यह हमेशा कामुकता से शुरू नहीं होता। मुझे ऐसा लगता है की जिन रातों को मुझे स्वप्नदोष होता है, उसके अगले दिन मैं बहुत कमोतेजित महसूस करती हूँ।
मैं अपनी शादी-शुदा ज़िन्दगी से बहुत खुश हूँ, लेकिन स्वप्नदोष के दौरान मुझे ऑर्गैज़म/चरम आनंद ज़्यादा आसानी से और जल्दी हो जाता है। लेकिन पति के साथ सेक्स करते समय इतना जल्दी ऑर्गैज़म नहीं होता। क्या यह चिंता की बात है? शर्मीला, नई दिल्ली
अरे वाह शर्मीला पुत्तर, अच्छा लगा की तुने मुझसे ये सवाल पूछा। मैं ना सच बताओ तो लडकों के सवालों के जवाब देते-देते बोर हो गयी थी। और थोड़ी चिंता भी हो गयी थी क्यूंकि मुझे लगा की महिलाएं शायद ये वेबसाइट पढ़ नहीं रही हैं। अब मुझे अच्छा लग रहा है।
प्राकर्तिक
लेकिन सबसे अच्छी खबर यह है की तू एक ज़रूरी मुद्दे को उठा रही है, वो भी ऐसा मुद्दा जिससे अक्सर सिर्फ पुरुषों का मुद्दा समझा जाता है।
जी हाँ पुत्तर जी, तुस्सी अकेली महिला नहीं हो जिसे सोते हुए ऑर्गैज़म होता है। इसमें कोई शर्म की बात नहीं है क्यूंकि ये बिलकुल प्राकर्तिक चीज़ है। और ज़ाहिर सी बात है की हम इसके बारे में खुल कर बात नहीं करते हैं।
और अगर बात करें लड़कों के स्वप्नदोष की तो, उनके ये स्वप्नदोष उनके अधेड़ उम्र तक भी होते हैं, और ये एक अच्छी तरह से जाना, समझा, और काफी बातचीत करा हुआ मुद्दा है। दुर्भाग्य से, महिलाओं के स्वप्नदोष का मुद्दा ना तो ज़्यादा पढ़ा गया है और ना ही इसके बारे में कोई बात करता है।
तुझे पता है, मेरी एक दोस्त जो की यौनविशेषज्ञ है, ओये मतलब सेक्सोलोजिस्ट है, उसने मुझे बताया था की करीब 40 प्रतिशत महिलाओं को अपनी ज़िन्दगी में कम से कम एक बार स्वप्नदोष ज़रूर हुआ है। तो इतना तो तू समझ ही ले की ये बिलकुल नोर्मल चीज़ है।
खून का बहाव तेरे गुप्तांगो की ओर
बात सिर्फ ये है की महिलाओं को स्वप्नदोष पुरुषों के मुकाबले कम होता है। बहुत सारी महिलाएं, तेरी तरह, सोते हुए ऑर्गैज़म महसूस करते हैं। जिन लोगों ने इस पर कुछ रीसर्च करी है, वो इसे 'रात के ऑर्गैज़म' बुलाते हैं। और जिन लोगों को स्वप्नदोष होता है, उन्हें ये नियमित रूप से होता है। और जिन्हें ये नहीं होता, उनके लिए मुझे बुरा तो लगता है।
पुरुषों की तरह, महिलाओं के ये 'रात के ऑर्गैज़म' कामुक सपनों से शुरू हो भी सकते है लेकिन नहीं भी। इसका वैज्ञानिक एक्स्प्लनेशन है सोते हुए आपके गुप्तांगों में खून के बहाव ज़्यादा होना। नहीं, सिर्फ सोने से ही आपको ऑर्गैज़म नहीं हो जाता, लेकिन थोड़ा उत्तेजित ज़रूर करता है। हाँ, लेकिन ये हर महिला के लिए अलग होता है, और बेटा जी, तेरे केस में तो ये काफी बढ़िया लगता है।
उससे बात करो
अब मैं तो इस चीज़ को दो तरीके से देखूंगी। एक तरीके से मुझे लगता है की तू ना बहुत लकी है, मतलब बहुत किस्मतवाली है। मैं डिटेल में नहीं बतओंगी इस बारे में। लेकिन मैं ये भी समझ सकती हूँ की तेरे लिए ये स्थिति कई बार मुश्किल भी हो सकती है।
शायद अच्छा रहे अगर तू अपने पति से इस बारे में बात करे, उसको समझा सके की इसका तुम्हारी सेक्स लाइफ से कोई तालुक नहीं है। ये बिलकुल प्राकर्तिक चीज़ है, और तेरे कंट्रोल से बहार है। जैसा की मेरे गाँव में कहते है, "ये भगवान का दिया हुआ तोहफ़ा है, इसलिए चिंता छोड़ो और मज़े लो।"
जानकारी बांटे
और एक आखिरी बात। शर्मीला, मुझे इतनी ख़ुशी हुई है ये जानकर की तू शर्मीली नहीं है। हम जितना खुल कर इन मुद्दों पर बात करेंगे, उतने ही आराम से हम अपने शरीर और सेक्स लाइफ को समझ पाएंगे।
तो कैसा रहे अगर तू अपने कुछ दोस्तों को रूह अफज़ा पार्टी के लिए घर बुलाये, अपनी जानकारी इस मुद्दे पर उनसे बांटें और हाँ उनकी बातें भी सुने। और हाँ, उन सबको इस वेबसाइट; 'लव मैटर्स' के बारे में बताना ना भूलना। आखिर लव मेटर तो करता ही है न!
फोटो: आंटी जी, thinqkreations
अगर आपको प्यार, सेक्स और रिश्तों से सम्बंधित किसी भी बारे में सलाह लेनी है, तो आंटी जी को ईमेल करिए।
'आंटी जी से पूछो' के और लेख
पढ़िए: महिलाओं को भी स्वप्नदोष होता है
ऑर्गैज़म पर और लेख