marry cousin
Shutterstock/Ra'uf Hussin

क्या अपने चचेरे भाई-बहन (कजिन) से शादी करने से आपके बच्चे स्वस्थ रहते हैं?

एक डच स्टडी में पाया गया है कि अपने चचेरे भाई-बहन से शादी करने से आपका परिवार स्वस्थ रह सकता है। यह अपने आप में बहुत चौंकाने वाली बात है क्योंकि इसका मतलब यह भी है कि आपके बच्चों में जन्म दोष होने की संभावना अधिक है।

यूनिवर्सिटी ऑफ ग्रोनिंगन के वैज्ञानिकों का कहना है कि चचेरे भाई-बहन से शादी करने का एक लाभदायक प्रभाव भी हो सकता है। ये एक परिवार के अंदर किसी बीमारी के प्रति जीवन-रक्षक आनुवांशिक प्रतिरोध (life-saving genetic resistance) को बनाए रखते हैं।

खराब कॉपी

भारत, मिस्र और सऊदी अरब सहित दुनिया के कुछ हिस्सों में अपने चचेरे भाई-बहन से शादी करना आम बात है। ये ऐसे क्षेत्र हैं जहां हमेशा से बहुत अधिक बीमारियां फैलती रही हैं। लेकिन यह भी हो सकता है कि अंत:प्रजनन (इनब्रीडिंग ) के स्वास्थ्य से जुड़े फायदों को देखते हुए यह जन्म दोष के जोखिमों पर भारी पड़ता हो।

एचआईवी वायरस के लिए आनुवांशिक प्रतिरोध (जेनेटिक रेसिस्टेंस) एक ताजा उदाहरण है। एचआईवी एड्स के वायरस से हर साल लगभग दो मिलियन लोगों की मौत होती है। लेकिन जिन लोगों में आनुवांशिक रूप से CKR-5 नामक जीन की दो खराब कॉपी (एक अपनी मां से और एक अपने पिता से) पाई जाती हैं, वे एचआईवी इंफेक्शन के प्रति इम्यून देखे गए हैं।

जीन की दोनों कॉपी एक साथ होना बहुत रेयर है। लेकिन कुछ अश्केनाज़ी यहूदी (Ashkenazi Jewish) समुदायों में, जहां करीबी रिश्तेदारों से शादी करना आम बात है, वहां 20 प्रतिशत लोगों में डबल कॉपी पाई जाती है। इस कजिन मैरिज के कारण ही यह “जीवन रक्षक जीन” परिवार में बरकरार रहता है।

जोखिम

यहाँ एकमात्र समस्या यह है कि एक बीमारी के प्रति रेसिस्टेंस होने से आपको दूसरी बीमारी होने की अधिक संभावना हो सकती है। संक्रमित मच्छर के काटने पर CKR-5 जीन की दो खराब कॉपी वाले लोगों को वेस्ट नील वायरस बीमारी होने का खतरा अधिक हो सकता है।

एकदम करीबी चचेरे भाई-बहनों के बच्चों में बाकी लोगों की तुलना में जन्म दोष की संभावना लगभग दो से तीन प्रतिशत अधिक होती है। इसे इस परिप्रेक्ष्य में समझें कि यह बिलकुल वैसा ही जोखिम है जो 41 साल की उम्र की महिलाओं से जन्में बच्चों में पाया जाता है।

रॉयल इनब्रीडिंग

लेकिन अगर कजिन से शादी करना गलत हुआ तो वास्तव में यह आगे चलकर बहुत गलत साबित हो सकता है। 17 वीं शताब्दी के स्पेनिश किंग चार्ल्स द्वितीय को लें। कई पीढ़ियों के रॉयल इनब्रीडिंग के कारण उन्हें कई प्रकार की मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ा। दुर्भाग्यवश वे बांझपन से भी पीड़ित हो गए थे। सन 1700 में बिना किसी बच्चे के पिता बने ही उनकी मौत हो गई और इस तरह स्पैनिश हैब्सबर्ग राजवंश का अंत हो गया।

इस प्रकार की अंत:प्रजनन (इनब्रीडिंग) आपदाओं को रोकने के लिए, जिन देशों में चचेरे भाई-बहनों की एक दूसरे से शादी आम है, वहां डॉक्टर जेनेटिक स्क्रीनिंग कराने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करते हैं।

अंतर-पारिवारिक विवाह के बारे में आपके क्या विचार हैं? हम से शेयर कीजिये।  कोई सवाल? नीचे टिप्पणी करें या हमारे चर्चा मंच पर विशेषज्ञों से पूछें। हमारा फेसबुक पेज चेक करना ना भूलें। हम Instagram, YouTube  और Twitter पे भी हैं!

क्या आप इस जानकारी को उपयोगी पाते हैं?

Comments
नई टिप्पणी जोड़ें

Comment

  • अनुमति रखने वाले HTML टैगस: <a href hreflang>