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नवरात्री: प्यार का मौसम

Submitted by Sanghamitra Bhowmik on सोम, 10/14/2013 - 02:30 पूर्वान्ह
नवरात्री का त्यौहार भारत में बहुत ही लोकप्रिय है और अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है। और इसका कारण सिर्फ धार्मिक नहीं है। नवरात्री स्थल जवान लड़के और लड़कियों के मिलने की ख़ास जगह बन गयी हैं।

नवरात्री के नौ दिनों में देर रात नाच-गाने के साथ-साथ 'वन नाईट स्टैंड' यानी एक रात के रिश्ते भी बहुत आम बात हो गयी है। लेकिन कुछ युगल नवरात्री के दौरान प्यार में भी पड़ जाते हैं और ज़िन्दगी भर के लिए एक दुसरे के साथी भी बन जाते हैं। अक्टूबर का महिना आते ही जैसा हवा में प्यार सा घुल जाता है। रात में ठंडक बढ़ने लगती है और शाम की हवा के साथ नवरात्री का मधुर संगीत घुल जाता है। सड़कों पर देर रात तक गाड़ियाँ चलती दिखती हैं जो की नवरात्री मंडली की और आ-जा रही होती हैं। महिला और पुरुष अपने चमकते हुए पारंपरिक कपड़ों में, हाथों में डंडिया लिए घूम- घूम कर नाचते और गाते हुए दिखते हैं।

जोखिम भरा सेक्स

जवान लड़के और लड़की रात भर एक साथ मस्ती मौज करते हुए दिखते हैं - और हाँ यहाँ अक्सर उनपर पूरी तरह नज़र रखने वाले परिवार के लोग भी नहीं होते हैं - परिणाम - बहुत सारी प्रेम कहानियां शुरू होती हैं, कुछ खट्टी-कुछ मीठी, एक रात के रिश्ते भी बनते हैं और बहुत सारी और बिना ज्यादा सोचे और समझे हुए सेक्स के किस्से भी होते हैं। गुजरात की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नवरात्री के दिनों में गर्भपात की गिनती बहुत बढ़ जाती है। त्यौहार के मौसम में, मेडिकल दूकान चलने वाले गर्भपात की गोलियों का अच्छा स्टॉक तैयार रखते हैं। होटल वाले घंटे के हिसाब से कमरे किराये पर देते हैं और यहाँ तक की डांस पंडालों में कंडोम मशीन भी कई बार लगवाई जाती हैं।

कुछ सालों पहले, गुजरात में मेडिकल दूकान वालों ने ये कहा था की राज्य में आपातकालीन गर्भपात गोलियों की बिक्री बहुत बढ़ गयी है। यहाँ तक की गैर सरकारी संस्थाएं और युगलों के साथ काम करने वाली संस्थाएं भी इन नवरात्री स्थलों में जाकर एचआईवी/ एड्स, किशोरावस्था गर्भधारण और इससे जुडे मुद्दों के बारे में लोगों तक जानकारी पहुचाते हैं।

20 साल के शशांक देसाई काफी सारी नवरात्री पार्टियों में गए हैं। "देखिये मैं यह नहीं कहूँगा की आप जो कह रही हैं वो सच नहीं है। ऐसा होता ज़रूर है। रात-रात भर डांस करने के बाद लड़के और लड़कियां होटल में जाते हैं और सेक्स करते हैं," उसका कहना है। लेकिन शशांक बचाव करेती हुए ये भी कहते हैं की "इसा मतलब यह नहीं की लोग नवरात्री का या गुजरात का मज़ाक उड़ाए।"

सेक्स हुल्लड़?

कुछ सालों से गुजरात और नवरात्री को लेकर प्रेस में बहुत कुछ चपता आ रहा है। लेकिन 24 साल की स्नेह त्रिवेदी का सोचना है की इसे इतनी बड़ी बात भी नहीं माना जाना चाहिए। "अगर जवान लड़के और लड़की मिलते हैं, तो ज़ाहिर सी बात है की बहुत कुछ होगा ही उनके बीच। ये प्राकर्तिक ही है। आखिर आकर्षण प्राकर्तिक है," ऐसा स्नेह का कहना है, जो की अहमदाबाद में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन में पढ़ रही हैं।

और स्नेह का यह भी कहना है की ऐसा नहीं है की यह सब सिर्फ नवरात्री के दौरान ही होता है। "ऐसा गणपति त्य्फार के समय मुंबई में भी होता है, दुर्गा पूजा के दौरान बंगाल में भी होता है और ऐसा नाईट क्लब्स में भी तो होता है। ऐसा नहीं है की नवरात्री कोई 'सेक्स हुल्लड़' की रात होती है, जैसा की मीडिया दिखाने की कोशिश करता है। और हाँ यह भी है की ऐसा सब हर नवरात्री स्थल पर नहीं होता बल्कि सिर्फ कुछ ही ऐसी डंडिया प्रोग्राम या स्थल होते है जहाँ यह होता होगा," स्नेह का कहना है।

प्यार ढूंढ़ना

48 वर्षीया हसमुखभाई मेहता कहते हैं की शायद असुरक्षित सेक्स के इन आकंड़ों में कोई सचाई है लेकिन यह भी मानते है की बहुत सारे लोगों को अपना सच प्यार भी इन नवरात्री जश्न में मिलता है। वो अपनी बीवी से 20 साल पहले एक नवरात्री फंक्शन में मिले और तब से वो अपने बच्चों को भी यह बताते है की उन्हें "अपना सच्चा प्यार" नवरात्री फंक्शन में कहीं न कहीं मिल ही जायेगा।

"वो जैसे की जादू भरी रात थी। मैं जिनाल से मिला और देखते ही वो मुझे पसंद आ गयी। मैंने अपनी भाभी को यह बताया, और उन्होंने मेरी मदद करी उनसे बात शुरू करवाने में और हमारी शादी भी जल्द ही पक्की हो गयी।"

आज भी नवरात्री के दौरान प्यार में पड़ने की रीत चलती जा रही है। गौरांग पटेल, जो की 26 साल के हैं और एक टीवी चैनल के संपादक हैं, वो अपनी मंगेतर सेजल पंचाल से नवरात्री के दौरान ही मिले।

दोस्त, बॉय फ्रेंड, मंगेतर

"मैंने सेजल को पहली बार नवरात्री की पहली रात को देखा और मुझे तभी से उससे प्यार हो गया। मेरे एक दोस्त ने हम दोनों को फिर मिलवाया और बस फिर तो नवरात्री की हर रात हम दोनों मिले। हुने बहुत सारी बातें करी और साथ में खूब नाचे। नवरात्री के बाद भी हम एक दुसरे से जुडे रहे और जल्द ही हम एक रिश्ते में थे," ऐसा गौरांग का कहना है, जिनकी शादी सजल से अगले साल फरवरी 2014 में होने वाली है।

"मेरे दोस्त हमेशा इस बात का मज़ाक उड़ाते थे की ऐसे कैसे किसी से आप डंडिया रास में मिल सकते हो और उससे प्यार कर सकते हो," गौरांग का कहना है। "मैं सेजल से एक अजनबी की तरह नवरात्री के फंक्शन पर मिला और फिर हमने हर नवरात्री की रात साथ में बितायी और पहले दोस्त, फिर गर्ल फ्रेंड, फिर मंगेतर और अब जल्द ही वो मेरी बीवी होने वाली है। यह सच में मेरा पसंदीदा त्यौहार है।"

हमें अपनी नवरात्री के दौरान की रोमांचक प्यार की कहानियों के बारे में बताइए। यहाँ लिखिए या फेसबुक पर हो रही चर्चा में हिसा लीजिये।