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स्वस्थ सेक्स का मतलब क्या है?

Submitted by Harish P on शनि, 04/08/2017 - 07:20 बजे
स्वस्थ सेक्स का मतलब है कि अपनी लैंगिकता के बारे में मानसिक, शारीरिक और सामाजिक रूप से अच्छा सोचनाI अपने सेक्स को स्वस्थ रखने के बारे में पढ़ें हमारे पांच मुख्य तथ्य

अगर आप चाहते हैं कि आपका यौनिक स्वास्थ्य शानदार रहे तो अपनी लैंगिकता और यौन सम्बन्धो के बारे में आपका दृषिकोण बेहद सकारात्मक होना चाहिएI विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में हम आपके सेक्स स्वास्थ्य से सम्बंधित पांच मुख्य तथ्य आपके लिए लेकर आये हैं क्यूंकि अगर आपका सेक्स स्वस्थ है तो आप भी बेहतर महसूस करेंगेI #BeHealthyBeSexy

  1. यौनिक स्वास्थ्य और इससे जुड़े आंकड़े
    जब आपके यौनिक और प्रजनन अंगों या मानसिक और सामाजिक भलाई के लिए किसी विशेष कार्रवाई या उपचार की जरूरत पड़ जाए तो समझ जाएँ कि आपका यौनिक स्वास्थ्य खतरे में हैंI ये समस्याएं सुखद सेक्स, प्रजनन, लैंगिकता और यौनिक पहचान, भावनात्मक लगाव या यौन सुरक्षा से सम्बंधित हो सकती हैं।
    रोग नियंत्रण और संक्रमण के केंद्रों के हाल के अध्ययनों से पता चलता है कि हर साल अमेरिका में 19 लाख से अधिक एसटीआई के नए मामले सामने आते हैं। यह अनुमान लगाया गया है कि दस लाख से अधिक लोग हर रोज़ एसटीआई से प्रभावित होते हैंI 2008 में, अमेरिका में 110 मिलियन लोगों में एसटीआई पाया गया था और इनमे से 20 प्रतिशत या तो महिलाएं थी या 15 से 24 वर्ष की आयु के पुरुष थेI 2015 में किये गए सर्वे के अनुसार भारत में एचआईवी (पीएलआईआईवी) से प्रभावित लोगों की संख्या 21 लाख होने का अनुमान था।   
  2. यौन स्वास्थ्य विकार
    यौन स्वास्थ्य विकार किसी के भी साथ हो सकता है; पुरुष, महिला या किन्नरI अधिकतर यह गन्दगी, खराब जीवनशैली, तनाव, असुरक्षित यौन संबंध, हिंसात्मक यौन सम्बन्ध या दुर्घटनाओं का नतीजा होता है।  
    वैसे तो लिंग तनाव और स्खलन से जुडी समस्याएं पुरुषों में बेहद आम हैं, महिलाओं को भी ओर्गास्म की कमी, कष्टदायक संभोग या बांझपन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। एसटीआई को भी यौन स्वास्थ्य विकारों की श्रेणी में रखा गया है और इनका कारण जोखिम से भरे यौनिक व्यवहार होता है।

    यौन संचारित संक्रमण के बारे में और जानें!   

     
  3. यौन संचारित संक्रमण  
    अपने यौन स्वास्थ्य की देखभाल करने के सबसे महत्वपूर्ण तरीकों में से एक है अपने आप को एसटीआई से रोकनाI ख़तरनाक या असुरक्षित यौन सम्बन्ध, जोखिम भरा यौन व्यवहार और/या कई लोगों के साथ शारीरिक सम्बन्ध स्थापित करने से आपको एसटीआई हो सकता हैI उनमें से कुछ बेहद सामान्य हैं जैसे जघन जूँ और क्लैमाइडिया और उनका इलाज भी आसानी से किया जा सकता है, लेकिन इसके गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं।
    एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में नए संक्रमित एचआईवी रोगियों में से 35 प्रतिशत 15 से 24 साल के बीच होते हैं। सुरक्षित और सुखद सेक्स और कंडोम के नियमित उपयोग के बारे में समझ और जानकारी होना महत्वपूर्ण है। यह ज़रूरी है कि इन विषयों पर आप अपने साथी के साथ खुले तौर पर चर्चा करने में सक्षम होंI एसटीआई या अन्य विकारों के मामले में: बातचीत और सही समय पर किया गया चिकित्सा हस्तक्षेप बेहद मददगार साबित हो सकता हैI

    यौन संचारित संक्रमण से जुड़े पांच मुख्य तथ्यों के बारे में यहाँ पढ़ें!    

     
  4. यौन स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों का इलाज संभव है
    अपने स्वास्थ्य, तनाव और स्वच्छता को ध्यान में रखना बेहतर यौन स्वास्थ्य सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि आपको कोई समस्या है, तो संभावना है कि आपको इसके इसके लक्षणों के बारे में जल्दी पता चल जायेगाI व्यापक सेक्स-शिक्षा और परामर्श इन लक्षणों को पहचानने में आपकी मदद कर सकता है।
    योनि स्राव, मूत्रमार्ग का निर्वहन या जननांग अल्सर और पेट में दर्द होना कुछ आम समस्याएं हैंI आम तौर पर अधिकाँश यौन स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज सुरक्षित और प्रभावी टीका कार्यक्रमों के साथ संभव हैI हालांकि, प्रारंभिक पहचान और नियमित उपचार अनिवार्य हैं।   
  5. यौन संचारित संक्रमण से कैसे बचें
    कंडोम नियमित रूप से प्रयोग करने के अलावा, साफ़-सफाई रखना और सुरक्षित सेक्स करना हमेशा उपयोगी होता हैI सुनिश्चित करें कि आप सेक्स के खिलौने या अन्य किसी भी वस्तु जिसका इस्तेमाल सेक्स के दौरान किया गया है उसे अच्छे से धो कर रखेंI अपने आप की भली-भाँती जांच कर लेना और अपने साथी का यौन स्वास्थ्य सुनिश्चित करना भी आपकी प्राथमिक जिम्मेदारी हैI चाहे आप एक पुरुष, महिला या किन्नर हो इससे दूर भागना या इसे अनदेखा करना सही नहीं होगाI  शराब और ड्रग्स का अत्यधिक उपयोग खतरनाक यौन व्यवहार को बढ़ावा दे सकता है तो इसलिए इस पर नियंत्रण रखना बेहतर है।

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लेखक के बारे में: मुंबई के हरीश पेडाप्रोलू एक लेखक और अकादमिक है। वह पिछले 6 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत हैं। वह शोध करने के साथ साथ, विगत 5 वर्षों से विश्वविद्यालय स्तर पर दर्शनशास्त्र भी पढ़ा रहे हैं। उनसे लिंक्डइन, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर संपर्क किया जा सकता है।