PerseoMedusa

तांत्रिक सेक्स: पांच मुख्य तथ्य

यदि आप नए प्रयोग के लिए तैयार है और अपने सेक्स जीवन को नए आयाम पर ले जाना चाहते हैं, तो तांत्रिक सेक्स शायद उसका उत्तर हैI इस नए अदभुत प्रयोग के बारे में कुछ जानकारी प्रस्तुत है...
  1. तांत्रिक सेक्स क्या है?
    तांत्रिक सेक्स कई हज़ार साल पुरानी शारीरिक/आध्यात्मिक प्राचीन परंपरा हैI 'तंत्र' संस्कृत भाषा से निकला शब्द है जिसका अर्थ है 'जानकारी के द्वारा विस्तार'I तंत्र सेक्स दो लोगों की अंतरंगता को नए आयाम देने का जरिया माना गया हैI इसकी अभिकल्पना का आधार है सरल, सौम्य मिलन और सेक्स पर गति, साँस, आहों और संकेतों की मदद से नियंत्रण से अदभुत चरम तक पहुंचनाI हालाँकि इसका उद्देश्य केवल सेक्स चरम नहीं बल्कि दो शरीरों का गहरा मिलन हैI  
  2. यह कैसे किया जाता है?
    फ़िक्र ना करें- तांत्रिक सेक्स इतना मुश्किल भी नहीं! और इसे सीखने के लिए आपको बहुत ज्ञान अर्जित करने या मेहनत करने की भी ज़रूरत नहीं हैI इसका मूलभ्होत रहस्य है चरमआनंद तक पहुँचने की जल्दबाज़ी से बचकर सेक्स का भरपूर आनंद लेना और देनाI लेकिन चरम को विलम्बित कर पाना (जो तांत्रिक सेक्स के जानकार कर सकने में सक्षम हैं) हमेशा आसान नहीं होताI ऐसा करने के लिए स्वांस नियंत्रण, मुद्रा परिवर्तन, मालिश, और ध्यान लगाने जैसी तकनीक की ज़रूरत पड़ती हैI
  3. तांत्रिक सेक्स आपके लिए टॉनिक बन सकता है
    तांत्रिक सेक्स आपके और आपके साथी के बीच अंतरंगता बढ़ने के अलावा भी आपके लिए कारगर हो सकता हैI यह आपके सेक्स स्वस्थ को प्राकर्तिक रूप से बेहतर बनाने में सक्षम हैI तांत्रिक सेक्स से आप निायमित और सामान्य से अधिक ओर्गास्म या चरम हासिल कर सकते हैं जिसके फलस्वरूप ऑक्सीटोसिन नमक हार्मोन के प्रवाह में वृद्धि होती है जोकि दो लोगों के बीच जुड़ाव और विश्वास की भावना लता हैI अमेरिकन मनोवैज्ञानिक संगठन के अनुसार ऑक्सीटोसिन हाइपोथैलेमस में प्राकर्तिक रूप से निर्मित होता है और निर्मल सौम्य छुअन और चूमन के दौरान प्रवाहित भी होता हैI ये मानसिक तनाव और निराशा दूर करने में मादा करता है जिससे अक्सर कामकाज, शादी और भवतमक और सामाजिक जीवन में बेहतरी देखने को मिलती हैI
  4. पहले कदम
    तांत्रिक सेक्स का आधार दो पार्टनर्स में अंतरंगता है, इसलिए कुछ तकनीकों से इसकी शुरवात की जा सकती है, जैसे सांसो का मिलनाI एक ही लय में चलती सांसें जुड़ाव पैदा करती हैं और हल पल में होने वाली हर बात को एक साथ बेहतर समझने की क्षमता प्रदान करती हैंI एक और तकनीक है आमने सामने बैठना और आँखों में आँखें डालकर देखना, धीमी शारीरिक गति और साँसों के साथ शारीरक आनंद की धीमी और सौम्य शुरआत करते हुएI शुरुवात जितनी सरल और धीमी होगी, चरम उतना ही गहरा होगाI
    जो लोग इस बारे में और जानना चाहते हैं उनके लिए डॉ जुडी कुरिएन्स्की की किताब, 'द कम्पलीट इडियट्स गाइड टू तांत्रिक सेक्स' एक अच्छा विकल्प हैI इस किताब में इस प्रक्रिया के बारे में काफी जानकारी है और इसमें बताये  आसान तरीकों और तकनीक की मदद से आप शुरवात कर सकते हैंI तांत्रिक सेक्स से जुडी जानकारी और वीडियोस इंटरनेट पर भी आसानी से उपलब्ध हैंI
  5. मौलिक सिद्धांत और तकनीक
    तांत्रिक सेक्स में  प्रक्रिया नतीजे से ज़्यादा मायने रखती हैI कुछ मालिक सिद्धांत हैं जैसे कि प्यार की इस क्रिया के लिए सही आरामदायक साफ़ बिस्तर, हलकी रौशनी, लुभावनी खुशबुI सांसों की गति के मिलन से शुरवात की जा सकती हैI ये करने के लिए उपयुक्त तरीका है एक दूसरे के आमने सामने बैठना, जैसे की महिला अपनी टांगों से पुरुष की कमर पर घेर लेI अगला महत्वपूर्ण कदम है आँखों में आँखें डालनाI यह उतना आसान नहीं है जितना लगता है क्यूंकि अक्सर अंतरंगता के इन् पलों में लोग थोड़ी झिझक और शर्म महसूस करते हैं, लेकिन कोशिश कीजिये क्यूंकि इस कोशिश के नतीजे आपको चौंका देंगेI
    और अंत में सबसे आधारभूत सिद्धांत- धीमी गति! फोरप्ले तांत्रिक सेक्स की नींव हैI जितना समय आप लगाएंगे, उतनी ऊर्जा बनेगीI इस दौरान आपका ध्यान सिर्फ अपने साथी पर होI यदि आपका दिमाग भटकने लगे तो फिर उन  संवेदनाओं पर लौटा आएं जिनकी अनुभूति आपको हो रही हैI  यदि आपको इन् मौलिक तकनीकों का कुछ फायदा होता प्रतीत हो तो आप इस बारे में और जानकारी अर्जित करके इस दिशा में और आगे बढ़ सकते हैंI 

क्या अपने कभी तांत्रिक सेक्स आज़मा कर देखा है? यदि हाँ, तो आपका अनुभव कैसा रहा? अपनी राय यहाँ लिखें या फेसबुक पर इस चर्च में हिस्सा लें...हमें इंतज़ार रहेगा!