Woman with a whip and black lingerie
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बी.डी.इस.एम्: क्या करें और क्या नहीं

अपने बैडरूम में बी.डी.इस.एम् आज़माने की ख्वाहिश रखते हैं लेकिन शुरुवात कहाँ से करें ये नहीं मालूम? लव मैटर्स के पास इस मादक क्रिया के लिए आपके मार्गदर्शन की कुछ जानकारी है।

(बी.डी.इस.एम्- बंधक, वर्चस्व,पीड़ान्द और कामुक स्वपीडन)

क्या करें

  • प्रयोग
    बी.डी.इस.एम् में गतिविधियों का अम्बार हो सकता है। जैसे कि बंधक बनाना, नितम्बों पर थप्पड़, जनांगों में लौंग या बाली पेहेनना, किरदारों का अभिनय इत्यादि। अपने आप को शर्म के बंधन से मुक्त करके रूटीन से हटकर कुछ करने में काफी मज़ा हो सकता है। कुछ नया करने से घबराइये मत, बस अपने साथी के साथ संवाद सही रखिये। यदि आपने कुछ आज़मा कर देखने के लिए हाँ कहा है तो इसका अर्थ ये नहीं कि आपको वो अच्छा लगेगा ही, यदि आप असहज महसूस कर रहे हैं तो किसी भी समय ना कहना आपका अधिकार है।
  • मज़ा लीजिये!
    जी हाँ, बी.डी.इस.एम् का एक हिस्सा दर्द, प्रताड़ना हो सकता है। लेकिन बावजूद इसके, असल उद्देश्य मज़ा ही है सजा नहीं। यदि बिस्तर में स्वामित्व से आपको संतुष्टि मिलती है, तो आपको खुद को शर्म की दीवार में कैद करने की कोई ज़रूरत नहीं।
  • संवाद
    संवाद हर रिश्ते की नींव है। ये बेहद ज़रूरी है कि आप अपने साथी से अपनी हर पसंद, नापसंद, सहजता और असहजता खुल के कह पाएं। इसके लिए रिश्ते में परस्पर विश्वास होना भी आवश्यक है। आप इस कामुक गतिविधियों में अपनी ज़रूरत के अनुसार फेर बदल कर सकते हैं, बशर्ते आप दोनों में आपसी समझ की कमी न हो।
  • सुरक्षा के लिए शब्द या इशारा
    हमेशा कोई एक शब्द या इशारा निर्धारित कर लेना बेहतर है जिसका अर्थ हो 'रुको'। अगर आपको कुछ गलत लग रहा हो तो इस जादुई शब्द या इशारे की वीटो शक्ति का प्रयोग कर अपने साथी को तुरंत रोक दें।
    उदाहरण के तौर पर यदि आपने सुरक्षा शब्द के तौर पर 'केला' शब्द तय किया है तो इस कामुक गतिविधि के दौरान इस शब्द को लेकर कोई ग़लतफ़हमी होने की सम्भावना कम है। या फिर आप कोई संकेत तय कर सकते हैं जैसे 'बिस्तर पर तीन बार हाथ मारना' जिसका अर्थ होना चाहिए 'तुरंत रुको'।
  • सीमा निर्धारण
    बी.डी.इस.एम् का उद्देश्य शयन कक्ष में नए प्रयोगों के ज़रिये सेक्स को बेहतर बनाना है, लेकिन इसका अर्थ ये नहीं कि इस आड़ में कुछ भी किया जा सकता है। हर चीज़ किनेके सीमा होती है और उस सीमा का आदर किया जाना ज़रूरी है। अपने साथी के साथ बात करके तय करिये की आपको कौनसी चीज़ें मंज़ूर हैं और कौनसी मंज़ूर नहीं हैं। और ऐसा हर बार किया जाना चाहये।

क्या नहीं करें

  • कुछ भी जो आप नहीं करना चाहते
    बी.डी.इस.एम् में दोनों की स्वीकृति होना ज़रूरी है। आपके साथ जो हो रहा है या होने वाला है, उसमे आपकी रज़ामंदी होनी चाहिए। प्रयोग की आड़ में अपने साथ ऐसा कुछ मत होने दीजिये जो आपको पसंद नहीं।
  • अपने साथी की पसंद पर राय बना लेना
    हर कोई अलग होता है। यह संभव है कि अलग अलग लोगों की सेक्स गतिविधियों को लेकर पसंद और प्राथमिकताएं अलग हों और इसलिए इस बारे में पक्के तौर पर कुछ राय बना लेना सही नहीं है। इसके लिए भी सही संवाद उपयोगी सिद्ध होता है। कई लोग बी.डी.इस.एम् आज़माने से पहले अपना मत और पसंद साफ़ तौर पर अपने साथी को बता देते है, जोकि अच्छी बात है।
  • सच्चाई का तिरस्कार
    सिर्फ इसलिए कि आप अपनी कल्पनाओं की उड़ान भर रहे हैं, ये मत भूलिए कि इस सब से परे सचाई की दुनिया भी है। समझदारी और सुरक्षा की एहमियत याद रखें।मोमबत्ती जैसी चीज़ों का प्रयोग कई बार खतरनाक भी हो सकता है और इस्तेमाल हो रही चीज़ों के दुष्परिणामों की सम्भावना को भी याद रखें।
  • गतिविधि के बाद
    सब ख़त्म होने के बाद आवश्यक देखभाल करना न भूलें। आलिंगन, चुम्बन, प्यार की बातें इत्यादि। यदि आपके इस कामुक खेल के परिणामस्वरूप आपके साथी को कोई घाव या पीड़ा है तो उस पर ध्यान देना भी याद रखें।एक दुसरे के साथ जुड़ाव बनाए रखने में कोई कसर न छोड़ें।

क्या आपने भी बीडीएसएम करके देखा है? आपका पहला अनुभव कैसा था? अपने विचार हमें यहाँ या फेसबुक पर बताएं।

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