Love Matters

हमने बिना कंडोम का इस्तेमाल करे सेक्स कर लिया!

Submitted by Auntyji on बुध, 05/06/2015 - 11:27 बजे
आंटी जी, मैंने और मेरी गर्लफ्रेंड ने असुरक्षित सम्भोग कर लिया हैI उसे मासिकधर्म भी नहीं हुआ है। क्या वो पेट से है? मुझे तो बहुत डर लग रहा है। मैं क्या करूँगा अगर वो माँ बन गयी तो।

प्लीज़ आप जल्दी मेरी मदद कीजिये। अनिल (21), जबलपुर

आंटी जी कहती है...वाह बेटे! तो मेरे ज्ञानी पुत्तर को पता चल ही गया कि एक लड़की माँ कैसे बनती है। तो अब इतना हैरान क्यों हो रहा है?

तो हीरो सबसे पहले तो गर्भावस्था की घर पर जांच कर। जांच करने का सामान तुझे आसानी से मिल जायेगा और यह ज़्यादा महंगा भी नहीं आता। इसके इस्तेमाल के निर्देश पैकेट के पीछे ही लिखे होंगे और घबराना यह काफ़ी भरोसेमंद है।

यह काम जितना जल्दी हो जाये उतना अच्छा है क्योंकि तेरी गर्लफ्रेंड के माँ बनने के पूरे पूरे आसार है। मुझे पता है कि तेरी हालत काफ़ी ख़राब होगी इस समय और जो मैं अब कहने वाली हूँ वो तुझे अच्छा भी नहीं लगेगा लेकिन मैं बिना कहे रुक नहीं पाउंगी।

बुरा फैसला

क्या सोच रहा था तू? वैसे सोचा तो तूने था ही नहीं, क्यूंकि अगर सोचा होता तो यह सब नहीं होता। कहने को तू 21 साल का है और अपने फैसले खुद ले सकता है। काग़ज़ों के हिसाब से तो इतना परिपक्व हो गया है कि शादी भी कर सकता है, वोट डाल सकता है। लेकिन यह साफ़ है कि तेरे अंदर दुनियादारी की समझ बिलकुल ना के बराबर है। और दुःख की बात यह है कि तेरे जैसे और भी बहुत नवयुवक है

मैंने हमेशा से कहा है कि अगर किसी को लगता है कि वो शारीरिक सम्बन्ध स्थापित करने के लिए तैयार है तो बेशक करो। लोग मुझसे पूछते है कि सेक्स करने के किये सही उम्र क्या है तो मेरा ज़वाब होता है कि जब लगे कि आप दोनों रज़ामंद हो तो कर सकते है। पर रज़ामंदी का मतलब यह थोड़ी है कि सारी समझदारी को खूँटे पर टांग कर बिस्तर पर चढ़ जाओ।

उन्नत शिश्न का मतलब यह कतई नहीं है कि अब आप तैयार है, यह सिर्फ एक शारीरिक प्रतिक्रिया है.... तैयार होना सिर्फ शारीरिक नहीं है। यह भी ध्यान रखना है कि आप मानसिक रूप से कितने तैयार है। एक दुसरे से अंतरंग होना अच्छी बात है लेकिन एक दुसरे की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी भी तो आपको ही लेनी होगी।

तब क्या...

भगवान करे कि तेरी गर्लफ्रेंड गर्भवती ना हो। तू चैन की सांस ले लेना और हमारे सभी 50 हज़ार भगवानो को प्रसाद भी चड़ा देना। पर क्या तूने सोचा है कि अगर वो गर्भवती हो गयी तो तू क्या करेगा?

क्या तूने भ्रूण हत्या के बारे में सुना है?

क्या तुझे ज़रा भी अंदाज़ा है कि कहाँ जाना है? उसे सुरक्षित सुविधाएं कहाँ मिल पाएंगी? और इससे तेरे पर या तेरी गर्लफ्रेंड के शरीर पर क्या बीतेगी? कुछ सोचा है कि कौनसे क्लिनिक ले जायेगा, कैसे पैसे देगा? उसे कहाँ रखेगा? अपने घर या उसके घर? उसके या अपने घरवालो के सवालो का कैसे सामना करेगा?

कौनसी दुनिया में था?

मुझे तुझ पर गुस्सा आ रहा है। माफ़ करना लेकिन ऐसी गलती करने वाले लोगों के साथ मेरे सब्र का बाँध टूट जाता है। तू यह गलती कैसे कर सकता है? हर जगह इस बारे में जानकारी उपलब्ध है, जाने कितने हज़ारो स्त्रोत है और फ़िर भी तू आज भगवान के सामने हाथ जोड़े खड़ा है। तुझे कैसे नहीं पता था कि असुरक्षित सम्भोग से गर्भ ठहर सकता है और क्या तू जानता है कि इससे संक्रमण भी फैलते है?

क्या तुझे पता है कि सन् 1971 से हमारे देश में गर्भपात की सुविधाएं ना सिर्फ वैध है बल्कि मुफ़्त भी है। कहने का अर्थ यह है कि अगर तुम बालिग़ हो तो इन सुविधाओ के लिए तुम्हे कोई भी मना नही कर सकता। मैं तो यही कहूँगी कि तुम्हे इसके लिए भी तैयार रहना चाहिए कि उसके गर्भवती होने की सूरत में तुमने क्या कदम उठाने है। और पुत्तर तूने किसी भी मौक़े पर उस बेचारी का हाथ नहीं छोड़ना है, क्योंकि ध्यान रहे कि इसमें तुम दोनों एक साथ हो।

खुद को संभालो

अगर यह सुनिश्चित हो जाये कि तेरी गर्लफ्रेंड गर्भवती है तो बिना समय बर्बाद करे एक विश्वसनीय, नम्र और योग्य डॉक्टर को ढूंढकर उसके पास चले जाना। भगवान के लिए खुद इलाज़ मत करना। तुम्हे कोई अंदाज़ा नहीं है कि यह कितना घातक सिद्ध हो सकता है। मितली आना, ज़्यादा खून बहना और ना जाने कितने भयंकर दुष्प्रभाव हो सकते है। अगर तेरा या उसका कोई ऐसा दोस्त है जो भरोसे के लायक है तो उसे साथ लेकर जाना।

दो तरह के गर्भपात होते है - औषधीय और शल्य गर्भपात (सर्जिकल अबॉर्शन)। दोनों को अच्छे से समझना और डॉक्टर से सलाह लेकर वो वाला करवाना जो तुम्हारी स्थिति में ज़्यादा फायदेमंद है।

इस बात का भी ध्यान रखना कि यह सब हो जाने के तेरी गर्लफ्रेंड कहाँ आराम करेगी। घर पर या अस्पताल में? इलाज़ में और बाद में जो खर्च होगा उसका इंतज़ाम कर के रखना। इस बात का ख्याल रहे कि यह सब गोपनीय हो। इसके लिए तुझे अपनी गर्लफ्रेंड और डॉक्टर से सलाह मशवरा करना पड़ सकता है। लड़की के परिवार के बारे में क्या सोचा है? उन्हें क्या बताओगे?

सबसे ज़रूरी बात, यह भी सोचना पड़ेगा कि गर्भपात के बाद होने वाले लक्षण जैसे पीड़ा, कमज़ोरी, और रक्तस्त्राव इत्यादि को वो कैसे झेलेगी? और उसके लिए उससे भी ज़्यादा मुश्किल होगा उस खलबली से उबरना जो उसके मन-मस्तिष्क में मची होगी।

काफ़ी काम है

जल्दी कर पुत्तर, बड़े काम पड़े है। वैसे तेरी गर्लफ्रेंड भी तुझसे कम नहीं है। बेवकूफ़ो की तरह वो सब करती रही जो उसके हीरो ने उसे बोला। बेटा अनिल, तू घबरा मत। जो होना था सो हो गया अब तुझे अपना आपा नहीं खोना है। तेरी गर्लफ्रेंड को तेरे प्यार और साथ की ज़रुरत है। तुझे उसे यह विश्वास दिलाना है कि तुम दोनों इस मुश्किल घड़ी से निकल जाओगे। चलो अब जाकर सबसे पहले वो टेस्ट करवाओ, जल्दी जाओ।

क्या आप भी कभी अनिल जैसी स्थिति में थे? आपने क्या किया? यहाँ या फेसबुक पर हमें बताएं।