आंटी जी, मैंने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ सेक्स कर लिया बिना कंडोम के लेकिन तब उसके पीरियड का आखिरी दिन था। क्या पीरियड्स में सेक्स करने से प्रेगनेंसी हो सकती है? साहिल, 22, दिल्ली।
कोमल 15 साल की थी जब वह गर्भवती हुई। उसकी माँ की धारणा थी कि अविवाहित, 18 साल से कम उम्र की लड़कियों के लिए गर्भपात अवैध है, इसलिए वह सरकारी अस्पताल नहीं गई। इसके बजाय, उसने अपनी बेटी के गर्भपात के लिए एक महंगे डॉक्टर को चुना और उसे एक बड़ा कर्ज लेना पड़ा। उसका परिवार अब हमेशा के लिए भारी कर्ज में है और इस कर्ज को चुकाने के लिए उन्हें शायद जीवन भर काम करना पड़ेगा।
ऋतु के परिवार के सदस्य ने उसका रेप किया, जिसके बाद उसे गर्भपात कराना पड़ा, लेकिन बिहार में बतौर एएनएम का काम कर रही रानी के अनुसार स्थिति और भी ज्यादा गंभीर हो सकती है। रानी लव मैटर्स के साथ ऋतु की कहानी साझा कर रही हैं।
बिहार के एक छोटे से गांव की रहने वाली 12 साल की नैना का दो महीने से एसिडिटी और गैस का इलाज चल रहा था, जबकि मामला कुछ और था। गांव के किसी डॉक्टर ने सोचा भी नहीं होगा कि वह इतनी कम उम्र में प्रेगनेंट हो सकती है। स्थानीय एएनएम रानी ने लव मैटर्स इंडिया के साथ नैना की कहानी शेयर की।
भारत का संशोधित गर्भपात कानून भारत में महिलाओं को बिना शादी के अबॉरशन करवाने को रज़ामंदी दे दी है, लेकिन क्या यह बात हमारे देश में आज भी सब को पता है? खस्सकार उनको जो इस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं - जैसे की आशा दीदी, आंगनवाड़ी के कर्मचारी और अन्य लोग जो की सरकारी असपताल में हैं? आज भी जब कोई अनब्याही लड़की अबॉरशन करवाने आती है, तो उसको यह कह दिया जाता है की यह गैर कानूनी है। बिहार के एक छोटे से गांव की 18 साल के सोनम जब हाल ही में वहां अबॉरशन करवाने गयी तो यही हुआ उसके साथ भी। आईये यह कहानी पढ़ते हैं।
गांव में रहने वाली एक नाबालिग लड़की का उसके माता-पिता द्वारा बिना किसी डॉक्टर की देखरेख में जबरन गर्भपात करा दिया गया। अमूमन गांवों में रहने वाले लोगों को गर्भपात से जुड़ी जानकारी नहीं होती है। बिहार के ग्रामीण हिस्से में रहने वाली सरिता की उम्र 14 साल है, जिसे एक सरकारी अस्पताल में गर्भपात नहीं कराने दिया गया क्योंकि आशा दीदी का कहना था कि गर्भपात गैर-कानूनी प्रक्रिया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत में दो तिहाई गर्भपात अनधिकृत स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा किए जाते हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ किरण कुर्तकोटी का कहना है कि आधिकारिक क्लीनिकों से महिलाएं मुफ्त, सुरक्षित गर्भपात करवा सकती हैं, लेकिन हमारे आसपास ऐसे क्लिनिक ही बहुत कम हैं।
हेलो आंटी जी, मैं बहुत असमंजस में हूँ। क्या अबॉर्शन एक बच्चे को जान से मारने जैसा है? क्या बच्चे को दर्द नहीं होता? उसकी भी तो धड़कन होती है, है ना? तो फिर क्या यह पाप नहीं है? मान्या, दिल्ली।