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क्या मीठा खाना भड़का सकता है प्यार की चिंगारी?

Submitted by Sarah Moses on रवि, 05/17/2015 - 12:11 पूर्वान्ह
वैज्ञानिकोँ ने संभवत पहली मुलाकात को प्यार मेँ बदल पाने का फार्मूला ढूंढ निकाला हैI क्या केक ओर मीठा खाना किसी का दिल जीतने मेँ मदद कर सकता है?

आइए पढ़ते हैँ अपने जीवन को रूमानी  बनाने का मिठास से भरा यह राज़...

दुनियाभर की विभिन्न सभ्यताओं और भाषाओं में प्यार को एक मीठे एहसास का नाम दिया गया हैI यहाँ तक कि हम अपने साथी को अक्सर हनी के नाम से बुलाते हैI

हालाँकि अब तक तो यह मिठास केवल इस भाव को समझाने का जरिया मात्र थी लेकिन इस सम्बन्ध में हुए एक अध्य्यन ने इसके असली प्रभाव को समझने की कोशिश की है। इस जानकारी को दिमाग में रखकर अमरीकी शोधकर्ताओं ने इस बारे में सोचना शुरू किया कि क्या वाकई मीठा खाना और खाद्य पदार्थ हमारे प्रेम जीवन को प्रभावित करते हैं।

ज़्यादा आकर्षण

इन सवालो के जवाब जानने के लिए शोधकर्ताओं ने कई प्रयोग किए। इसमें हिस्सा लेने वाले लोगों को दो समूहों में बांटा गया- मीठे का शौक रखने वाले और नमकीन या मसालेदार खाने का शौक रखने वाले। उसके बाद कुछ लोगों को उनके प्रेम जीवन से जुड़े प्रश्नों की सूची दी गयी और कुछ को मन में प्यार से सम्बंधित कल्पना करने को कहा गया। प्रश्नों के ज़रिये उनसे उनके रिश्तों का स्वास्थ, वो अपने रिश्तो में कितने संतुष्ट है, प्रतिबद्धता और भरोसे समबन्धित जानकारियां एकत्रित की गयी। और अंतिम प्रयोग में सभी भाग लेने वाले लोगों को उनके लिए संभावित जीवनसाथी की प्रोफाइल दिखाई और उनसे उनकी राय पूछी गयी।

और यह तथ्य उभर कर आया कि मीठा अधिक खाने वाले लोग नमकीन का शौक रखने वाले लोगों की तुलना में अपने सम्बन्ध और साथी को लेकर ज़्यादा सकारात्मक थे।

इतना ही नहीं, अध्यन के अंतिम हिस्से में दिखाई प्रोफाइल को मीठा खाने वाले लोगों ने बेहतर आंका और उस व्यक्ति से मुलाकात करने में दिलचस्पी दिखाई।

मूड में

तो आखिर मीठा या नमकीन खाने से प्यार के रुझान का क्या सम्बन्ध हो सकता है? एक कारण हो सकता है मीठा खाने से डोपामाइन हार्मोन के प्रवाह में बढ़त। रिसर्च का एक अंश इस तरफ भी इशारा करता है कि मीठे खाने को पसंद करने और प्यार करने के संकेत दिमाग के एक ही हिस्से से आते हैं, और इसलिए यह संभव है कि मीठा खाना प्यार की चिंगारी को हवा देता है।

लेकिन यह भी एक सम्भावना है कि मीठा खाने से हमारा मूड बेहतर हो जाता है और इसलिए अपने संभावित साथी के प्रति हम स्वाभाविक रूप से और सकारात्मक हो जाते हैं।

मीठा मज़ा

अध्यन ने ये भी जाना कि मीठा खाने से केवल भविष्य के संभावित प्रेम संबंधों पर असर पड़ता है, शायद इसलिए क्योंकि हमारे पुराने या वर्तमान के रिश्तों के लेकर हमारी धारणा पहले से निर्धारित होती है। तो इसलिए अगर रिश्तों में चल रही दरारों को आप मीठा खाकर भरने के बारे में सोच रहे हैं तो शायद अपको सफलता न मिल सके।

लेकिन यह तलाश आपकी आने वाली मुलाकातों को बेहतर बना पाने के नज़रिये से शुभ समाचार है। शायद एक गुलाब जामुन आपकी ज़िन्दगी को प्यार के रंग से रंगने में सफल हो।

स्त्रोत: मीठा प्यार: मीठे स्वाद के अनुभवों का रूमानी अनुभूतियों पर असरडोंगनिंग रेन, केनेथ टैन, क्षीमेना बी., अर्रिअगा, काई क्विन चैन

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