आंटीजी, मेरे पति फौज में हैं। वह सीमा पर तैनात है। मैं अकेली रहती हूँ और यह अकेलापन मुझे मार रहा है। मैं उसे धोखा देना नहीं चाहती। कृपया सहायता कीजिए! स्मिता (26), नई दिल्ली।
फिल्म थप्पड़ ऐसे कई घरों की अंदरूनी सच्चाई उजागर करती है जहां पुरुषों को सब कुछ करने की छूट होती है, यहां तक कि शारीरिक शोषण भी, लेकिन इसके बावज़ूद भी उनके ऊपर कोई उंगली नहीं उठा पाता।
नमस्ते आंटी जी, मेरी शादी को छह महीने हुए हैं। मेरे पति मेरे साथ रोज़ सेक्स करना चाहते हैं। अगर मैं मना करती हूं तो वो कहते हैं कि यह उनका कानूनी अधिकार है। क्या वो सही हैं? सुकन्या, 24 वर्ष, झारखंड।
हेलो आँटी जी, मेरी शादी 6 महीने पहले हुई थी हुई थी लेकिन अब मैं खुश नहीं हूं। मैं नए माहौल में सहज नहीं हो पा रही हूँ और निराश महसूस कर रही हूँ। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मुझे क्या करना चाहिए। गुरप्रीत, 24, अमृतसर।
दिल्ली की निशा पेशे से क्रिएटिव डिजाइनर हैं। उनकी परवरिश खुले विचारों वाले एक ऐसे परिवार में हुई जहां लड़कियों को लड़कों से कम नहीं समझा जाता था। लेकिन शादी होने के बाद निशा का पति, गौरांग*, उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था जिसने निशा के आत्मविश्वास को झकझोर कर रख दियाI
आरिफा*, एक बहुत ही सुन्दर लड़की थी जो मुंबई की झुग्गियों में रहा करती थीI उसकी शादी 20 साल में ही हो गयी थी लेकिन उसके पति ने कभी उसे छुआ तक नहींI दूसरी ओर उसका ससुर और परिवार के अन्य पुरुषों ने उसका बलात्कार करने के कई प्रयास किए। सामाजिक कार्यकर्ता चिन्मय सुभाष, ने आरिफ़ा को इन्साफ दिलाने के लिए आठ साल की कानूनी लड़ाई लड़ी हैI वही चिन्मय आज आरिफ़ा की कहानी हमारे पाठकों के लिए लेकर आयी हैंI
वैवाहिक बलात्कार भी सेक्स हिंसा का ही छुपा हुआ रूप है। चूंकि यह शादी के बाद एक सुरक्षित समझे जाने वाले माहौल में होता है, इसलिए पीड़ितों को मदद जुटाने में बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैI नीना माथुर इस संदर्भ में अपने अनुभव साझा करते हुए बताती हैं कि कैसे ये 'निजी रिश्ते में हिंसा' का एक रूप है।
आपके अनुसार धोखा देने की परिभाषा क्या है? शायद किसी और व्यक्ति से साथ सेक्स, है ना? लेकिन हाल में हुई रिसर्च दर्शाती है कि बहुत से लोगों के लिए धोखेबाज़ी केवल संभोग तक सीमित नहीं है।