ब्रश! ब्रश! ब्रश!
सिर्फ सुबह दांतों की सफाई काफी नहीं है, दिन में कम से कम दो बार फ्लोराइड वाले टूथ पेस्ट के साथ ब्रश करना ज़रूरी है। अपने इन 32 मोतियों की सफाई में कम से कम 4- 5 मिनट ज़रूर लगाएं।
फ्लॉस हर दिन...
दिन के एक बार फ्लॉस अवश्य करें। खाने के छोटे टुकड़े अक्सर दांतों के बीच फंस जाते हैं और बैक्टीरिया का कारण बनते हैं। यही बैक्टीरिया आपके सांसों की दुर्गन्ध की वजह बन जाते हैं। फ्लॉसिंग इसका निवारण कर सकता है।
जीभ की सफाई पर ध्यान
जीभ पर बैक्टीरिया घर करते हैं, खासकर जीभ के पीछे वाले हिस्से पर। इसलिए यह ज़रूरी है कि जीभ की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। जीभ की सफाई करने वाला क्लीनर लगभग सभी दवा की दुकानों पर सस्ते दाम पर उपलब्ध होता है।
माउथ वाश का प्रयोग...
यदि केवल ब्रश और फ्लॉस पर्याप्त नहीं हो पा रहा तो माउथ वाश को भी अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लीजिये। यह आपकी साँसों को महकाने का काम आसान कर देगा।
उचित मात्रा में पानी..
कम पानी पीने के चलते सुखा हुआ मुँह बैक्टीरिया और कीटाणुओं का जन्मस्थल बन जाता है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ और पानी पियें, ऐसा करने से मुँह के भीतर पनपने वाले बैक्टीरिया से आप खुद को बचा सकेंगे।
पेट की समस्याओं को दूर रखें..
ख़राब पाचन पेट में एसिडिटी और गैस उत्पन्न करता है जिसके फलस्वरूप सांसों से बदबू आती है। एसिडिटी ख़त्म करने की दवा लें और पाचन से जुडी समस्याओं से बचाव करें।
प्याज़ और लहसुन से दूरी...
डेट पर जा रहे हैं? बेहतर होगा कि प्याज़ और लहसुन से दूर रहें क्योंकि ये आपकी सांसों में दुर्गन्ध पैदा करते हैं। पर्याप्त हरी सब्ज़ियाँ खाएं और दूध, कैफीन और शराब का सेवन करने से बचें।
मिंट साथ रखें…
सांसों की दुर्गन्ध का मुकाबला करने का एक अच्छा तरीका है जेब में माउथ फ्रेशनर रखना। भोजन के बाद एक मिंट कैंडी या च्वेइंग गम खा लेने से आप साँस की दुर्गन्ध का समाधान कर सकते हैं।
नींबू और पानी का कुल्ला...
नींबू में दुर्गन्ध को दूर करने का प्राकर्तिक गुण होता है। ब्रश करने के साथ नींबू का कुल्ला करने के अलावा आप दिन में एक दो बार और भी निम्बू से कुल्ला करने की आदत डाल लें।
साइनस संक्रमण की जांच...
अधिकतर लोग ये नहीं जानते कि साइनस इन्फेक्शन भी सांसों की बदबू का कारण बनता है। तो यदि कुछ दिनों से अचानक आपको मुँह की दुर्गन्ध की शिकायत होने लगी है तो डॉक्टर के पास जाकर साइनस की जाँच करा लेना अच्छा रहेगा।
दांतों की नियमित जांच...
साल में कम से कम 2 बार डेंटिस्ट के पास जाकर सामान्य जाँच अवश्य कराएं। नियमित जांच आपको मुँह की संभावित समस्याओं से बचाव करने में मददगार सिद्ध होगी।