क्या मुझे अपनी योनि में कुछ डालना चाहिए या सिर्फ क्लिटोरिस को उत्तेजित करना चाहिए? क्या मास्टरबेशन करने के लिए सेक्स टॉय (डिल्डो, वाइब्रेटर आदि) का उपयोग करना एक अच्छा आईडिया है या कोई और तरीका भी होता है? यदि आप एक महिला हैं और मास्टरबेशन के बारे में जानकारी चाहती हैं, तो यह लेख आपके लिए है!
शरीर के कुछ अंगों को छूना जैसे- निप्पल, एनाल या माउथ ओर्गास्म तक ले जाने में बहुत सहायक होते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि बिना इन अंगों को छुए भी आप ओर्गास्म पा सकते हैं।
कुछ महिलाओं के लिए कसरत का सुखद दुष्प्रभाव हो सकता है। यह उन्हें ऑर्गेज्म का सुख दे सकता है। हाल ही में एक अमेरिकी अध्ययन में पाया गया कि व्यायाम के दौरान ओर्गास्म होना, कोई अजीब बात नहीं है।
ऑर्गेज्म तक हर कोई पहुंचना चाहता है लेकिन अधिकांश लोगों को इसके बारे में जानकारी ही नहीं होती, जिस कारण ऑर्गेज्म लोगों के लिए एक रहस्यमयी विषय बन जाता है। क्या सेक्स के दौरान ऑर्गेज्म नहीं होना सामान्य है? क्या महिलाएं स्खलन (ejaculate) करती हैं? क्या पुरुष हमेशा आते ही स्खलित (ejaculate) हो जाते हैं? इससे जुड़ें और अन्य बातों को जानते हैं।
"मैं कुछ बात बताना चाहती हूँ तेरे को," एक दोस्त ने मुझे हाल ही में कहा, "मैं इस व्यक्ति के साथ ऑर्गेज्म/चरमसुख न मिलते हुए भी उसको झूठ बोल रही हूँ की हो गया। क्या मैं कुछ गलत कर रही हूं? प्लीज कुछ बता न"
योनि में उत्तेजना के जरिए ऑर्गेज्म प्राप्त करने वाली महिलाओं को अपने पार्टनर पर खूब प्यार आता है। योनि ऑर्गेज्म कम तीव्र होते हैं, लेकिन क्लिटोरल ऑर्गेज्म के विपरीत, महिलाओं को पूरे शरीर में फैलता हुआ महसूस होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि योनि और क्लिटोरल ऑर्गेज्म के लिए शरीर और मस्तिष्क में संवेदी मार्ग अलग-अलग सक्रिय होते हैं।
वो बस अपना प्राइवेट पार्ट मेरी योनि में डाल देते हैं और कुछ समय बाद हमारा सेक्स खत्म हो जाता है जबकि मैं चाहती हूं कि वो मुझे सहलाए, मेरी योनि को सहलाए, मेरे स्तनों को चूमें लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता और मैं बस आँहें भरती हूं। मुझे यौन उत्तेजना और यौन सुख महसूस ही नहीं होते। सुमी ने अपनी सेक्स के नीरस एक्सपीरियंस की कहानी लव मैटर्स से शेयर की।
अगर आप यह पूछ-पूछ कर थक चुकें हैं कि 'क्या तुम्हारा हुआ?' या फिर सोचते हैं, सच में हुआ या वह झूठ बोल रही है?', तो अब टेंशन छोड़िये और सीधे महिलाओं से जानिए कि वे क्या कहती हैं ऑर्गेज्म के बारे में: