आंटी जी कहती हैं... ओह्हो पुत्तर, अब यह दिल का दर्द किसे अच्छा लगता हैI
संतुलन बनाओ
बेटा सौरभ, मैं समझ सकती हूँ कि तेरे दिल पर क्या गुज़र रही होगीI कभी-कभी हमें ऐसा महसूस हो सकता है कि हमारा साथी ऐसा कुछ कर रहा है जो उसे नहीं करना चाहिए - यह हमारा मन का वहम भी हो सकता है लेकिन पूरी तरह पड़ताल कर लेने में कोई हर्ज़ भी नहीं हैI देख पुत्तर सिर्फ़ वहम होना ही काफ़ी नहीं हैI इससे कोई फ़ायदा नहीं होगाI अच्छा यही होगा कि तू उसे सीधे शब्दों में समझा दे कि तुझे इस 'दोस्ती' से प्रॉब्लम हो रही है - और उसे यह भी बता कि ऐसा तू क्यों महसूस कर रहा हैI
यहाँ बस एक छोटी सी दिक्कत यह है कि कहीं तू एक चिपकू बॉयफ्रेंड तो नहीं है जो हर बार यह जानना चाहता है कि तेरी गर्लफ्रेंड कहाँ जा रही है, किसके साथ जा रही है, किससे बात कर रही है? मतलब यह कि क्या तू इस रिश्ते के हर पहलु पर अपना नियंत्रण थोपना चाहता है या फ़िर सच में तुझे सच जान्ने के इच्छा है? पुत्तर एक रिश्ते के लिए यह बड़ा नाज़ुक पहलु है और इसका संतुलन बनाना बहुत ज़रूरी है!
जासूसी मत करो
असल में पुत्तर तुझसे एक गलती हो गयीI तुझे उसका फ़ोन नहीं देखना चाहिए था - यह सरासर गलत है! यह तो जासूसी हुई नाI वैसे ही जैसे फेसबुक या असल ज़िंदगी में उसका पीछा करना - यह ठीक नहीं है सौरभI हो सकता है वो तुझे कहे कि तू बेकार में बात का बतंगड़ बना रहा है और उस सूरत में तुझे उसे बताना पडेगा कि तूने उसका फ़ोन चेक किया थाI उससे बात करने से पहले अपनी पड़ताल अच्छे से कर लेना क्यूंकि अगर तेरी बात गलत निकली तो यह इस रिश्ते के लिए बहुत गलत होगाI वैसे भी पुत्तर,तुझे क्यों लगता है कि वो किसी और को डेट कर रही है?
बुरा तो लगता ही है
पुत्तर ऐसे समय दिल को ठेस तो पहुँचती ही है, बल्कि इससे आपका आत्म-सम्मान भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाताI लेकिन यहाँ एक बात याद रखनी बेहद ज़रूरी हैI वो यह कि अगर वो सच में किसी और को पसंद करने लगी है तो इसकी वजह यह नहीं है कि तुझमे कुछ कमी हैI हो सकता है कि वो एक रिश्ते में कुछ और ढूंढ रही हैI एक ही व्यक्ति में सारी खूबियां होना मुमकिन नहीं हैI शायद कई लोग यह समझ नहीं पाते और एक दूसरे साथी की तलाश शुरू कर देते हैंI
तुम दोनों को एक दूसरे से बात करनी चाहिए और पता करना चाहिए कि क्या तुम दोनों को वो सब मिल रहा है जो तुम एक रिश्ते से चाहते हो? यही आप दोनों को सोचने और समझने की आवश्यकता है। आप दोनों इस रिश्ते से क्या चाहते हैं? यहाँ बस एक सुझाव देना चाहूंगी - किसी बात पर अटक मत जाना और प्यार से उसकी बात सुनना और उसे सभी बातें साफ़ करने का मौक़ा देनाI क्यों? क्योंकि बेटा जी आप उससे बहुत प्यार करते हो और एक अच्छे रिश्ते के लिए एक दूसरे की बात समझना और एक दूसरे से खुल कर बात करना बहुत ज़रूरी हैI
तैयारी पूरी
अच्छा एक बात बताI अगर उसने तुझे बोला कि 'तुम्हे मुझ पर भरोसा नहीं है, तुम मुझे कंट्रोल करने और नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हो', तब तू क्या करेगा? यह याद रखना पुत्तर, कि तेरे यह कदम उठाने से तू अपने रिश्ते को भी दांव पर लगा देगाI हो सकता है कि वो गुस्सा होकर यह रिश्ता ही खत्म कर दे? क्या वो तुझे मंज़ूर होगा? कुछ भी करने से पहले इस बात पर भी गहराई से गौर कर लेनाI
और बेटा जैसा मैंने हमेशा कहा है - दिल टूटने की आवाज़ बहुत दूर तक जाती है और बहुत दर्दनाक भी होती हैI तो चाहे कुछ भी हो तू अपना ख्याल रखनाI इस वार्तालाप के लिए तैयारी करनी शुरू कर देI जो भी तू कहना चाहता है उसे सावधानीपूर्वक और साफ़-साफ़ कहनाI उन बातो का भी जिक्र करना इनकी वजह से तुझे लगता है कि इस स्थिति में सुधार आएगा - 'तू कभी उससे दोबारा बात नहीं करेगी' - जैसे समाधान मत देनाI समझदारी से काम लेना और यह जानने की कोशिश करना कि वो इस रिश्ते से क्या चाहती है और क्या वो भी तुझे वो सब दे पाएगी जो तू चाहता है!
क्या आपने भी अपने रिश्ते में ऐसी स्थिति का अनुभव किया है? अपना अनुभव नीचे लिखकर हमें बताएं या फेसबुक के ज़रिये हमसे संपर्क करेंI यदि आपके पास कोई व्यक्तिगत प्रश्न है, तो कृपया हमारे चर्चा मंच पर जाएं।