आप और आपके साथी को एक दूसरे के यौन स्वास्थ्य के बारे में सब कुछ पता होना चाहिएI मुद्दे तो कई हो सकते हैं लेकिन आप को यह कैसे पता चलेगा कि समस्या क्या है? इस दिशा में पहला कदम है, बातचीतI अगर आप अपने साथी के साथ संवाद करने में सहज नहीं हैं तो अपनी परेशानी को अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा करेंI
7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में लव मैटर्स उन युवा लोगों और वयस्कों की सहायता करेगा जो इन पेचीदा मुद्दों को अपने साथी या औरों के साथ बांटने में संघर्ष कर रहे हैं।
क्या करें...
- पूरी तैयारी
यह तो साफ़ है कि चाहे आप वयस्कों की श्रेणी में आते हों, सेक्स और यौन स्वास्थ्य के बारे में आप अभी भी कई बातों से अनभिज्ञ हों सकते हैंI इन मामलों में और ज़्यादा जानकारी प्राप्त करने में कुछ भी गलत नहीं है क्यूंकि कई अप्रत्याशित क्षणों में वो जानकारी आपके बहुत काम आ सकती हैI ऐसे कई स्त्रोत हैं जैसे किताबें, इंटरनेट, यहाँ तक कि आपका पारिवारिक डॉक्टर भी, जो आपको मासिक धर्म, गर्भावस्था और यौन संचारित रोगों जैसे महत्त्वपूर्ण मुद्दों के बारे में मूल और नवीनतम दोनों ही जानकारियां प्रदान कर सकते हैंI - सुनना
हो सकता हैं कि आप ज्ञान का अथाह सागर हों लेकिन किसी को जानकारी देते हुए यह ध्यान रखें कि यह एक वार्तालाप की तरह होना चाहिए नाकि एक धर्मोपदेश की तरहI अपने साथी से जुड़े किसी भी व्यक्तिगत अनुभव के बारे में सुनकर ना तो उनकी उपेक्षा करें और ना ही उनके बारे में कोई राय कायम करेंI बल्कि उन्हें यह विश्वास दिलाएं कि वो आपसे कभी भी किसी भी बारे में बात कर सकते हैंI जहाँ ज़रुरत हों, वहां आप आवश्यक सुझावों के साथ उनकी मदद ज़रूर कर सकते हैंI - उम्र का ख्याल रखें
अपने 8-वर्षीय चचेरे भाई के साथ यौन स्वास्थ्य के बारे में बात करना और अपनी 28 वर्षीय प्रेमिका के साथ सेक्स के बारे में चर्चा करना दो अलग बातें हैंI जब आप अपने बच्चों या दूसरे किशोरों के साथ बात करें तो सावधानी और संवेदनशीलता दोनों का ध्यान रखने की ज़रुरत हैI वहीँ आजकल अधिकांश किशोरों और वयस्कों को पहले से ही सेक्स के बारे में बहुत कुछ पता होता है लेकिन यौन स्वास्थ्य और सुरक्षा पर उनका ज़्यादा ध्यान नहीं होता और यही वह जगह है जहाँ आप उन्हें मदद या सहायता प्रदान कर सकते हैं - माहौल को सहज बनाएं
यौन स्वास्थ्य के बारे में बात करने को एक समारोह जितना बड़ा और भव्य नहीं बनायेI कोशिश करें कि इस बारे में बातचीत कभी-कभार लेकिन एक उपयुक्त समय पर होI माहौल को सहज बनाने के लिए आप इसमें अपने पति या पत्नी, दोस्तों और / या परिवार के अन्य सदस्यों को भी शामिल कर सकते हैंI बात करते हुए नज़रें ना चुराएंI यह महत्त्वपूर्ण है कि बात करते हुए आप शर्मीले और परेशान ना पेश आएं जिससे कि आपके मित्र या साथी खुल कर अपना दृष्टिकोण आपके सामने रख सकेंI
क्या ना करें...
- दूसरों पर ना छोड़ें
वैसे तो अच्छे स्कूलों में यौन शिक्षा पर खासा ध्यान दिया जाता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप मान लें कि सबको सब कुछ पता हैI स्कूल में पढ़ाया गया पाठ्यक्रम निश्चित रूप से अच्छा होता है लेकिन उनके पास व्यक्तिगत स्पर्श और ज्ञान का अभाव रहता है जिसकी पूर्ती आप अपने अनुभव से कर सकते हैंI इसके अलावा, आपका साथी ऐसी बातें आपके मुंह से सुनना ज़्यादा पसंद करेगा ना कि किसी स्कूल शिक्षक सेI - उपदेश देने से बचें
जब हस्तमैथुन और अश्लील साहित्य जैसे कठिन मुद्दों पर बात हो रही हो तो "बुरा" या "भयानक" जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर के उनका ध्रुवीकरण करने से बचें। हो सकता है कि जब आप यौन स्वास्थ्य के बारे में बात करते हों तो आपकी बातों में वज़न ज़्यादा होता हों लेकिन याद रखें कि सुझाव, संवादात्मक जांच-पड़ताल और चर्चा करना हमेशा आदेश और नुस्खे देने से बेहतर है! इस बात का भी ध्यान रखें कि एचआईवी, कैंसर, समलैंगिकता, गर्भपात या लिंग पुनर्गठन सर्जरी जैसे गंभीर विषयों पर अपनी राय देने से बचेंI - हेट्रोनॉर्मटिव ना बनें
हेट्रोनॉर्मटिव होने का अर्थ है कि समलैंगिकता या अन्य लैंगिकता को असामान्य समझनाI एलजीबीटी समुदाय के लिए सबसे बड़ा यौन स्वास्थ्य खतरा है उचित जानकारी, दृश्यता और स्वीकृति का अभावI
इससे एलजीबीटी किशोरों के बीच ना सिर्फ़ आत्मविश्वास की कमी हों जाती है बल्कि अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। यदि आप किसी के लिंग के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं तो उन्हें 'वे' और 'उन्हें' जैसे तटस्थ सर्वनामों में संबोधित करेंI इसके अलावा, विपरीतलिंगियों के समक्ष भी कोई भी ऐसे विचार ना प्रस्तुत करें जिससे उन्हें लगे कि आप समलैंगिकता के खिलाफ हैं या समलैंगिकों से डरते हैं, कुछ लोगों को यह आक्रामक लग सकता है।
क्या आपके पास सेक्स के बारे में बात की शुरुआत करने के लिए कुछ सुझाव हैं? उन्हें नीचे लिखें या फेसबुक के ज़रिये हमसे जुड़ेंI अगर आपके मन में कोई सवाल हों तो आप हमारे चर्चा मंच का हिस्सा बन सकते हैं
लेखक के बारे में: मुंबई के हरीश पेडाप्रोलू एक लेखक और अकादमिक है। वह पिछले 6 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत हैं। वह शोध करने के साथ साथ, विगत 5 वर्षों से विश्वविद्यालय स्तर पर दर्शनशास्त्र भी पढ़ा रहे हैं। उनसे लिंक्डइन, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर संपर्क किया जा सकता है।