हाल ही मेँ की गई एक रिसर्च दर्शाती है कि दरअसल चैन की नींद ही महिलाओं के मामले मेँ सेक्स को बेहतर बनाने के लिए काफी है। रिसर्च मेँ यह दर्शाया गया है कि सेक्स अनेच्छा के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि असफल रिश्ते, तनाव, या दवाओं के साइड एफेक्ट।
ज़्यादा नींद....
महिलाओं मेँ सेक्स इच्छा की कमी को समझने की प्रक्रिया मेँ शोधकर्ताओं ने सबसे स्वाभाविक कारण को शायद नजरअंदाज कर दिया- चैन की नींद।
सुकून की नींद न मिल पाना इन् दिनों एक आम समस्या बन गयी है। इसके कई तरह के नुकसान हो सकते हैं जैसे कि काम या पढ़ाई पर ध्यान लगाने मेँ मुश्किल होना या कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या। यही कारण था कि अमरीकी शोधकर्ताओं के एक समूह ने माना की अब समय आ गया है कि इस बारे में और छानबीन करी जाये कि नींद का महिलाओ के सेक्स जीवन पर क्या असर पड़ सकता हैI
शोधकर्ताओं ने 170 युवा, स्वस्थ महिलाओं को तलाशा। इन महिलाओं को एक डायरी मेँ अपनी सेक्स इच्छा, सेक्स, उत्तेजना और हस्तमैथुन के बारे मेँ नियमित रुप से नोट करने को कहा गया। उन्हें यह भी नोट करने को कहा गया कि क्या वे आराम की नींद सो पायीं, उन्हें कितनी देर नींद आई और नींद आने मेँ करीब कितनी देर लगी।
....ज़्यादा सेक्स
रिसर्च ने दर्शाया कि महिलाओं के मामले में अच्छी नींद का अच्छे सेक्स से सीधा संबंध है। जो महिलाएँ चैन की नींद सो पाती हैं, उनका सेक्स की तरफ रुझान औरों के अपेक्षा अधिक देखा गया।बेहतर नींद का हर अतिरिक्त घंटा सेक्स उत्तेजना की संभावना को 15 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है।
जिन महिलाओं को औसतन पर्याप्त नींद मिल पा रही थी, उनमे सेक्स उत्तेजना से सम्बंधित समस्याएँ कम पायी गयीं, उन महिलाओ की तुलना मेँ, जो कम सो पा रही थी।
इस अध्ययन मेँ शामिल सभी महिलाएँ अमरीका की एक यूनिवर्सिटी की विद्यार्थी थीं और औसतन उन्हें साढ़े सात घण्टे से कम नींद मिल पाती थी। दो हफ्ते की इस रिसर्च के दौरान जो लोग सम्बन्ध में थे, उनके सेक्स की औसत 4 दिन में 1 बार पायी गयी।
यदि आपको भी लगता है कि आप सेक्स के मूड में उतना नहीं रहते जितना आपको होना चाहिए तो सबसे पहले अपनी नींद पर ध्यान दें, शायद आपको अपनी समस्या का समाधान यहीं मिल जाये।"जो सन्देश इससे लिया जाना चाहिए, वो अधिक नींद नहीं, बल्कि पर्याप्त नींद है," शोधकर्ता डॉ डेविड काम्बक ने बताया।
स्त्रोत: "नींद का महिलाओ के सेक्स जीवन पर असर", एक आरंभिक शोध" डेविड ए कलमबैक पी. एच. डी., टॉड आर्नेट पी. एच. डी., विवेक पिल्लै पी. एच. डी., और जेफ्फ्री ए. सीस्ला पी. एच. डी.