यदि आप चुंबन और सहलाने से ज़्यादा करना चाहते हैं तो यह महत्त्वपूर्ण है कि आपका सेक्स सुरक्षित होI यौन संचारित बीमारियों से बचने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप गर्भवती ना हो, हमेशा सुरक्षित सेक्स ही करेंI
असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण हुए संक्रमण से यौनसंचारित रोकई यौनसंचारित रोगों का इलाज आसान है। लेकिन इसके लिए आपको उनका समय से इलाज कराना होगा। यहां, आपको यौनसंचारित रोगों के बारे में सभी जानकारी मिल सकती है।ग होते हैं। असुरक्षित यौन संबध का अर्थ, कंडोम के बिना किया जाने वाला सेक्स है।ndom.
अपने साथी के साथ इस बारे में बात करना सबसे ज़्यादा अजीब और नीरस होता है। लेकिन! जो जोड़े इस बारे में बात कर पाते हैं वो एक दूसरे पर और भरोसा करने लगते हैं और उनका सेक्स जीवन भी बेहतर हो जाता है- एक रिश्ते को लम्बे समय तक चलाने के लिए दो सबसे ज़रूरी बातेंI
लोग कभी कभी शिकायत करते हैं की कण्डोम का उपयोग उनके सेक्स की अनुभूति को कम कर देता है - उनका कहना है की वे सेक्स में त्वचा से त्वचा का संपर्क चाहते हैं।यहाँ चिकनाई बढ़ाने के कुछ सुझाव दिए गए हैं - क्योंकि चिकना बेहतर है।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस (बी.वी.) आमतौर पर महिलाओं पर असर डालता है। ऐसा तब होता है जब योनि के जीवाणुओं का सामान्य संतुलन, ‘हानिकारक’ जीवाणुओं (बैक्टीरिया) के बढ़ने से बिगड़ जाता है
ट्राइकोमोनिएसिस को ‘ट्रिक’ के नाम से भी जाना जाता है। यह यौनसंचारित रोग, महिलाओं एवं पुरुषों, दोनों को ही प्रभावित करता है लेकिन महिलाओं में इनके लक्षण दिखने की संभावना अधिक होती है।
वाटर वाटर्स, मोलस्कम कान्टेजिओसम नामक विषाणु (वायरस) से होते हैं। यह एक आम विषाणु संक्रमण है जो चमड़ी पर बुरा असर डालता है। यदि आप संक्रमित हो जाते हैं, तो आपकी चमड़ी पर द्रव या पानी से भरे फफोले निकल आते हैं।
गोनोरिया, निसेरिया गोनोरीए नामक बैक्टीरिया से होता है। यह बहुत तेजी से फैलता है। यह आपके गले, मूत्र नली, योनि और गुदा को संक्रमित कर सकता है।
अच्छी खबर यह है कि इसका भी आसानी से इलाज किया जा सकता है।