेहतरी के लिए एक अच्छा कदम हैI
एचआईवी के लिए टेस्ट एक अच्छा आईडिया है, खासकर तब जब यह आप पर थोपा नहीं जा रहा और आपके साथ इसको करवाने के लिए कोई ज़बरदस्ती नहीं की जा रही हैI इसे करवाना इतना बुरा भी नहीं है वैसे, क्यों?
यह लेख विश्व एड्स दिवस मनाने के लिए चलाये जा रहे हमारे अभियान के एक भाग के रूप में प्रकाशित हुआ है।
लेखक की गोपनीयता बनाये रखने के लिए तस्वीर के लिए मॉडल का इस्तेमाल किया गया हैI
क्या अपने कभी एचआईवी टेस्ट करवाया है? अपने विचार हमें नीचे टिप्पण्णी छोड़ कर या फेसबुक के ज़रिये संपर्क कर के बताएंI अगर आप किसी दुविधा में हैं या आपके मन में कोई सवाल है तो हमारे चर्चा मंच का हिस्सा ज़रूर बनेंI