प्यार एवं रिश्ते

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सहमति: हाँ तभी, जब दिल और दिमाग दोनों तैयार

प्यार एवं रिश्ते
आपके शरीर के साथ क्या होना चाहिए, या फ़िर क्या नहीं, इसका फैसला लेने का हक़ केवल आपको करना हैI फ़िर चाहे बात हो एक चुम्बन की या फ़िर सम्पूर्ण सेक्स की, यह आपकी सहमति के बिना नहीं हो सकताI दो बार नहीं, एक बार नहीं, कभी भी नहीं और यह हर किसी पर हर स्थिति में लागू होता हैI

क्या फेसबुक आपके रिश्ते के लिए अच्छा है या बुरा?

प्यार एवं रिश्ते
फेसबुक का आपके रिश्ते पर क्या प्रभाव है? फेसबुक के रिश्तों पर असर के विशेषज्ञ डॉ ग्वेन्डोलिन सेडमन कहते हैं कि यह इस बात पर निर्भर करता कि फेसबुक पर आप क्या और क्यों कर रहे हैं।

मुझे क्लास की एक लड़की पसंद है. क्या मैं उसे किस कर सकता हूँ?

प्यार एवं रिश्ते
मेरी कोचिंग क्लास में एक लड़की है। वो हमेशा मेरे साथ बैठती है और हम अक्सर नोट्स का आदान प्रदान भी करते हैं। मैं उसे किस करने के लिए कैसे मना सकता हूँ। रंजन,19, समस्तिपुर।

औरतों को क्यों नहीं पसंद एक रात के रिश्ते?

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अगर किसी एक रात के रिश्ते में पहल महिला ने की हो तो सुबह उसके अफ़सोस करने की संभावना कम होती हैI ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि सेक्स के बारे में किया गया फैसला उसने खुद लिया होता हैI

जब नैन्सी मेट वेंकट

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श्रुति महामुनी आज हमारे पाठकों के लिए अपने माता-पिता की ऐसी हिंदू-ईसाई प्रेम कहानी लेकर आयी हैं जो बिलकुल एक लोकप्रिय बॉलीवुड फ़िल्म 'एक दूजे के लिए' से प्रेरित लगती है!

यह कभी हाँ कभी ना कब तक चलेगा?

प्यार एवं रिश्ते
कोई रिश्ता कब तक टिकेगा इस बारे में सौ फीसदी सटीक टिप्पणी करना खासा मुश्किल हो सकता हैI लेकिन हाल ही में हुई एक रिसर्च के हवाले से मिली एक अच्छी खबर यह है कि एक रिश्ते में बार बार ब्रेकअप होने का मतलब यह नहीं है कि वो रिश्ता बिलकुल नहीं चल पायेगाI 

बेटा शादी कर लो: पंडित जी ने कहा, अभी नहीं!

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हमारे देश में अधिकतर माता-पिता अपने बच्चों की शादी का सलाह मशवरा अपनी पहचान के किसी पंडित से ही करते हैंI लेकिन जब हिमानी के पिता उसकी शादी की बात करने अपने पारिवारिक पंडित से मिलने गए तो उन्होंने बड़ी अजीब बात कर दीI

तुम्हे किसी के साथ नहीं बांटूंगा

प्यार एवं रिश्ते
‘मैं तुम्हे इतना प्यार करता हूं कि मैं तुम्हे किसी और के साथ बाट नहीं सकता’I अमन अक्सर निशा को यही कहता थाI उसकी यह बात सुनकर वो फूली नहीं समाती थीI लेकिन जल्द ही उसे यह महसूस हो गया था कि केवल चीज़ों को ही साझा किया जा सकता हैI अमन के साथ के रिश्ते ने आखिर उसे एक चीज़ ही तो बना दिया थाI वो 'चीज़' जिस पर सिर्फ़ अमन का अधिकार थाI