पालतू जानवरों को छूने के बाद हाथ न धोना, खाना बनाते समय चेहरे को छूना और भोजन तैयार करते समय छींकने या खांसने के लिए अलग ना जाना जैसी छोटी-छोटी लापरवाह हरकतें हमें कई तरह के संक्रमण का शिकार बना सकती हैं, सिर्फ़ नोबेल कोरोनवायरस का ही नहीं।
कोरोना अब हमारे आस पड़ोस में व्यापक रूप से फैल रहा है। ऐसी स्थिति में इन्फेक्शन को फैलने से रोकने के लिए आपको क्या कदम उठाने चाहिए? हम लाये है आपके लिए महत्वपूर्ण जानकारी
आइये सबसे पहले हम सब यह समझने की कोशिश करें कि सोशल डिस्टेंसिंग (यानी एक दूसरे से दूरी) नोवल कोरोना वायरस और अन्य संक्रामक बीमारियों को फैलने से रोकने में कैसे मदद करता है। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने का मुख्य उद्देश्य यही है कि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण ना फैले।
जैसे जैसे कोविड-19 महामारी देश में पैर पसार रही है, ऐसे में सभी के लिए वैक्सीन लगवाना अत्यधिक महत्वपूर्ण होता जा रहा है। लेकिन वैक्सीन और इसकी प्रक्रिया को लेकर बहुत से भ्रम और अफवाहें फैली हुई हैं। नीचे कुछ आसान उपाय दिए गए हैं जो कि वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को सहज बनाने में आपकी मदद करेंगे।
वैक्सीन कोरोनावायरस के ख़िलाफ़ किस प्रकार काम करती है और आपके पास अन्य क्या विकल्प हैं ? क्या यह असरदार है और यदि है तो कितने लम्बे समय के लिए ? यदि आपके मन में यह सवाल हैं, तो यह लेख आपके ही लिए है। हम यहाँ कोविड-19 वैक्सीन से सम्बंधित मुख्य प्रश्नों को सम्बोधित करेंगे।
एक डच स्टडी में पाया गया है कि अपने चचेरे भाई-बहन से शादी करने से आपका परिवार स्वस्थ रह सकता है। यह अपने आप में बहुत चौंकाने वाली बात है क्योंकि इसका मतलब यह भी है कि आपके बच्चों में जन्म दोष होने की संभावना अधिक है।
वैज्ञानिकों ने एक नवीनतम तकनीक की खोज की है जिसके माध्यम से अब हम प्रेगनेंसी की चिंता किए बिना सेक्स कर सकते हैं। और हां कॉन्डोम लगाने की भी जरूरत नहीं है। कैसे? पढ़ते रहिये!
भारत में गर्भ समापन 1971 से ही कानूनी रूप से मान्य है, लेकिन इसके साथ कई तरह की शर्तें भी जुड़ी हुई हैं꠰ अब 2021 में कानून बदलने वाला है जिसमे अबॉरशन से जुडी कुछ शर्तों में कटौती होगी꠰ आइये देखते हैं कि ये नए बदलाव क्या हैं?
यह विषय इतना विविधता भरा है कि वियना शहर ने इसके ऊपर एक संग्रहालय ही बना दिया है, जहाँ इस विषय से जुडा काफी सामग्री है| वैसे आपको कंडोम के बारे में बात करना भले ही अच्छा ना लगे, लेकिन यहां आकर आप इसके बारे में सोचने जरुर लगेंगे। हमारी साझेदार और परिवार नियोजन प्रदाता कम्पनी DKT द्वारा जारी इससे जुड़े पाँच मुख्य तथ्य-
अगर आपको कल गर्भ समापन/अबॉर्शन के लिए जाना पड़े, तो आपके दिमाग में सब से पहले क्या ख्याल आएगा? लव मैटर्स इंडिया ने यह सवाल भारत के कुछ युवाओं से पूछा। यहां जानिए उन्होंने क्या कहा …
'तुम्हारा दिमाग तो ठीक है?' नमित ने गुस्से में चिल्लाते हुए कहा, जब उसे पता चला कि रिद्धि अपनी दोस्त श्वेता के साथ उसके गर्भपात में उसका साथ देने जा रही है I रिद्धि को समझ नहीं आ रहा था क्या करे - अपनी सबसे अच्छे दोस्त की मदद करें या अपने बॉयफ्रेंड की सुने? आप क्या करेंगे? - क्या दोगे साथ?