लैंगिक अभिविन्यास/लैंगिक-रुझान

All stories

मुझे समलैंगिकों से डर लगता है- इसमें कुछ गलत है क्या?

लैंगिक अभिविन्यास/लैंगिक-रुझान
प्र:मैं जनता हूँ की मुझे समलैंगिकों से डर लगता है, लेकिन मैं इस बारे में क्या कर सकता हूँ? ये एक डर या फोबिआ है, जैसे कई लोग मकड़ी से डरते हैंI समलैंगिक लोग मेरे विचार में निकृष्ट होते हैं, तो मैं उन्हें क्यों पसंद करूँ? विवेक,(27), गुवाहाटी

मेरी नाकाम लेस्बियन प्रेम कहानी

लैंगिक अभिविन्यास/लैंगिक-रुझान
"अगर हम भाग भी जाएं तो हमें ढूँढ लिया जायेगा और मारा जायेगा। हम बेशक एक दूसरे से प्यार करते हों लेकिन हमारा समाज इस तरह के रिश्ते को कभी मंजूरी नहीं देगा", कामिनी का कहना है। कामिनी और उसकी लेस्बियन (समलैंगिक) साथी के पास अपने इस रिश्ते को भूल कर लड़कों से शादी करने के सिवा कोई रास्ता नहीं है।

द्विलैंगिक: भेदभाव हर हाल में

लैंगिक अभिविन्यास/लैंगिक-रुझान
द्विलैंगिक महिला और पुरुष दोनों ही सामाजिक भेदभाव का सामना करते हैं, समलैंगिक और विषमलैंगिक लोगों से हट के, एक अमरीकी रिसर्च से पता चला।

प्रचलित मिथक: द्विलैंगिकता

लैंगिक अभिविन्यास/लैंगिक-रुझान
'किसी के लिंग के आधार के बिना उससे प्यार करने वाला' द्विलैंगिकता कि अच्छी परिभाषा है। लेकिन इससे जुडी कई गलतफहमिया हैं: क्या वो अपना मन एक लिंग के लिए नहीं बना सकते? क्या वो छुपे हुए समलैंगिक ही हैं? ऐसी ही कुछ प्रचलित गलत धारणाओ का अंत हम इस हफ्ते करेंगे!

क्या द्विलिंगी (बाईसेक्सुअल) होना गलत है?

लैंगिक अभिविन्यास/लैंगिक-रुझान
आंटीजी, मेरे कई लड़कियों के साथ रिश्ते रहे हैं लेकिन हाल ही में मैंने अपने आपको लड़कों कि तरफ आकर्षित महसूस होते देखा है। उनके साथ फ़्लर्ट भी किया। ये सब क्या हो रहा है मेरे साथ? मैं समलैंगीक तो नहीं हूँ क्यूंकि मुझे लड़कियां भी पसंद हैं। क्या मैं द्विलिंगी यानि बाइसेक्सुअल हूँ? क्या ये गलत है? मदद करिये! प्रसून,(21) पुणे

'मैंने पाया कि मैं लड़कों और लड़कियों दोनों कि तरफ आकर्षित हूँ'

लैंगिक अभिविन्यास/लैंगिक-रुझान
मैं 18 साल कि थी जब मेरा मंगेतर पढ़ाई के लिए विदेश चला गयी। हमारा यह दूर का रिश्ता ठीक-ठाक चल रहा था जब तक मैं इस लड़की से मिली। हम दोनों तुरंत घुलमिल गए। बात कुछ ऐसी बढ़ी कि कुछ देर बाद हम दोनों चुम्बन कर रहे थे। मुझे अचरज हुआ कि मैं कैसे अपनी मंगेतर कि तरफ आकर्षित होते हुए कैसे किसी और के लिए आकर्षण महसूस कर सकती हूँ, और वो भी एक लड़की कि तरफ?

धारा 377: क्या समलैंगिक रिश्तों पर रोक लगाना सही है?

लैंगिक अभिविन्यास/लैंगिक-रुझान
वो भारतीय जो समलैंगिक हैं, उनके रिश्तों को एक बार फिर से धारा 377 लगाकर गैरकानूनी बना दिया गया है। लव मैटर्स ने दिल्ली और बैंगलोर में 5 युगलों से इस बारे में बात करी।

क्यूंकि मैं द्विलिंगी (बाइसेक्शूअल) हूँ

लैंगिक अभिविन्यास/लैंगिक-रुझान
समलैंगिकता? उन्हें लगता है कि मैं बस किसी के भी साथ कभी भी सेक्स कर सकता हूँ और साथ ही 'थ्रीसम' (तिगड़ी सेक्स) के लिए गर्ल फ्रेंड भी ले आऊंगा।"