200 स्टूडेंट्स पर किये सर्वे के अनुसार यदि आपका पहला अनुभव सकारात्मक रहा था और वर्जिनिटी खोने पर आपको बुरा महसूस नहीं हुआ था तो संभवतः आपके आगे का सेक्स जीवन भी सकारात्मक और खुशहाल होगा।
शारीरक और मानसिक संतुष्टि पहली बार सेक्स में बहुत ज़रूरी भूमिका निभाती है। यदि आपने शारीरक और भावनात्मक रूप से सुखद महसूस किया था तो ये सिलसिला कायम रहेगा।
कनेक्शन
आपका अपने साथी के साथ जुड़ाव काफी मेहेत्व रखता है। एक दुसरे की चाह, इज्ज़त, प्यार और आकर्षण आगे तक के खुशहाल सेक्स जीवन की नीव बनाता है, इस अध्यन से पता चलता है।
वहीँ दूसरी और, यदि पहला एहसास सुनहरा नहीं था और आपने नकारात्मक महसूस किया जैसे की तनाव, निराशा, और पछतावे के भाव, तो शायद इसका बुरा असर आपकी आने वाले सेक्स जीवन पर भी दिखाई दे। ये भी संभव है की आपको ऐसा लगने लगे की अच्छे सेक्स पर आपका कोई कण्ट्रोल नहीं है।
महिला बनाम पुरुष
ये सुनकर आपको आश्चर्य नहीं होगा की महिलाओं की तुलना में पुरुषों का अपनी वर्जिनिटी खोने का एहसास सामान्यतः अच्छा ही लगता है। महिलाओं की अपेक्षा उन्हें ज्यादा शारीरिक संतुष्टि और तनाव कम होता है, ऐसा इस अध्यन से पता चलता है। साथ ही उन्हें ओर्गास्म होने की सम्भावना भी महिलाओं की अपेक्षा अधिक होती है।
इस सर्वे के दौरान 18-22 साल के स्टूडेंट्स उनकी वर्जिनिटी खोने और उनकी मौजूदा सेक्स लाइफ से जुडे सवाल पूछे गए। वर्जिनिटी खोने की उम्र 12-22 वर्ष के बीच थी और सर्वे के समय इस बात को कुछ महीने से लेकर 6 साल का वक़्त बीत चुका था।
आगे की सेक्स लाइफ
तो आखिर पहला अनुभव भविष्य पर किस प्रकार असर डालता है? लोग अपने पहले अनुभव के आधार पर अपने आने वाले सेक्स जीवन के बारे में एक राय बना लेते हैं। आखिरकार वर्जिनिटी खोना एक बहुत महतवपूर्ण चरण है।
लेकिन क्या इसका अर्थ ये है की अगर पहला एहसास आपकी आशा के अनुसार नहीं था तो आपका सेक्स जीवन कभी बेहतर नहीं हो पायेगा? ये सही नहीं है। 22 साल की उम्र में, सर्वे में भाग लेने वाले लोग अभी भी काफी जवान थे और उनका सेक्स जीवन कुछ समय पहले ही शुरू हुआ था। तो उनके पास अभी भी अपने आने वाले जीवन को बेहतर बनाने का मौका अवश्य है। ज़रूरत इस बात की है को वो अपने कडवे अनुभव को भुला कर मुस्कुराते ही भविष्य पर अपना ध्यान लगायें।
आपको आपके पहली बार सेक्स अनुभव के बारे में कैसा लगा? यहाँ लिखिए या फेसबुक पर बताइए - आपको अपना नाम बताने की ज़रूरत नहीं।