देर शाम मुम्बई के एक लोकप्रिय पब में तान्या मिश्रा (परिवर्तित नाम) जो कि एक कला सलाहकार और ब्लॉग लेखक है, एक कोने में बैठ अपने फ़ोन और पब के दरवाज़े को बेसब्री से ताक रही थी। वो वहां अर्जुन (परिवर्तित नाम) से मिलने आयी जिससे वो टिंडर पर मिली थी। अर्जुन पेशे से मॉडल और एक्टर था और जितनी भी बातचीत उन दोनों के बीच हुई थी उससे वो तान्या को एक खुशमिज़ाज और लोगो की परवाह करने वाला लगा था।
अभी वो यह सब सोच ही रही थी कि तभी अर्जुन का आगमन हुआ और आते ही अपनी मुस्कान से उसने जादू सा बिखेर दिया। शुरुआती जान पहचान के बाद जल्द ही दोनों ने व्यक्तिगत पहलुओ पर बात करनी शुरू कर दी।
पहली बार
अर्जुन: क्या तुम टिंडर के ज़रिये पहली बार किसी से मिली हो?
तान्या: हाँ, लेकिन तुमने कैसे जाना?
अर्जुन: मैं टिंडर पर काफ़ी समय से हूँ और मेरे लिए यह आसान है।
तान्या: अच्छा, टिंडर पर अब तक कितनी लड़कियो को डेट कर चुके हो?
अर्जुन: अब यह कौन याद रखता है! हाँ इतना ज़रूर है कि मेरी कोशिश रहती है कि ज़्यादा से ज़्यादा लड़कियों से मिलू। जहाँ तक मैं समझता हूँ, तुम यहाँ एक सच्चे प्यार की तलाश में हो। एक बात तुम्हे बता दूं कि प्यार-व्यार सब बकवास है। टिंडर केवल एक रात के रिश्तों के लिए बना है।
सिर्फ़ रंगरेलिया?
तान्या: क्या यह एप डेटिंग के लिए नही है?
अर्जुन: हो सकता है कि इसकी शुरुआत उस तरह से हुई हो लेकिन भारत में तो सिर्फ़ वही लोग इसका इस्तेमाल करते है जो एक अनौपचारिक सेक्स की तलाश में है। तुम एक दुसरे के बारे में सिर्फ़ उतना ही जानना चाहते हो कि तुम यह निर्णय ले सको कि वो तुम्हारे साथ सोने के लायक है या नही। सीधे शब्दों में कहूँ तो टिंडर पर आप सिर्फ़ किसी कि शक्ल देख पाते हो, और उसके आधार पर उससे बात करना शुरू करते हो। अब सच्चा जीवनसाथी ढूंढना हो तो यह तरीका तो गलत ही है।
मैं भी कुछ ऐसी लड़कियो से मिला हूँ जो चिपकू किस्म की थी और कहती थी कि उन्हें मुझसे प्यार हो गया है और वो मेरे बिना जी नही सकती... और यह सिर्फ़ दो मुलाकातो के बाद हुआ था। मेरे लिए यह एप केवल मेरी काम वासना को शांत करने का एक साधन है। एक लड़की से मिलो, थोड़ी बहुत बात करो और उस हिसाब से बात को आगे बढाओ जिससे आप दोनों को पहले से ही पता हो कि आप क्या चाहते है।
तान्या: मैंने नही सोचा था कि हम यह सब बातें कर रहे होंगे।
अर्जुन: मैंने सोचा था। जब भी मैं किसी लड़की से पहली बार मिलता हूँ तो उसके यही सवाल होते है। मैं सबसे एक ही बात कहता हूँ। मैं यहाँ पर कोई प्रेम सम्बन्ध बनाने नही आया हूँ। उसका कारण यह है कि में 31 साल का हूँ और अब तक मेरे हर रिश्ते का अंत दुखद था। लोगो को लगता है कि एक रात का रिश्ता बनाना आसान है जबकि ऐसा बिलकुल नहीं है। आप रेस्त्रां या बार में किसी भी लड़की से ऐसे ही उठ कर बात नहीं कर सकते।
अपने किसी दोस्त को यह बोलना कि वो आप को किसी लड़की से मिलवा दे थोड़ा अजीब है। उससे अच्छा टिंडर है क्यूंकि अगर किसी लड़की ने मना कर भी दिया तो आप दूसरी पर डोरे डाल सकते हो। और अगर किसी के साथ आपकी बात जम गयी तो कमाल हो गया क्यूंकि अब आपको बस एक जगह ढूंढनी है।
लगा या बचा
तान्या: मेरे बहुत सारे दोस्त यह एप इस्तेमाल करते है और मुझे नही लगता वो सिर्फ़ सेक्स के इच्छुक है।
अर्जुन: ज़्यादातर होंगे बस वो तुम्हें बताते नही है। अगर तुम किसी पुरुष के साथ फ़्लर्ट करोगी तो इसका मतलब यही निकलेगा कि तुम उसके साथ सोना चाहती हो। चाहे तो तुम अपनी लड़की दोस्तों से पूछकर देख लो। वो तुम्हे बता देंगी कि उन्हें शायद ही कोई ऐसा पुरुष मिला होगा जिसने इस बारे में कोई बात नही करी होगी।
तान्या: मुझसे कई मर्दों ने पुछा है कि क्या मैं उनके साथ सप्ताहांत बिताना चाहूंगी या अनौपचारिक सेक्स करना चाहूंगी। मैं तो उन्हें तभी ब्लाक कर देती हूँ, क्या तुम्हे कभी कोई परेशानी नही हुई?
अर्जुन : परेशानी कैसी? मैं एक साथ कई लड़कियों से बात करता हूँ तो कोई ना कोई ऐसी मिल ही जाती है जिसके विचार मुझसे मेल खाते हो। जैसे आम ज़िंदगी में होता है लेकिन मैं यह ज़रूर कहूँगा कि मैं थोड़ा भाग्यशाली तो रहा ही हूँ। मैं सभी को यही सलाह देता हूँ कि जो आपके मन में है उसके बारे में सामने वाले से ईमानदार रहे, हो सकता है उसे बुरा लगे लेकिन यह कम से कम किसी की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने से तो अच्छा ही है।
अंत